परिचर्चा योग के विरोध की नादानी June 10, 2015 / June 10, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- चंद धार्मिक समूहों के विरोध के चलते अंतरराष्ट्रीय योग-दिवस 21 जून को योग के दौरान सूर्य-प्रणाम नहीं किया जाएगा। बेवजह किया जाने वाला यह विरोध वैसा ही है, जैसा इक्का-दुक्का इस्लामिक कट्टरपंथी राष्ट्रीय-गीत ‘वंदेमतरम‘ गाने के दौरान करके जताते रहते हैं। कथित विरोधियों की यह नादानी इसलिए व्यर्थ है, क्योंकि दुनिया को समान […] Read more » Featured योग योग के विरोध की नादानी
परिचर्चा फेसबुकिया साहित्य और सोशल मीडिया June 10, 2015 / June 10, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -अनुराग सिंह- फेसबुक का आविष्कार अपने दशक की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धिओं में से एक है। इसने तमाम क्रांतिआं करवाई एवं कई राष्ट्र की सत्ता को बदलने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।फेसबुक आज एक बड़ा मंच बनकर उभरा है और सबसे महत्वपूर्ण बात कि यह जीवन से जुड़े हर पहलू का मंच है।ऐसे में साहित्य इससे अछूता कैसे […] Read more » Featured फेसबुक फेसबुकिया साहित्य और सोशल मीडिया सोशल मीडिया
परिचर्चा इस्लाम में नैतिक मान्यताओं की अवधारणा June 8, 2015 / June 8, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment -शैलेन्द्र चौहान- मानवीय नैतिकताएं वास्तव में ऐसी सर्वमान्य अवधारणाएँ हैं जिन्हें सभी लोग जानते हैं और सदियों से मानते चले आ रहे हैं। अच्छाई और बुराई रहस्यमय वस्तुएं नहीं हैं कि उन्हें कहीं से ढूँढ़कर निकालने की आवश्यकता हो। वे तो मनुष्य मात्र की चिरपरिचित चीज़ें हैं जिनकी चेतना मानव प्रकृति में पूर्णरूपेण समाहित कर […] Read more » Featured इस्लाम इस्लाम में नैतिक मान्यताओं की अवधारणा मुस्लिम
परिचर्चा मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना June 8, 2015 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment -तनवीर जाफरी- ‘नरेंद्र मोदी सरकार के एक वर्ष के शासनकाल में देश का अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय भय, आतंक, उपेक्षा तथा भेदभाव के वातावरण में रह रहा है’ -देश के अनेक राजनैतिक व सामाजिक विश्लेषकों के उक्त कथन को एक बार फिर उस समय बल मिला जबकि पिछले दिनों मुंबई के एक प्रतिष्ठित हीरा उद्योग से जुड़ा यह […] Read more » Featured एनडीए सरकार मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना मोदी सरकार
परिचर्चा विविधा संघ शिक्षा वर्गः एक अनूठा व पावन संदर्भ June 5, 2015 / June 5, 2015 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment -प्रवीण गुगनानी- ग्रीष्म की छुट्टियों में जब कि सामान्यतः लोग किसी पहाड़, पठार या ठंडे स्थान पर जाकर आराम करना पसंद करते हैं, तब देश का एक बड़ा वर्ग अपनी स्वरुचि से संघ के अभ्यास वर्गों में जाकर कड़ा श्रम करता है और अपना स्वेद बहाता है. किसी गुरुकूल के विद्यार्थी की भांति, यहां व्यक्ति, […] Read more » Featured आरएसएस राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ संघ शिक्षा वर्गः एक अनूठा व पावन संदर्भ
परिचर्चा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की आधारशिला पर खड़ा होता भारत May 31, 2015 by डॉ. सौरभ मालवीय | Leave a Comment -डा.सौरभ मालवीय- “राष्ट्र सर्वोपरि” यह कहते नहीं बल्कि उसे जीते है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। पिछले कुछ दशकों में भारतीय जनमानस का मनोबल जिस प्रकार से टूटा था और अब मानों उसमें उड़ान का एक नया पंख लग गया है और अपने देश ही नहीं दुनिया भर में भारत का सीना चौड़ा […] Read more » Featured आजादी भारत सांस्कृतिक राष्ट्रवाद
