स्वास्थ्य-योग बारिश के दिनों में पैरों का रखें खास ख्याल September 20, 2010 / December 22, 2011 by सरफराज़ ख़ान | 1 Comment on बारिश के दिनों में पैरों का रखें खास ख्याल -सरफ़राज़ ख़ान बारिश के मौसम में नंगे पैर चलना जोखिम भरा हो सकता है। कुछ लोगों के जूतों में छेद हो जाते हैं जिससे कटने या जख्म होने का डर होता है। ऐसे कुछ मामलों में जख्म संक्रमण का रूप ले लेता है, जिसके लिए ऑपरेशन की जरूरत होती है। हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया […] Read more » Raining बारिश
स्वास्थ्य-योग एक साथी के साथ सोने से बढ़ती है उम्र September 20, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on एक साथी के साथ सोने से बढ़ती है उम्र -चांदनी हृदय बीमारियों के बाद सैक्सुअल लाइफ पर विशेष फोकस किया जाना चाहिए. शादी के बाद इतर संबंध होना हृदय रोगियों के लिए सुरक्षित नहीं होता है, क्योंकि वे अपनी उम्र से बहुत कम उम्र के साथी के साथ संबंध बनाते हैं जिससे परिस्थियां, जगह, समय को लेकर तनाव रहता है। शादी के इतर संबंध […] Read more » Age उम्र
स्वास्थ्य-योग पेंट से रहें सावधान September 20, 2010 / December 22, 2011 by सरफराज़ ख़ान | 1 Comment on पेंट से रहें सावधान -सरफ़राज़ ख़ान एक अध्ययन में दिखाया गया है कि 73 फीसदी ग्राहकों के पेंट ब्रांड 12 देशों में टेस्ट किये गए और इसमें देखा गया कि ब्रांड अमेरिकी मानकों के 600 पाट्र्स प्रति मिलियन (पीपीएम) के पेंट थे। इसके लिए निम्न टिप्स हैं: 1. ईनेमल पेंट्स सबसे ज्यादा चिंता का विषय हैं जिनको 1000 पीपीएम […] Read more » Paint पेंट
स्वास्थ्य-योग हृदय रोगों का हिन्दुस्तानी समाधान September 11, 2010 / December 22, 2011 by डॉ. राजेश कपूर | 11 Comments on हृदय रोगों का हिन्दुस्तानी समाधान अमेरिकन नहीं, भारतीय एच डी एल -डॉ. राजेश कपूर समाचारों के अनुसार अमेरिका के एक विश्वविद्यालय के खोजियों ने दावा किया है कि उन्होंने स्वर्ण के प्रयोग से ‘एच डी एल’ का निर्माण कर दिया है। सोने के नैनो कणों से बना यह ”सिन्थैटिक एच डी एल” कोलेस्ट्रॉल के बुरे प्रभावों को रोकने का काम […] Read more » Heart Problem हृदय रोग
स्वास्थ्य-योग एलोपैथिक दवाओं की विषाक्तता का सिद्धान्त September 5, 2010 / December 22, 2011 by डॉ. राजेश कपूर | 4 Comments on एलोपैथिक दवाओं की विषाक्तता का सिद्धान्त यद्यपि ऐलोपैथी का एकछत्र साम्राज्य दुनियाभर के देशों पर नजर आता है पर इसका यह अर्थ बिल्कुल नही कि यह औषध सिद्धान्त सही है। ‘दवालॉबी’ का गाने से पूरा चित्र स्पष्ट हो जाता है। विषाक्तता का सिद्धान्तः आयुर्वेद तथा सभी चिकित्सा पद्धतियों में मूल पदार्थों यथा फल, फूल, पत्ते, छाल, धातु, आदि को घोटने, पीसने, […] Read more » Allopathy Medicine एलोपैथिक दवाओं
स्वास्थ्य-योग जड़ी-बूटी संरक्षण से ही आयुर्वेद सुरक्षित August 26, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 4 Comments on जड़ी-बूटी संरक्षण से ही आयुर्वेद सुरक्षित -त्रिलोक चन्द्र भट्ट हिमाच्छादित पर्वत शिखर और नैसर्गिक सौन्दर्य को निहारने वाले यात्री तीर्थाटन व पर्यटन के लिए ही प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर हरिद्वार को जानते हैं लेकिन अब वह यह भी जानने लगे हैं कि इस पर्वतीय प्रदेश को कुदरत ने जड़ी-बूटियों के रूप में जो अकूत खजाना दिया है वह भारत के किसी […] Read more » Ayurved आयुर्वेद
