पुस्तक समीक्षा असहिष्णुता के सुनियोजित प्रोपेगंडा के बरक्स June 14, 2018 / June 14, 2018 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment डॉ. आशीष द्विवेदी ( निदेशक, इंक मीडिया इंस्टीट्यूट, सागर) आज के जमाने में लिखा और कहा तो बहुत कुछ जा रहा है पर उसमें उतना असर दिखता नहीं है। कारण अंतस से मन, वचन और कर्म को एकाकार कर लिखने वाले गिनती के हैं। शायद इसीलिए वह लेखन शाम ढलते ही किसी अंधेरे कोने […] Read more » Featured असहिष्णुता के सुनियोजित उपराष्ट्रपति कलाकार निष्पक्षता प्रोपेगंडा के बरक्स प्रोपेगंडा से वैश्विक मीडिया शिक्षक साहित्य
पुस्तक समीक्षा एक नयी दुनिया के सपनो का नाम प्रोस्तोर: वंदना गुप्ता June 2, 2018 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment वंदना गुप्ता ‘प्रोस्तोर’ एक लघु उपन्यास एम. एम. चन्द्रा जी द्वारा लिखा डायमंड बुक्स से प्रकाशित है. आज बड़े बड़े उपन्यास लिखे जाने के दौर में लघु उपन्यास लिखा जाना भी साहस का काम है और यही कार्य लेखक ने किया है. शायद चुनौतियों से आँख मिला सके वो ही सच्चे साहित्यकार की पहचान होती […] Read more » Featured अघोघ उपन्यास एक नयी दुनिया के सपनो का जितेन्द्र दुष्कर प्रोस्तोर: वंदना गुप्ता बंटी भुवन मुख्य पात्र योगेश राजीव विपिन
पुस्तक समीक्षा राष्ट्रवाद से जुड़े विमर्शों को रेखांकित करती ” राष्ट्रवाद, भारतीयता और पत्रकारिता” किताब April 30, 2018 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment पुस्तक समीक्षा राष्ट्रवाद से जुड़े विमर्शों को रेखांकित करती एक किताब : राष्ट्रवाद, भारतीयता और पत्रकारिता लोकेन्द्र सिंह देश में राष्ट्रवाद से जुड़ी बहस इन दिनों चरम पर है। राष्ट्रवाद की स्वीकार्यता बढ़ी है। उसके प्रति लोगों की समझ बढ़ी है। राष्ट्रवाद के प्रति बनाई गई नकारात्मक धारणा टूट रही है। भारत में बुद्धिजीवियों का एक वर्ग […] Read more » भारतीयता और पत्रकारिता राष्ट्रवाद
पुस्तक समीक्षा ध्येय पथ : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नौ दशक March 3, 2018 by संजय द्विवेदी | 1 Comment on ध्येय पथ : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नौ दशक पुस्तक-समीक्षा आरएसएस की अविराम एवं भाव यात्रा का ‘ध्येय पथ’ – लोकेन्द्र सिंह जनसंचार माध्यमों में जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संबंध में भ्रामक जानकारी आती है, तब सामान्य व्यक्ति चकित हो उठते हैं, क्योंकि उनके जीवन में संघ किसी और रूप में उपस्थित रहता है, जबकि आरएसएस विरोधी ताकतों द्वारा मीडिया में संघ की […] Read more » ध्येय पथ
पुस्तक समीक्षा समाज, प्रकृति और विज्ञान September 18, 2017 by अरुण तिवारी | Leave a Comment समाज का प्रकृति एजेण्डा जगाती एक पुस्तक समीक्षक: अरुण तिवारी पुस्तक का नाम: समाज, प्रकृति और विज्ञान लेखक: श्री विजयदत्त श्रीधर, श्री राजेन्द्र हरदेनिया, श्री कृष्ण गोपाल व्यास, डाॅ. कपूरमल जैन, श्री चण्डी प्रसाद भट्ट संपादक: श्री राजेन्द्र हरदेनिया प्रकाशक: माधवराव सप्रे स्मृति समाचारप संग्रहालय, एवम् शोध संस्थान, माधवराव सप्रे मार्ग (मेन रोड नंबर […] Read more » प्रकृति और विज्ञान समाज
पुस्तक समीक्षा साहित्य सामाजिक चेतना का अग्रदूत: मन की बात July 5, 2017 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment सकारात्मक बदलाव लाती ”मन की बात” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पदभार सँभालने के बाद से ही जनमानस से जुड़ाव की कई सकारात्मक कोशिशें की हैं। मन की बात कार्यक्रम में आमजन से संवाद करना, ऐसा ही एक प्रभावी कदम रहा। प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम न केवल लोकप्रिय बना बल्कि आमजन को जागरूक करने में भी […] Read more » मन की बात सामाजिक चेतना का अग्रदूत