परिचर्चा अजा-अजजा आरक्षण स्थायी व्यवस्था May 30, 2015 / May 30, 2015 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 2 Comments on अजा-अजजा आरक्षण स्थायी व्यवस्था -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’- अजा-अजजा को सरकारी शिक्षण संस्थानों और नौकरियों में मिला आरक्षण संविधान की स्थायी व्यवस्था, जबकि राजनेता और सरकार जनता को करते रहे भ्रमित ************************** कुछ दुराग्रही लोग आरक्षण को समानता के अधिकार का हनन बतलाकर समाज के मध्य अकारण ही वैमनस्यता का वातावरण निर्मित करते रहते हैं। वास्तव में ऐसे लोगों […] Read more » Featured अजा-अजजा आरक्षण स्थायी व्यवस्था आरक्षण
परिचर्चा आशा जगाता मोदी का एक साल May 29, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment -सुरेश हिन्दुस्थानी- वर्तमान केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली को देखकर यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साल पहले जिस भ्रष्टाचार को मिटाने की बात कही थी, आज वह कम से कम केन्द्र सरकार के कामों में कहीं भी दिखाई नहीं देता। कहते हैं कि किसी अच्छे काम की […] Read more » Featured आशा जगाता मोदी का एक साल नरेंद्र मोदी मोदी सरकार
परिचर्चा राज्य सत्ता के व्यक्तिवादी निरंकुश निजाम में तीन प्रकार के ‘स्टेक होल्डर्स’ हुआ करते हैं May 29, 2015 / May 29, 2015 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment -श्रीराम तिवारी- यदि ईमानदार पड़ताल की जाए तो स्पष्ट परिलक्षित होगा कि शासन प्रणाली चाहे जो भी हो किन्तु सामूहिक नेतत्व के अभाव में देवता भी मनमानी करने लगते हैं। प्रायः पाया गया है कि किसी भी प्रकार की राज्य सत्ता के व्यक्तिवादी निरंकुश व् वर्चस्ववादी निजाम में तीन प्रकार के ‘स्टेक होल्डर्स ‘ हुआ करते हैं । एक तो वे जो व्यवस्था में समानता -न्याय -स्वतंत्रता का […] Read more » Featured कच्चा माल नरेंद्र मोदी राजनीति स्टेक होल्डर्स
परिचर्चा जब मोदी जी ने भारत के अतीत को शर्मिंदगी भरा बताया तो भाई जी खपा क्यों हो गए ? May 29, 2015 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment -श्रीराम तिवारी- मेरे एक पुराने सहपाठी हुआ करते थे । विश्व विद्यालयीन जीवन में ही वे अपने ‘जनसंघी ‘पिता के प्रभाव में ‘शाखाओं ‘ में जाने लगे थे। मेरी उनसे तब भी पटरी नहीं बैठती थी। उनके अधिकांस साथी उन्हें भाई जी कहकर ही बुलाया करते । कुछ गैरसंघी युवा उन्हें मजाक में ‘चड्डा’ कहकर भी बुलाते थे । मुझे बहुत बाद में मालूम पड़ा कि वे जाति से नहीं […] Read more » Featured नरेंद्र मोदी बाबरी मस्जिद मोदी सरकार
परिचर्चा ‘अच्छे दिनों ‘ में आम – आदमी …! May 29, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- पता नहीं क्यों तथ्यों व आंकड़ों के खेल से मुझे शुरू से ही एलर्जी सी रही है। गाहे – बगाहे खास कर बजट के दिनों में प्रबुद्ध लोग जब आंकड़े देकर बताते हैं कि पिछले साल के बनिस्बत इस बार विकास दर इतना बढ़ा या इतना गिरा तो मेरे पल्ले कुछ नहीं […] Read more » 'अच्छे दिनों ' में आम - आदमी ...! Featured आम आदमी नरेंद्र मोदी मोदी सरकार
परिचर्चा भगवान को न्याय हेतु एक न्यायाधिकरण May 29, 2015 / May 29, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment -अरुण तिवारी- चैंकिए नहीं ! यह भगवान कोई और नहीं, वे पंचतत्व ही हैं, जो इस प्रकृति को बनाते और चलाते हैं: भ से भूमि, ग से गगन, व से वायु, अ से अग्नि और न से नीर। जीव, इस भगवान का निर्माण भले ही न कर सकता हो, किंतु भगवान के शोषण और बिगाड़ […] Read more » Featured भगवान को न्याय हेतु एक न्यायाधिकरण हरित न्यायाधिकरण