लेख शख्सियत महामानव एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित गोपाल कृष्णजी पुराणिक। July 9, 2021 / July 9, 2021 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment महामानव एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित गोपाल कृष्णजी पुराणिक। – माधव “शरण द्विवेदी मुझे पंडित गोपाल कृष्ण पुराणिक जी के सानिध्य का सौभाग्य प्राप्त हुआ इसलिये मैं अपने आप को भाग्यशाली मानता हूॅूॅॅ़़। आदर्श सेवा संघ के संस्थापक अध्यक्ष और ’’रूरल इंडिया’’ के सम्पादक पुराणिक जी सच्चे देश भक्त थे व ग्वालियर के प्रसिद्व गांधीवादी […] Read more » Great man and freedom fighter Pandit Gopal Krishnaji Puranik. Pandit Gopal Krishnaji Puranik स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित गोपाल कृष्णजी पुराणिक
लेख समाज दहेज प्रथा के प्रति सामाजिक चेतना जगाने की आवश्यकता July 9, 2021 / July 9, 2021 by अली खान | Leave a Comment विश्व बैंक के एक अध्ययन में यह सामने आया है कि पिछले कुछ दशकों में भारत के गांवों में दहेज प्रथा काफी हद तक स्थिर रही है। लेकिन यह सामाजिक बुराई बदस्तूर जारी है। अध्ययनकर्ताओं ने 1960 से लेकर 2008 तक ग्रामीण भारत में हुई, चालीस हजार शादियों का अध्ययन किया है। उन्होंने पाया कि […] Read more » दहेज प्रथा
पर्यावरण लेख भीषण हीटवेव: अपने किये की सज़ा भुगत रही है अमेरिका और कनाडा की जनता July 9, 2021 / July 9, 2021 by निशान्त | Leave a Comment ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के कारण होने वाले जलवायु परिवर्तन ने हीटवेव होने की संभावना कम से कम 150 गुना अधिक कर दी। कनाडा और अमेरिका की जनता बेतहाशा चढ़ते पारे की शक्ल में जिस परेशानी से ग़ुज़र रही है, उसके लिए वो सीधे तौर पर ज़िम्मेदार है।दरअसल प्रमुख जलवायु वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम द्वारा […] Read more » Fierce heatwave the people of America and Canada are facing the punishment for their actions
कविता शराबी की शायरी मरने के बाद July 6, 2021 / July 6, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment रोक दो मेरे जनाजे को,मुझ में जान आ रही है।आगे से जरा राइट ले लोदारू की दुकान आ रही है।। बोतले छिपा दो मेरे कफ़न मे,श्मशान में रोज पिया करूंगा।जब मांगेगा हिसाब ख़ुदा मेरे से,उसको भी दो पेग दिया करूंगा।। ले लो जब शराब की बोतले,थोड़ा सा आगे जरा बढ़ना,नमकीन वाला भी बैठा है,उससे नमकीन […] Read more » Shayari of drunkard after death
कविता ईश्वर तेरे सारे नाम विस्फोटक हो चुके July 6, 2021 / July 6, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —–विनय कुमार विनायकईश्वर तेरे सारे नामबारूद-डायनामाइट साविस्फोटक हो चुके! कैसे पुकारुं?हफियाते-उबासते,जब कभी निकल पड़तातुम्हारा कोई संबोधन तबहड़बड़ाए ताकता हूं आजू-बाजूकहीं उसने तो नहीं सुन लिया,वर्ना मारा जाऊंगा जब झुटपुटेअंधियारे में गुजरूंगाउसकी गली से! हे राम!तुम्हारे सारे नामसराबोर हो चुके हैंमिसाइली दुर्गंध से! ब्रह्म; पुरातन भ्रम!ईश्वर; आज का बवंडर!अल्लाह; आग सा शोला!गॉड; पश्चिमी रंगभेदी लार्ड! क्या […] Read more » God all your names have become explosive ईश्वर तेरे सारे नाम विस्फोटक हो चुके
कविता जागो बिहार कि तुमने जग को जगाया है July 6, 2021 / July 6, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकजागो बिहार कि तुमने जग को जगाया है,उठो बिहार कि तुमने विश्व को उठाया है! जब दुनिया अंधियारी थी तूने रोशनी बारी,अब सारा जग रौशन है तू क्यों अंधियारी! जब अज्ञानता चहुंओर, विज्ञान का ना शोर,जब सूर्य चंद्र धरती का नहीं कही था छोर! तब बिहार तुमने आर्यभट्ट दुनिया को दिए,जो विश्व के […] Read more » जागो बिहार जागो बिहार कि तुमने जग को जगाया है
लेख महाकाल की परिवर्तनकारी चेतना का प्रकाशपुंज है गायत्री तीर्थ ‘शांतिकुंज’ July 5, 2021 / July 5, 2021 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वालाभारत सरकार ने हरिद्वार में अवस्थित ‘गायत्री तीर्थ शांतिकुंज’ कीस्वर्ण जयन्ती के अवसर पर पिछले गंगा दशहरा के दिन उस आध्यात्मिक स्थापनाके नाम से एक डाक-टिकट जारी किया है । शांतिकुंज मैं प्रायः जाते रहताहूं । वह स्वतंत्रता सेनानी से आध्यात्मिक साधक तपस्वी ऋषि बने पण्डितश्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा स्थापित एक ऋषि-अरण्यक है.जहां एक […] Read more » beacon of transformational consciousness of Mahakal Gayatri Teerth Shantikunj शांतिकुंज
कविता कोई प्यार करना सीखे तो हिन्दुओं से July 5, 2021 / July 5, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायककोई प्यार करना सीखे तो हिन्दुओं सेहिन्दू धर्म अति सहिष्णु एवं उदार हैहिन्दू धोखेबाज,वादाखिलाफ नहीं होतेहिन्दू धर्म में तलाक की कुप्रथा नहीं है! हिन्दू मां-पिता परिवार की सहमति सेविवाह संस्कार में बंधना पसंद करते,विवाह के पहले वर वधू अनजाने होते,हिन्दू विवाह को ईश्वरीय विधान कहते! हिन्दू आजीवन अनजाने प्यार को निभातेहिन्दुओं का प्यार […] Read more » कोई प्यार करना सीखे तो हिन्दुओं से
लेख कोरोना महामारी में मजदूर वर्ग की आजीविका संकट में July 5, 2021 / July 5, 2021 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment अरुण जिंदल जयपुर, राजस्थान दुनिया अभी कोरोना की दूसरी लहर से पूरी तरह उभरी भी नहीं है कि कुछ देशों में फिर से बढ़ते आंकड़े तीसरी लहर की आशंका को जन्म देने लगे हैं। कोरोना की दूसरी लहर ने भारत में सबसे अधिक तबाही मचाई थी। इंसानी जानों के अलावा इसने अर्थव्यवस्था को भी ज़बरदस्त नुकसान […] Read more » The livelihood of the working class in crisis in the corona epidemic मजदूर वर्ग की आजीविका
कविता जीवन July 5, 2021 / July 5, 2021 by प्रभात पाण्डेय | Leave a Comment रोने से क्या हासिल होगाजीवन ढलती शाम नहीं हैदर्द उसी तन को डसता हैमन जिसका निष्काम नहीं है ।।यह मेरा है ,वह तेरा हैयह इसका है ,वह उसका हैतोड़ फोड़ ,बाँटा -बाँटी का ,गलत इरादा किसका हैकर ले अपनी पहचान सहीतू मानव है ,यह जान सहीदानवता को मुंह न लगामानवता का कर मान सहीतुम उठो […] Read more » life जीवन
लेख भारतीय चर्च सेंट थॉमस का एक दशकीय उत्सव मनाने से पहले दलित ईसाइयों से किए गए अपने व्यवहार के लिए क्षमा मांगे ! July 5, 2021 / July 5, 2021 by आर.एल. फ्रांसिस | Leave a Comment आज चर्च भारतीय ईसाई दिवस (येशु भक्ति दिवस) मना रहा है। 3 जुलाई भारत के ईसाइयों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन रहा है। यह सेंट थॉमस द एपोस्टल का पर्व है। भारतीय चर्च ने ईसा मसीह की 2000 वीं वर्षगांठ के सम्मान में एक दशक के उत्सव (2021-2030) काे मनाने का ऐलान किया है। ईसा मसीह के बारह […] Read more » भारतीय चर्च सेंट थॉमस
कविता कबीर से कहना है July 3, 2021 / July 3, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —–विनय कुमार विनायकहे वाणी के डिक्टेटर!जातिवाद/साम्प्रदायिकता केप्रबल विरोधी धक्कामार! यकीन नहीं होता कि गुलामभारत में तुमने वह सबकुछ कहाएक सहज सपाट बयानी मेंजिसे आजादी की सांस लेते लोगकहते डरते स्वतंत्रता के लुटेरों से! काश अगर तुम आज होतेकबीर नहीं मात्र कवि होते!राजनीति की दोगली चाल से सहमेविम्ब-प्रतीक की ढाल में दुबकेमुलम्मामार शब्दों में घिघियातेकबीर नहीं […] Read more » कबीर से कहना है