मीडिया राजनीति देश को क्यों बांट रहा है मीडिया August 1, 2015 by संजय द्विवेदी | 3 Comments on देश को क्यों बांट रहा है मीडिया कलाम हों रोलमाडल या मेमन सोचना होगा -संजय द्विवेदी काफी समय हुआ पटना में एक आयोजन में माओवाद पर बोलने का प्रसंग था। मैंने अपना वक्तव्य पूरा किया तो प्रश्नों का समय आया। राज्य के बहुत वरिष्ठ नेता, उस समय विधान परिषद के सभापति रहे स्व.श्री ताराकांत झा भी उस सभा में थे, उन्होंने मुझे […] Read more » देश मीडिया
टॉप स्टोरी मीडिया शख्सियत बनावटीपन से ताजिंदगी दूर रहे यादवराव देशमुख July 14, 2015 / July 14, 2015 by उमेश चतुर्वेदी | 1 Comment on बनावटीपन से ताजिंदगी दूर रहे यादवराव देशमुख उमेश चतुर्वेदी पांचजन्य के संपादक रहे, सहजता की अनन्य मूर्ति, खालिस सहज इन्सान और अपने चहेतों के बीच काकू के तौर पर मशहूर यादवराव देशमुख चार जून को वहां के लिए कूच कर गए, जहां से कोई लौटकर नहीं आता…दीनदयाल शोध संस्थान के प्रमुख रहे 87 साल के यादव राव देशमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के […] Read more »
मीडिया राजनीति मोदी प्रशंसकों पर चेतन भगत का एसिड अटैक July 13, 2015 by प्रवीण गुगनानी | 5 Comments on मोदी प्रशंसकों पर चेतन भगत का एसिड अटैक एक स्थापित हिंदी समाचार पत्र में 9 जुलाई को प्रकाशित चेतन भगत का एक आलेख प्रकाशित हुआ है, “सोशल मीडिया पर भक्तों की नई प्रजाति”. एसिड रस (साहित्य में नया रस) में डूबे इस लेख को मैनें बलात पढ़ा! अंग्रेजी लेखकों के बौद्धिक दंभ का शिकार हम भारतीय कोई पहली बार नहीं हो रहें है, […] Read more » चेतन भगत चेतन भगत का एसिड अटैक
मीडिया यादों में अक्षय July 11, 2015 by अंकुर विजयवर्गीय | Leave a Comment दिसंबर की उस सर्द भरी रात में किसी ने पीछे से आकर पीठ पर एक जोरदार हाथ मारा। पीछे पलटकर देखा तो एक छह फुट का लंबा चौड़ा आदमी खड़ा था। वो तेज आवाज में बोला, कुछ खाया पीया करो, ऐसे कैसे पत्रकारिता करोगे। कहीं काम करते हुए मर गए, तो फिर हम बस तुम्हे […] Read more »
मीडिया राष्ट्रीय समस्याओ से भटकती पत्रकारिता July 3, 2015 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment क्रिकेट माफिया ललित मोदी के सम्बन्ध में जिस प्रकार बीजेपी की नेत्री श्रीमती सुषमा स्वराज व श्रीमती वसुन्धरा राजे को कुछ दिनों से निरंतर निशाना बनाया जा रहा है और विभिन्न टीवी चेंनेल अपने पूर्वाग्रहो से ग्रस्त होने के कारण कुछ विपक्ष के नेताओ को लेकर अनावश्यक बड़ी बड़ी बहस करके क्या स्वतंत्र लोकतंत्र की […] Read more » पत्रकारिता राष्ट्रीय समस्या राष्ट्रीय समस्याओ से भटकती पत्रकारिता
मीडिया खतरे में खबरनवीसों की आजादी June 29, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on खतरे में खबरनवीसों की आजादी हर लोकतान्त्रिक देश की तरह भारत भी देश के तमाम पत्रकारों के पूर्ण रूप से आजाद होकर ख़बरें लिखने व छापने का दम्भ भरता है। लेकिन बीते कुछेक हफ़्तों से चल रहे भारतीय खबरनवीसों पर हमलों से इस दम्भ पर सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं। विगत एक महीनें में कई भारतीय पत्रकारों पर हुए […] Read more » खतरे में खबरनवीसों की आजादी
