लेख अंधविश्वास एवं जादू-टोना की क्रूरताएं कब तक? October 5, 2019 / October 5, 2019 by ललित गर्ग | 2 Comments on अंधविश्वास एवं जादू-टोना की क्रूरताएं कब तक? – ललित गर्ग-ओडीशा के गंजाम जिले के कुछ अंधविश्वासी लोगों ने वहां के छह बुजुर्ग व्यक्तियों के साथ जिस तरह का बर्ताव किया, उससे एक बार फिर यही पता चलता है कि हम शिक्षित होने एवं विकास के लाख दावे भले करें, लेकिन समाज के स्तर पर आज भी काफी निचले पायदान पर खड़े हैं। […] Read more » superstition in India अंधविश्वास एवं जादू-टोना
जन-जागरण लेख पश्चिमी इतिहासकारों के ऐतिहासिक षड्यंत्र और दृष्टि-दोष का परिणाम October 4, 2019 / October 4, 2019 by अखिलेश आर्येन्दु | Leave a Comment अखिलेश आर्येन्दु आर्य और द्रविण को लेकर ईसाई पादरियों द्वारा जाति, भाषा, सभ्यता, संस्कृति, क्षेत्र और धर्म के आधार पर काल्पनिक विभेद को विश्व इतिहास में सत्य साबित करने के लिए पिछले दो सौ वर्षों के अन्तराल में एक षड्यंत्र के तहत अभियान चलाया गया। भारत में ब्रिटिश सत्ता जब तक कायम रही तब तक […] Read more » Comparative Philology of the Dravadian or South Indian Languages
लेख भारत के लोकप्रिय एवं यशस्वी प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयन्ती पर सादर नमन October 3, 2019 / October 3, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment आज जयन्ती के अवसर पर पावन स्मरण- मनमोहन कुमार आर्य आज देश के सर्वप्रिय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी (1904-1966) की जयन्ती है। वह श्री पिता शारदा प्रसाद श्रीवास्तव तथा माता श्रीमती राम दुलारी देवी जी के सुयोग्य पुत्र थे। शास्त्री जी की महत्ता अनेक बातों के साथ इस बात में भी है कि […] Read more »
लेख साहित्य और मनोविज्ञान October 3, 2019 / October 3, 2019 by बीनू भटनागर | Leave a Comment साहित्य मानव अनुभूतयों और सामाजिक व्यवहार का दर्पण होता है। साहित्यकार अपनी व्यक्तिगत कल्पनाओं और प्रतीकों के आधार पर, यथार्थ के धरातल पर, मानवीय संवेगों को संजोकर कोई रचना लिखता है। दूसरी ओर मनोविज्ञान व्यवहार का विज्ञान है, जो मन मे उठते अंतर्द्वन्दों, ,संवेगों और उद्वेगों के प्रभावों का अध्ययन करता है। साहित्य का क्षेत्र […] Read more » मनोविज्ञान साहित्य साहित्य और मनोविज्ञान
लेख संस्कृत ही विश्व की प्राचीनतम भाषा है, अन्य कोई नहीं है October 3, 2019 / October 3, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य हम भारत के एक हिन्दी प्रदेश उत्तराखण्ड में निवास करते हैं और यहीं हमारा जन्म हुआ है। इससे पूर्व उत्तरखण्ड उत्तर प्रदेश राज्य का अंग हुआ करता थां। हमारी मातृ भाषा हिन्दी है। हिन्दी को संस्कृत की पुत्री कहा जाता है और वस्तुतः यह सत्य ही है। इसी प्रकार से देश […] Read more » संस्कृत
लेख स्वास्थ्य-योग कहर बरपाता डेंगू का डंक September 25, 2019 / September 25, 2019 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment डेंगू के उपचार से बेहतर है बचाव – योगेश कुमार गोयल डेंगू वैसे तो हर साल खासकर बारिश के मौसम में लोगों पर कहर बनकर टूटता रहा है लेकिन इस वर्ष उत्तराखंड में इसके कारण महामारी जैसे हालात नजर आने लगे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अभी तक राज्य में डेंगू के मरीजों की […] Read more »
