लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा Part 10 July 1, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment महाराणा का राजधर्म भी यही था यह था भारत का राजधर्म। महाराणा प्रताप इसी राजधर्म की रक्षार्थ अकबर से संघर्षरत रहे। हमारा राजधर्म व्यक्ति की निजी स्वतंत्रता का उद्घोषक था। व्यक्ति के विचार-अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उदघोषक था। अकबर राजधर्म की परिभाषा तक नही जानता था। ऐसे बादशाहों की बादशाहतें क्रूरता पर अवलंबित होती हैं। […] Read more » Featured Maharana Pratap अकबर अकबर इस्लामिक राजधर्म का संवाहक प्राचीन राजधर्म भारतीय राजधर्म महाराणा प्रताप भारत के राजधर्म के संवाहक महाराणा प्रतापसिंह हमारा प्राचीन राजधर्म
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा Part 9 July 1, 2016 / July 1, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment कुछ आदर्शों को लेकर महाराणा करते रहे अकबर से युद्घ राकेश कुमार आर्य इतिहास के पन्नो से  भारत में राजधर्म की महत्ता भारत का क्षात्र धर्म अति व्यापक है। महाभारत ‘शांति-पर्व’ (63 : 29) में कहा गया है :- सर्वेत्यागा राजधर्मेषु दृष्टा:। सर्वादीक्षा राजधर्मेषु योक्ता। सर्वाविद्या राजधर्मेषु युक्ता:। सर्वे लोका: राजधर्मेषु प्रविष्ठा। इसका अभिप्राय […] Read more » Featured Maharana Pratap अकबर प्राचीन राजधर्म हमारा प्राचीन राजधर्म
लेख साहित्य स्वदेश, स्वधर्म और स्वसंस्कृति का रक्षक सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य June 28, 2016 by राकेश कुमार आर्य | 3 Comments on स्वदेश, स्वधर्म और स्वसंस्कृति का रक्षक सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य किया गया हेमचंद्र विक्रमादित्य को इतिहास में उपेक्षित जिस समय अकबर कलानौर के दुर्ग में भारत में अपने पिता द्वारा विजित क्षेत्रों का राजा बनाया गया, उस समय आगरा पर सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य (1501-1556 ई.) उपनाम हेमू का शासन था। मां भारती के जिन अमर हुतात्मा वीरों को इतिहास में उनके वीरतापूर्ण कृत्यों से खींझकर […] Read more » Featured Maharaja Hemchandra Vikramaditya सम्राट हेमचंद्र (हेमू) विक्रमादित्य हेमचंद्र विक्रमादित्य
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part – 8) June 27, 2016 / June 27, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment अकबर की महानता और भारतीय परंपरा में राजा के गुण राकेश कुमार आर्य भारत के विषय में बाबर के विचार भारत के विषय में बाबर ने लिखा है-‘‘हिन्दुस्थान में बहुत कम आकर्षण है। यहां के निवासी न तो रूपवान होते हैं, और न ही सामाजिक व्यवहार में कुशल होते हैं। ये न तो किसी से […] Read more » Featured अकबर का पालन पोषण अकबर का राज्यारोहण भारत के विषय में बाबर के विचार हुमायूं का पुत्र अकबर
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 7) June 19, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment हम रहे हैं मोक्ष और लोक की स्वतंत्रता के सनातन साधक राकेश कुमार आर्य इतिहासकार कानूनगो का कथन इतिहासकार कानूनगो ने शेरशाह के विषय में लिखा है –“ऐतिहासिक दस्तावेजों की कमी के उपरांत जो कुछ सामग्री उपलब्ध है वह यह बात स्पष्ट कर देती है कि अकबर और उसके उत्तराधिकारियों के साम्राज्य जिन विचारों पर […] Read more » Featured भारत शेरशाह संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 6) June 18, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment तथाकथित ‘न्यायशील’ शेरशाह सूरी का हिंदुओं के प्रति न्याय राकेश कुमार आर्य महर्षि दयानंद जी महाराज के जीवन की एक घटना महर्षि दयानंद जी महाराज के जीवन की एक घटना है। एक बार स्वामीजी सोरों गये तो वहां के लोगों ने स्वामी कैलाश पर्वत को बुला लिया, कि आपका यहां वराह मंदिर होने के उपरांत […] Read more » ‘न्यायशील’ शेरशाह सूरी का हिंदुओं के प्रति न्याय Featured राजा पूरनमल की वीरता शेरशाह सूरी
