लेख रक्षक बने भक्षक November 13, 2025 / November 13, 2025 by डॉ. नीरज भारद्वाज | Leave a Comment व्यक्तियों की सोच दृष्टि और दृष्टिकोण किसी भी समाज को उच्च पद प्रतिष्ठा पर ले जा सकती है तथा उसे गिरा भी सकती है। व्यक्ति की कार्यशैली ही उसके व्यक्तित्व को महान Read more » रक्षक बने भक्षक
लेख भारत की जनसंख्या के मूल में हिंदुत्व November 13, 2025 / November 13, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शताब्दी यात्रा एक उत्तेजक वैचारिक यात्रा रही है। मनुष्य की शारीरिक खुराक रोटी-पानी और हर हाथ को रोजगार के बाद जो सर्वाधिक जरूरी है, वह Read more » भारत की जनसंख्या के मूल में हिंदुत्व
लेख वंदे मातरम् की गौरव गाथा November 13, 2025 / November 13, 2025 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment वंदे मातरम् को भारत की शाश्वत संकल्पना बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस राष्ट्रीय गीत के 150 वर्ष पूरे होने पर वर्ष भर चलने वाले स्मरणोत्सव का शुभारंभ Read more » वंदे मातरम्
लेख करुणा एवं संवेदनाओं से ही दुनिया में संतुलन संभव November 13, 2025 / November 13, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment आज का मनुष्य जितनी तीव्रता से भौतिक प्रगति कर रहा है, उतनी ही तेजी से मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं से दूर होता जा रहा है। विज्ञान ने जीवन को सुविधाजनक बनाया है Read more » World Kindness Day विश्व दयालुता दिवस
लेख हर बच्चे के सपने को बचाने का संकल्प November 13, 2025 / November 13, 2025 by संध्या राजपुरोहित | Leave a Comment सुबह की पहली किरणें जब जंगल की ओट से उतरती हैं, तब किसी छोटे से जनजातीय गाँव में कुछ नन्हे कदम तेजी से चलने लगते हैं। इन कदमों की दिशा स्कूल की ओर नहीं, Read more » बाल दिवस
लेख कब खत्म होगा सलाखों से दाग कर इलाज करने का जानलेवा फरेब November 13, 2025 / November 13, 2025 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment सलाखों से दाग कर इलाज करने का भ्रम भारत में बच्चों की जान ले रहा है। इक्कीसवीं सदी में भी इस तरह के मामले सामने आना चिंताजनक है। इससे यह साबित होता है कि भारत का एक वर्ग अब भी Read more » सलाखों से दाग कर इलाज करने का जानलेवा फरेब
लेख विधि-कानून भारत में धर्मांतरण विरोधी कानून: धार्मिक स्वतंत्रता और धर्मनिरपेक्षता की संवैधानिक चुनौती November 13, 2025 / November 13, 2025 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment भारत में धर्मांतरण विरोधी कानूनों को सामाजिक सद्भाव बनाए रखने के नाम पर लागू किया गया है, परंतु इनका वास्तविक प्रभाव नागरिकों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर नियंत्रण के रूप में उभर रहा है। Read more » Anti-conversion laws in India Anti-Conversion Laws in India: A Constitutional Challenge to Religious Freedom and Secularism भारत में धर्मांतरण विरोधी कानून
लेख रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट ही नहीं, रिटर्न ऑन नेचर की चर्चा हो November 11, 2025 / November 11, 2025 by पंकज जायसवाल | Leave a Comment आज का अर्थशास्त्र केवल उत्पादन, पूंजी और लाभ के समीकरण पर केंद्रित हो गया है लेकिन जब हम सामाजिक न्याय की दृष्टि से अर्थशास्त्र को देखते हैं तो यह स्पष्ट होता है कि लाभ Read more » रिटर्न ऑन नेचर
लेख शिक्षा भविष्य की बुनियाद लेकिन हिल रही नींव November 10, 2025 / November 10, 2025 by राजेश जैन | Leave a Comment हमारे बच्चे और युवा देश का भविष्य हैं और शिक्षा उन्हें दिशा देती है। दूसरी ओर स्कूल और कॉलेज में सीखने-सीखने का उद्देश्य कमजोर पड़ता नजर आ रहा है। Read more » राष्ट्रीय शिक्षा दिवस
लेख नियुक्ति ही नहीं, मुक्ति देने वाली शिक्षा की जरूरत November 10, 2025 / November 10, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment हर वर्ष 11 नवंबर को हम राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाते हैं। यह दिन केवल औपचारिक उत्सव का नहीं बल्कि आत्ममंथन का अवसर है। Read more » national education day राष्ट्रीय शिक्षा दिवस
लेख हवा को जहर बनाता दिल्ली का आत्मघाती प्रदूषण November 10, 2025 / November 10, 2025 by ललित गर्ग | Leave a Comment दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण एक बार फिर दुनिया की नजरों में भारत की राजधानी को शर्मसार कर रहा है। कभी संस्कृति, ऊर्जा और प्रगति की पहचान रही दिल्ली आज धुएं और धूल की चादर में लिपटी दिखाई देती है। Read more » Delhi's suicidal pollution poisons the air आत्मघाती प्रदूषण
लेख पांडव निष्ठा और भावुकता से सर्वसम्पन्न थे वही कौरव सर्वदोषसम्पन्न थे November 7, 2025 / November 7, 2025 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव सत्य स्वयं प्रतिष्ठित होता है ओर सब कुछ सत्य का आधार पाकर प्रतिष्ठित होता है। आज विश्व में प्रतिष्ठित होने वाला यह मनुष्य दुखी क्यों है? चारों युगों में सुख दुख असमान रूप से प्रतिष्ठित रहा है जिसमें अगर द्वापरयुग का प्रकरण लिया जाए तो यह सभी के लिए प्रासंगिक होगा। इस युग […] Read more » कौरव सर्वदोषसम्पन्न