लेख विविधा नए मोटर व्हीकल एक्ट से मेरा देश परेशान September 12, 2019 / September 12, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग – नया बना मोटर व्हीकल एक्ट देश को राहत पहुंचाने की बजाय परेशानी का सबब बन रहा है। अनेकों विरोधाभासों एवं विसंगतियों से भरे इस कानून से मेरा देश परेशान है। यह कानून विरोधाभासी होने के साथ-साथ समस्या को और गंभीर बना रहा है। एक नये किस्म के भ्रष्टाचार को पनपने का […] Read more » new motor vehicle act नए मोटर व्हीकल एक्ट
लेख मैगसेसे मंच से रविश कुमार ने खूब उगला जहर September 6, 2019 / September 6, 2019 by संजय सक्सेना | 2 Comments on मैगसेसे मंच से रविश कुमार ने खूब उगला जहर हिन्दी पत्रकारों,मोदी सरकार,मिशन चन्द्रयान सबकी उड़ाई खिल्ली संजय सक्सेना छक्ज्ट इंडिया और उसके मैनेजिंग एडिटर […] Read more » Magsaysay Award to Ravish Kumar Ravish Kumar रविश कुमार
लेख ज्ञान के महासागर थे डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन। September 6, 2019 / September 6, 2019 by आई. पी ह्यूमन | Leave a Comment प्रथम भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण की आज 131वीं जयंती है।उनके जन्म दिवश को शिक्षक दिवश के रूप में हर वर्ष 5 सितम्बर को देश भर में बढ़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है।बदलते सामाजिक परिवेश और भारतीय पारम्परिकता और भारतीय संस्कृति के आधुनिकता के दौर में जहाँ गुरु और शिष्य के बीच मात्र […] Read more » डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
लेख आनन्दीबेन पटेल की अनुकरणीय पहल August 28, 2019 / August 28, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- आज जीवन में प्रेरणा के स्रोत सूख गये हंै। भगवान की साक्षी से सेवा स्वीकारने वाला डाक्टर भी रोगी से व्यापार करता है। जिस मातृभूमि के आंगन में छोटे से बड़े हुए हैं, उसका भी हित कुछ रुपयांे के लालच में बेच देते हैं। पवित्र संविधान की शपथ खाकर कुर्सी पर बैठने वाला […] Read more » Anandiben Patel exemplary initiative
लेख राष्ट्र निर्माण की चिकीर्षा August 27, 2019 / August 27, 2019 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment स्वतंत्र भारत के इतिहास में सत्ता में बैठे शासकों ने सम्भवतः प्रथम बार राजनीति को राष्ट्रनीति में परिवर्तन करने का संकल्प दिखाया है। तीन मूर्ति मोदी-शाह-डोभाल ने “राष्ट्र निर्माण की चिकिर्षा” का अद्भुत परिचय दिया है। देश के साथ विश्वासघात करके अनुच्छेद 35 A व 370 को संविधानिक बना कर विभाजनकारी नीतियों को अभी तक […] Read more » Education nation building
लेख मजबूत इच्छाशक्ति से बदलता भारत August 26, 2019 / August 26, 2019 by आचार्य डाॅ. लोकेशमुनि | Leave a Comment आचार्य डाॅ. लोकेशमुनि- देश में जब से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने हंै, सकारात्मक परिवर्तन की बयार बहती दिख रही है। इसके पीछे मजबूत नेतृत्व, विकास नीतियां एवं आदर्श मूल्यों की स्थापना का संकल्प है। राष्ट्र में राजनीतिक परिवेश ही नहीं बदला बल्कि जन-जन के बीच का माहौल, मकसद, मूल्य और मूड सभी कुछ परिस्थिति और […] Read more » changes india strong willpower