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 5) June 16, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment शेरशाह के काल में राजा पूरनमल और मालदेव ने जारी रखा स्वातंत्र्य समर राकेश कुमार आर्य बाबर की पंथनिरपेक्षता कुछ प्रगतिशील लेखकों ने बाबर को साम्प्रदायिक सदभाव के सृजक के रूप में प्रस्तुत किया है। इतिहास पुस्तकों में अंतिम समय में बाबर द्वारा अपने पुत्र हुमायूं को दी गयी यह शिक्षा बार-बार दोहरायी जाती है […] Read more » जोधपुर नरेश मालदेव शेरशाह सूरी संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
लेख साहित्य बंदा सिंह बहादुर ने रचा इतिहास – डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री June 15, 2016 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अठारहवीं शताब्दी के शुरु में ही हुई दो लड़ाइयाँ अपना ऐतिहासिक महत्व रखती हैं । इन दोनों लड़ाईयों ने पश्चिमोत्तर भारत में विदेशी मुग़ल वंश के कफ़न में कील का काम किया । ये लडाईयां थीं पंजाब में सरहिन्द और गुरदास नंगल की लडाई । इन दोनों लड़ाईयों का नेतृत्व […] Read more » Banda Singh Bahadur Featured बंदा सिंह बहादुर लक्ष्मण देव
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 4) June 15, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment भारत से भागा हुआ हुमायूं परिस्थितिवश पुन: लौट आया राकेश कुमार आर्य हुमायूं के प्रति हमारे शासकों का प्रमाद प्रदर्शन यह हमारी दुर्बलता या ‘सदगुण विकृति’ का ही एक उदाहरण है कि जब हुमायूं इस देश से उसी के मजहबी भाइयों के द्वारा निकाल दिया गया था और वह इधर-उधर भटक-भटक कर समय व्यतीत कर […] Read more » राजा मालदेव संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा हुमायूं
लेख साहित्य गंगा दशहरा अर्थात गंगावतरण की पौराणिक कथा June 14, 2016 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” भारतवर्ष के पौराणिक राजवंशों में सबसे प्रसिद्ध राजवंश इक्ष्वाकु कुल है। इस कुल की अट्ठाईसवीं पीढ़ी में राजा हरिश्चन्द्र हुए, जिन्होंने सत्य की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया । इसी कुल की छत्तीसवीं पीढ़ी में अयोध्या में सगर नामक महाप्रतापी , दयालु, धर्मात्मा और प्रजा हितैषी राजा हुए। गर अर्थात विष […] Read more » गंगा दशहरा गंगावतरण गंगावतरण की पौराणिक कथा
लेख साहित्य 14 जून : विश्व रक्तदान दिवस June 14, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी वर्ष 1997 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 100 फीसदी स्वैच्छिक रक्तदान नीति की नींव डाली है। संगठन ने यह लक्ष्य रखा था कि विश्व के प्रमुख 124 देश अपने यहाँ स्वैच्छिक रक्तदान को ही बढ़ावा दें। मक़सद यह था कि रक्त की जरूरत पड़ने पर उसके लिए पैसे देने की जरूरत नहीं […] Read more » Featured world bloodbank day विश्व रक्तदान दिवस
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 3) June 13, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment बाबर के पश्चात हुमायूं को भी नही मिला हिंदुओं का सम्मान राकेश कुमार आर्य क्षत्रिय जातियों का मूल उद्गम एक ही है ‘पंजाब कास्ट्स’ में सर इबट्सन ने लिखा है-‘‘गूजर पंजाब की सबसे बड़ी आठ जातियों में से एक है। ऊंची जातियों में केवल जाट, राजपूत, पठान, आर्य एवं ब्राह्मण तथा नीची जातियों चमार तथा […] Read more » babar Featured Humayun भारत संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा