खेत-खलिहान विविधा उत्तराखंड का ग्रामीण परिवेश :समस्याए और समाधान March 15, 2017 by प्रदीप रावत | Leave a Comment लोग कहते है उत्तराखंड बदल रहा है लेकिन गाँवो में जाकर देखो तो बदला हुवा कही भी नज़र नही आता । आज भी गाँवो में शिक्षा,मेडिकल सुविधा व सड़क आदि विकाश के मानको का बुरा हाल है । उत्तराखंड बनने के बाद से ही पलायन को रोकना व ,गाँवो का विकाश दो महत्वपूर्ण […] Read more » Featured problems and solutions of villages in uttrakhand villages in uttrakhand उत्तराखंड उत्तराखंड का ग्रामीण समस्याए उत्तराखंड का ग्रामीण समाधान ग्रामीण परिवेश
खेत-खलिहान विविधा असली खाद के पहचान की घरेलू विधि February 6, 2017 / February 6, 2017 by राजमणि | Leave a Comment राजमणि यूरिया किसान भाइयों यूरिया की असली पहचान है इसके सफेद चमकदार लगभग समान आकार के कड़े दाने इसका पानी में पूर्णतया घुल जाना तथा इसके घोल को छूने पर शीतल अनुभूति होना ही इसकी असली पहचान है। किसान भाइयों यूरिया को तवे पर गर्म करने से इसके दाने पिघल जाते है यदि हम आंच […] Read more » dap urea potash zink sulphate जिंक सल्फेट डी.ए.पी. पोटास यूरिया सिंगल सुपर फॉस्फेट
खेत-खलिहान जन-जागरण पर्यावरण विविधा हवा की शुद्वता के लिए प्रदूषण के खिलाफ जनान्दोलन छेड़ने की जरूरत November 7, 2016 by महेश तिवारी | 1 Comment on हवा की शुद्वता के लिए प्रदूषण के खिलाफ जनान्दोलन छेड़ने की जरूरत खेती और किसानों के लिए अहम पराली को संरक्षित करने के बाबत बनाई गई राष्ट्रीय पराली नीति भी राज्य सरकारों के ठेंगा पर दिख रही है। गेहूं, धान और गन्ने की पत्तियां सबसे ज्यादा जलाई जाती है। अधिकृत रिपोर्ट के अनुसार देश के सभी राज्यों को मिलाकर सालाना 50 करोड़ टन से अधिक पराली निकलती है उम्मीदों से भरे प्रदेश उत्तर प्रदेश मे छह करोड़ टन पराली में से 2.2 करोड़ टन पराली जलाई जाती है। Read more » Environmental Pollution Featured pollution control प्रदूषण के खिलाफ जनान्दोलन हवा की शुद्वता
खेत-खलिहान ज्योतिष विविधा कहीं आपकी जन्म कुंडली में व्यभिचारी जीवनसाथी मिलने के योग तो नहीं? October 24, 2016 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment यदि जन्म कुंड़ली मे सप्तम भाव में राहु होने पर जीवनसाथी धोखा देने वाला कई स्त्री-पुरुष से संबंध रखने वाला व्यभिचारी होता हैं व विवाह के बाद अवैध संबंध बनाता है। उक्त ग्रह दोष के कारण ऐसा जीवनसाथी मिलता हैं जिसके कई स्त्री-पुरुष के साथ अवैध संबंध होते हैं। जो अपने दांपत्य जीवन के प्रति अत्यंत लापरवाह होते हैं। Read more » व्यभिचारी जीवनसाथी
खेत-खलिहान विविधा फसल की अनिश्चिन्तताओं को दूर करता प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना July 24, 2016 by सुवर्णा सुषमेश्वरी | 1 Comment on फसल की अनिश्चिन्तताओं को दूर करता प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सुवर्णा सुषमेश्वरी कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था पर आधारित होने के कारण कृषि के विकास के लिए विभाजित भारत में भारत सरकार के द्वारा समय –समय पर अनेक कार्यक्रमों , योजनाओं का प्रारम्भ किया गया , लेकिन भारतीय कृषि के विकास के लिए ये योजनायें ढाक का पात ही साबित हुई हैं । विभाजन के पश्चात कृषि […] Read more » Featured pradhanmantri fasal bima yojna प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फसल फसल की अनिश्चिन्तताओं को दूर करता
खान-पान खेत-खलिहान विज्ञान विविधा जैविक कृषि : कृषि विचार मन्थन से अमृत तत्व July 17, 2016 by शिवदेव आर्य | Leave a Comment किसी भी कार्य की दिशा में बढाया गया प्रथम कदम सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि प्रथम कदम मार्ग को प्रशस्त करता है। समय तथा हमारा जीवन हमसे अपेक्षा करता है कि हम स्वयं का ध्यान रखें तथा ध्यान हम तभी रख सकते हैं जब हमारा आहार शुध्द हो एवं शुध्द आहार के लिए कृषि […] Read more » Featured Organic Farming अमृत तत्व कृषि विचार मन्थन जैविक कृषि
खेत-खलिहान पर्यावरण विविधा कृषि का सत्यानाश July 6, 2016 by अश्वनी कुमार, पटना | 7 Comments on कृषि का सत्यानाश भारत की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित अर्थव्यवस्था है| देश के ग्रामीण इलाकों में रहनेवाली आबादी भारी तौर पर कृषि पर ही आधारित है| इस देश का किसान अपनी मेहनत और परिश्रम के बल पर अनाज उगाता है, उसे सींचता है फिर भी उनकी मेहनत का मूल्य उपजाने में लगी लागत से भी कम मिलता है| अब […] Read more » कृषि कृषि का सत्यानाश
खेत-खलिहान किसान आयोग की संस्तुति लागू हो July 1, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी खेती और किसानी पर जितनी बातें हमारे देश में होतीं हैं, अगर उनका कुछ अंश भी साकार हो तो हमारे यहां खेती को वाकई पुनर्जीवन मिल जाएगा। जो खेती इस समय मजबूरी का कार्य बन चुकी है, जिसे करने वाले अन्य पेशों से अपने को हीनतर मानने की स्वाभाविक मानसिकता में जीते […] Read more » Featured एपीएमसी एक्ट किसान आयोग की संस्तुति किसान क्रेडिट कार्ड योजना कृषि उत्पाद विपणन समिति कानून खाद्यान्न महंगाई खेती और किसानी राष्ट्रीय किसान आयोग
खेत-खलिहान जंगलों की भयावह आग May 18, 2016 / May 18, 2016 by अजेंद्र अजय | Leave a Comment अजेन्द्र अजय वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा से उत्तराखण्ड अभी ठीक से उबर भी नहीं सका था, कि जंगलों की भयावह आग ने एक बार फिर से इस प्रदेश को आपदा के आगोश में ले लिया। सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो वर्तमान में प्रदेश का 2876 हेक्टेयर वन क्षेत्र दावानल का शिकार है। फरवरी […] Read more » Featured जंगलों की भयावह आग
खेत-खलिहान सृष्टि का आरम्भ और कृषि विज्ञान May 9, 2016 / May 9, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य ज्ञान और विज्ञान परस्पर पूरक शब्द हैं। वस्तुओं का साधारण ज्ञान सामान्य ज्ञान के अन्तर्गत आता है और उनका विशेष ज्ञान विज्ञान कहलता है। कृषि का तात्पर्य मनुष्यों के आहार के पदार्थो यथा फल, वनस्पतियां व अन्न आदि का अच्छा व गुणवत्तायुक्त प्रचुर मात्रा में उत्पादन करने को कह सकते हैं। सृष्टि […] Read more » कृषि विज्ञान सृष्टि का आरम्भ
खेत-खलिहान पर्यावरण प्रकृति की अव्यवस्था पर एक नज़र May 5, 2016 by मनोज श्रीवास्तव 'मौन' | 1 Comment on प्रकृति की अव्यवस्था पर एक नज़र पृथ्वी पर कोई भी जीव एकल जीवन व्यतीत नहीं कर सकता है इसलिए मानव और प्रकृति की परस्पर आत्मनिर्भरता एवं सद्भावनाओं को समाप्त करने से हमारा पारिस्थितिकी तंत्र डगमगा रहा है। पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ती जनसंख्या, औद्योगीकरण, वैभव और ऐश्वर्य प्राप्त करने के उतावलेपन और पर्यावरण पर विजय पाने की लालसा ने प्रतिकूल प्रभाव डाला […] Read more » climate change in India Featured nature change प्रकृति की अव्यवस्था
खेत-खलिहान पर्यावरण विविधा मौसमः अच्छी बारिश की बढ़ी उम्मीद April 18, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव इस बार मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने अच्छी बारिश की उम्मीद जगाई है। यदि यह अनुमान यथार्थ के धरातल पर सटीक बैठता है तो किसानों के चेहरे तो खिलेंगे ही,देश की सकल घरेलू उत्पाद दर भी बढ़ जाएगी। देश के जीडीपी में कृषि का योगदान 15 फीसदी है और खेती-किसानी भी देश का […] Read more » Featured अच्छी बारिश उम्मीद मौसम