पुस्तक समीक्षा साहित्य सजग पत्रकार की दृष्टि में मोदी-युग June 23, 2017 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment संजय द्विवेदी के जन्म से पूर्व के एक तथ्य को मैं अपनी तरफ से जोड़ना चाहता हूं, जब भारत विभाजन के पश्चात पश्चिमी पंजाब से लाखों की संख्या में हिंदू पूर्वी पंजाब पहुंचे तो संघ के स्वयंसेवकों ने बड़ी संख्या में उनके आतिथ्य, त्वरित पुर्नवास और उनके संबंधियों तक उन्हें पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उस समय बड़ी तादाद में अनेक व्यक्ति घायल और अंग-भंग के शिकार होकर विभाजित भारत में पहुंचे थे। उन्हें यथा संभव उपचार उपलब्ध कराने में संघ के स्वयंसेवकों ने शासन-प्रशासन तंत्र को मुक्त सहयोग दिया था। उसके साथ ही स्वतंत्र भारत ने अनेक प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी संघ के अनुषांगिक संगठनों से जुडे़ समाज सेवियों को स्वतःस्फूर्त सक्रिय पाया जाता रहा। Read more » मोदी युग सजग पत्रकार की दृष्टि में मोदी-युग
पुस्तक समीक्षा आत्ममंथन से व्यंग्यमंथन तक May 27, 2017 by एम्.एम्.चंद्रा | Leave a Comment समीक्षक : एम. एम. चन्द्रा वरिष्ठ व्यंग्यकार हरीश नवल की पुस्तक “कुछ व्यंग्य की कुछ व्यंग्यकारों की ” जब मेरे हाथों में उन्होंने सौंपी, तो कुछ समय के लिए तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ. बस दो पल का आत्मीय मिलन सदियों पुराना बन गया. यह पुस्तक आत्म मंथन से व्यंग्य मंथन तक का सफ़र […] Read more » आत्ममंथन से व्यंग्यमंथन तक कुछ व्यंग्य की कुछ व्यंग्यकारों की
पुस्तक समीक्षा अपना आसमान तराशना April 7, 2017 by गंगानन्द झा | Leave a Comment जीवन में वृद्धि प्रतिबद्धता पर निर्भर करती है, निश्चित पराजय के सामने रहते हुए भी वृद्धि में अवरोध नहीं आता। । अपनी पसन्द और नापसन्दी के कारण हम चीजों को उनके सही परिप्रेक्ष्य में नहीं देख पाते, क्योंकि हमारी समझ हमेशा लगाव और विमुखता से रंजित रहती है। सम्यक सफाई की जाने की जरूरत होती है ताकि चीजें वैसी ही नजर आएँ जैसी वे होती हैं। Read more » अपना आसमान तराशना
पुस्तक समीक्षा साहित्य ‘सेक्युलर्टाइटिस’- एक ऐसा उपन्यास, . जिसकी पूरी कहानी हो गई घटित March 30, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment धारा ३७० को आधार बना कर लिखे गये इस उपन्यास में धर्मनिरपेक्षता पर व्यापक विमर्श हुआ है और देश के तमाम धर्मनिरपेक्ष दलों की भिन्न-भिन्न धर्मनिरपेक्षी नीतियों-करतुतों को उजागर करते हुए उन्हें तरह-तरह की व्यंग्यात्मक संज्ञा देकर चूभनेवाले विशेषण प्रदान किये गये है । मसलन- कांगेस की जजिया, हजिया, सफेद, रंगीन, दुधारु, गोधरी, निर्माणकारी व तीन सौ सतरी धर्मनिरपेक्षता, तो जदयू के नीतीश की Read more » ‘सेक्युलर्टाइटिस
पुस्तक समीक्षा साहित्य “शतपथ ब्राह्मण का महत्वपूर्ण लघु परिचयात्मक ग्रन्थ शतपथ सुभाषित” March 6, 2017 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on “शतपथ ब्राह्मण का महत्वपूर्ण लघु परिचयात्मक ग्रन्थ शतपथ सुभाषित” मनमोहन कुमार आर्य शतपथ ब्राह्मण पर स्मृति-शेष प्रतिष्ठित आर्य विद्वान पं. वेदपाल जी ने ‘शतपथ सुभाषित’ नाम से एक लघु पुस्तक लिखी है। इस पुस्तक का प्रकाशन सन् 1998 में हुआ। डा. भवानीलाल भारतीय जी ने इस ग्रन्थ पर अपनी सम्मति दी है जिसे हम प्रस्तुत कर रहे हैं। वह लिखते हैं कि शतपथ […] Read more » shatpath subhashit शतपथ ब्राह्मण
पुस्तक समीक्षा साहित्य ‘उत्तर प्रदेश – विकास की प्रतीक्षा में’ पुस्तक समीक्षा February 13, 2017 / February 13, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment Bloomsbury प्रकाशन द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में पिछले 15 सालों में सपा-बसपा द्वारा उत्तर प्रदेश में किये गए कु-शासन को विस्तार से व्यापक रिसर्च करके प्रस्तुत किया गया है. इस पुस्तक के लेखक है, शान्तनु गुप्ता, जिन्होंने लंदन से पॉलिसी और राजनीति की पढ़ाई की है। और लम्बे समय से भारत में डिवेलप्मेंट रीसर्च में […] Read more » Book by Shantanu Gupta book review by Shantanu Gupta Uttar Pradesh Vikas ki pratiksha mein उत्तर प्रदेश - विकास की प्रतीक्षा में