स्वास्थ्य-योग मानसून के मौसम में रखें अपना ख़ास ख्याल August 7, 2010 / December 22, 2011 by सरफराज़ ख़ान | Leave a Comment -सरफ़राज़ ख़ान नई दिल्ली. मानसून के दौरान शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता में कमी हो जाती है। इसलिए इससे कई तरह की बीमारियां भी सामने आती हैं। मानूसन के दौरान होने वाली बीमारियां हैं- मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुनिया, पीलिया, गैस्ट्रो इन्टेस्टाइनल संक्रमण जैसे टायफाइड व हैजा। इन बीमारियों के अलावा वायरल संक्रमण सेठंड व […] Read more » monsoon मानसून
स्वास्थ्य-योग ऐलोपैथिक दवाओं की विषाक्तता का सिद्धान्त July 16, 2010 / December 23, 2011 by डॉ. राजेश कपूर | 7 Comments on ऐलोपैथिक दवाओं की विषाक्तता का सिद्धान्त -डॉ राजेश कपूर यद्यपि ऐलोपैथी का एकछत्र साम्राज्य दुनियाभर के देशों पर नजर आता है पर इसका यह अर्थ बिल्कुल नहीं कि यह औषधि सिद्धांत सही है। ‘दवा-लॉबी’ का गढ़ माने जाने वाले अमेरीका की दशा इन दवाओं के कारण इतनी खराब है कि वहां के कई ईमानदार चिकित्सक इन्हें किसी महामारी से अधिक खतरनाक […] Read more » Allopathic Medicine ऐलोपैथिक दवा
स्वास्थ्य-योग मर्ज़ बढ़ता गया ज्यों ज्यों दवा की July 13, 2010 / December 23, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 3 Comments on मर्ज़ बढ़ता गया ज्यों ज्यों दवा की -फ़िरदौस ख़ान भौतिकवादी संस्कृति ने जहां जीवन के प्रत्येक क्षेत्र को प्रभावित किया है, वहीं मनुष्य का स्वास्थ्य भी इससे न अछूता रहा हो तो इसमें हैरानी की कोई बात नहीं है। दौलत कमाने की चाह ने इंसान को बहुत ज़्यादा व्यस्त कर दिया है। समय के अभाव के कारण व्यक्ति अपनी सेहत की सही […] Read more » Medicine दवा
स्वास्थ्य-योग स्वास्थ्य के मानकों पर लड़ाई हारते आदिवासी June 23, 2010 / December 23, 2011 by राखी रघुवंशी | Leave a Comment -राखी रघुवंशी खुली अर्थव्यवस्था, बाजारवाद और नव उपभोक्तावाद की चकाचौंध में कई मूलभूत समस्याएं सरकारी फाइलों में, नेताओं के झूठे वादों में और समाज के बदलते दृष्टिकोण के चलते दबकर रह जाती हैं। गरीबी, बदतर स्वास्थ्य सेवाएं और अशिक्षा के साथ-साथ बच्चों का बढ़ता कुपोषण भारत में एक बड़ी समस्या है जिसका निदान कहीं नहीं […] Read more » Aboriginal आदिवासी कुपोषण
स्वास्थ्य-योग शहरीकरण और स्वास्थ्य स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां May 24, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -ए एन खान तेजी से बढ़ता हुआ शहरीकरण और शहरों की जनसंख्या में हो रही बढ़ोतरी को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान की दिशा में प्रमुख चुनौतियों के रूप में देखा जाता रहा है। अनुमान है कि 1990 और 2025 के बीच विकासशील देशों में शहरी आबादी में तीन गुनी वृध्दि हो चुकी होगी और […] Read more » Urbanization शहरीकरण
स्वास्थ्य-योग महिलाओं में कमर की चौड़ाई बढ़ने से बढ़ता है मौत का ख़तरा May 10, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -चांदनी नई दिल्ली. ऐसे कई प्रमाण मौजूद है जिनमें दिखाया गया है कि लम्बे समय तक कमर के आस पास फैट के बढ़ने से मधुमेह और हृदय बीमारी जैसी समस्याओं का खतरा पैदा हो जाता है, लेकिन हाल के हार्वर्ड ओर नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अध्ययन में दिखाया गया है कि महिलाओं में कमर […] Read more » Woman कमर की चौड़ाई