मीडिया ताक में पत्रकारिता, तकनीकी का दौर May 29, 2015 by मनोज कुमार | Leave a Comment -मनोज कुमार- -30 मई हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर विशेष- साल 1826, माह मई की 30 तारीख को ‘उदंत मार्तंड’ समाचार पत्र के प्रकाशन के साथ हिन्दी पत्रकारिता का श्रीगणेश हुआ था. पराधीन भारत को स्वराज्य दिलाने की गुरुत्तर जवाबदारी तब पत्रकारिता के कांधे पर थी. कहना न होगा कि हिन्दी पत्रकारिता ने न केवल अपनी […] Read more » Featured तकनीकी दौर ताक में पत्रकारिता पत्रकार पत्रकारिता
मीडिया चैनल पर चेहरा… May 19, 2015 / May 19, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- आप किस चैनल से हैं…। किसी खास कवरेज के लिए ग्रामांचलों में जाने पर अक्सर मुझे ग्रामीणों के इस सवाल से रू – ब- रू होना पड़ता है। यह जानते ही कि मेरा ताल्लुक प्रिंट मीडिया से है, सवाल पूछने वाले ग्रामीणों का उत्साह एकबारगी ठंडा पड़ जाता है। लेकिन उनकी निगाहें […] Read more » Featured चैनल चैनल पर चेहरा...
मीडिया मीडिया की हकीकत May 12, 2015 / May 12, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | 7 Comments on मीडिया की हकीकत -विपिन किशोर सिन्हा- मैं अरविन्द केजरीवाल का समर्थक नहीं हूं, बल्कि उनके घोर विरोधियों में से एक हूं। पाठकों को याद होगा – मैंने उनके खिलाफ कई लेख लिखे हैं। लेकिन मीडिया के खिलाफ़ उनके द्वारा जारी किए गए सर्कुलर का मैं समर्थन करता हूं। कारण यह है कि भारत की मीडिया, विशेष रूप से […] Read more » Featured अरविंद केजरीवाल आधुनिक मीडिया मीडिया मीडिया की हकीकत
मीडिया व्यंग्य उबाऊ होता ‘दाऊद – पुराण’…! May 12, 2015 / May 12, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- अपना बचपन फिल्मी पर्दो पर डाकुओं की जीवन लीला देखते हुए बीता। तब कुछ डाकू अच्छे भी होते थे, तो कुछ बुरे भी। किसी के बारे में बताया जाता कि फलां डाकू है तो काफी नेक, लेकिन परिस्थितियों ने उसे हाथों में बंदूक थामने को मजबूर कर दिया। कुछ डाकू जन्मजात दुष्ट […] Read more » Featured उबाऊ होता 'दाऊद - पुराण'...! दाउद दाउद इब्राहिम
मीडिया सोशल नेटवर्किंग पर बढ़ता झूठ और नफ़रत का ज़हर May 12, 2015 / May 12, 2015 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment -इक़बाल हिंदुस्तानी- -आखि़र इससे देश और समाज का क्या हश्र हो सकता है ?- हाल ही में सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर एकाएक एंटी सोशल गतिविधियां अचानक तेज़ी से बढ़ती जा रही हैं। हालांकि हमारे देश के सियासतदां तो पहले से ही जाति धर्म और क्षेत्र की संकीर्ण राजनीति करते रहे हैं लेकिन यह अलग बहस […] Read more » Featured सोशल नेटवर्किंग सोशल नेटवर्किंग पर बढ़ता झूठ और नफ़रत का ज़हर !
मीडिया व्यंग्य विश्वास के चक्कर में लोगो की टक्कर May 6, 2015 by दीपक शर्मा 'आज़ाद' | Leave a Comment -दीपक शर्मा “आज़ाद”- ना ना ना भाई विश्वास करो वो साहब निर्दोष है, एकदम शरीफ की जात है। आपको मालूम नहीं क्या उनके पास देश की एकमात्र साफ़, स्वच्छ पार्टी का सर्टिफिकेट भी है। फिर आप कैसे उनको झूठा बोल सकते हो। देखा नहीं वो देश की राजनीतिक स्थिति को बदलने के लिए कितना प्रयास […] Read more » Featured न्यूज चैनल्स मीडिया मीडिया पर व्यंग्य विश्वास के चक्कर में लोगो की टक्कर