राजनीति कश्मीर के चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की रणनीति March 29, 2017 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment सत्ता छिन जाने के बाद अब्दुल्ला परिवार के पास एक ही रास्ता बचा था । वह जनता का विश्वास जीतने के लिए पुनः घाटी की जनता के पास जाता । लेकिन उसने जनता के पास जाने का लम्बा और कष्टसाध्य रास्ता चुनने की बजाए सरल और शॉर्टकट रास्ता ही चुनना ही बेहतर समझा । वह हुर्रियत कान्फ्रेंस की गोद में जाकर बैठ गया । हुर्रियत कान्फ्रेंस का मानना है कि आतंकवादी कश्मीर में आज़ादी की लड़ाई लड़ रहे हैं । जल्द ही कश्मीर आज़ाद हो जाएगा । हुर्रियत कान्फ्रेंस के लोगों में थोड़ी बहुत नोंकझोंक इस बात को लेकर होती रहती है कि लड़ाई जीत लेने के बाद कश्मीर आज़ाद रहेगा या पाकिस्तान में शामिल हो जाएगा । सैयद अली शाह गिलानी की गोद में बैठे फारुक अब्दुल्ला । Read more » Featured kashymir election role of Abdullah Family in kashmir election अब्दुल्ला परिवार की रणनीति कश्मीर चुनाव
राजनीति नया पिछड़ा आयोग गठन की तैयारी March 27, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव केंद्रीय मंत्रीमंड़ल ने राष्ट्रीय पिछड़ वर्ग आयोग की जगह नया आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है। पिछडे़पन के आधार पर आरक्षण की बढ़ती मांग को देखते हुए यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अघ्यक्षता में संपन्न हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया। इसे संवैधानिक दर्जा भी दिया जाएगा। मौजूदा आयोग […] Read more » Featured नया पिछड़ा आयोग नया पिछड़ा आयोग गठन
राजनीति भाजपाः वैचारिक हीनग्रंथि से मुक्ति का समय March 27, 2017 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment लंबे समय के बाद भाजपा में अपनी वैचारिक लाइन को लेकर गर्व का बोध दिख रहा है। असरे बाद वे भारतीय राजनीति के सेकुलर संक्रमण से मुक्त होकर अपनी वैचारिक भूमि पर गरिमा के साथ खड़े दिख रहे हैं। समझौतों और आत्मसमर्पण की मुद्राओं के बजाए उनमें अपनी वैचारिक भूमि के प्रति हीनताग्रंथि के भाव कम हुए हैं। अब वे अन्य दलों की नकल के बजाए एक वैचारिक लाइन लेते हुए दिख रहे हैं। दिखावटी सेकुलरिज्म के बजाए वास्तविक राष्ट्रीयता के उनमें दर्शन हो रहे हैं। मोदी जब एक सौ पचीस करोड़ हिंदुस्तानियों की बात करते हैं तो बात अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक से ऊपर चली जाती है। यहां देश सम्मानित होता है, एक नई राजनीति का प्रारंभ दिखता है। एक भगवाधारी सन्यासी जब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठता है तो वह एक नया संदेश देता है। वह संदेश त्याग का है, परिवारवाद के विरोध का है, तुष्टिकरण के विरोध का है, सबको न्याय का है। Read more » bjp Featured भाजपा वैचारिक हीनग्रंथि से मुक्ति का समय
राजनीति समाज मैकाले-पद्धति को शीर्षासन कराता महर्षि अरविन्द का शिक्षा-दर्शन March 27, 2017 / March 27, 2017 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment “ वास्तविक शिक्षण का प्रथम सिद्धान्त है- ‘कुछ भी न पढ़ाना’ , अर्थात् शिक्षार्थी के मस्तिष्क पर बाहर से कोई ज्ञान थोपा न जाये । शिक्षण प्रक्रिया द्वारा शिक्षार्थी के मस्तिष्क की क्रिया को सिर्फ सही दिशा देते रहने से उसकी मेधा-प्रतिभा ही नहीं, चेतना भी विकसित हो सकती है, जबकि बाहर से ज्ञान की घुट्टी पिलाने पर उसका आत्मिक विकास बाधित हो जाता है ।” Read more » “उदात्त सत्य का ज्ञान” Featured Integral view of life) Realization of the sublime Truth) है जो “समग्र जीवन-दृष्टि” महर्षि अरविन्द महर्षि अरविन्द का शिक्षा-दर्शन मैकाले-पद्धति मैकाले-पद्धति को शीर्षासन कराता
राजनीति दिलचस्प दिन March 27, 2017 by गंगानन्द झा | Leave a Comment साठ के दशक के मध्य में अमेरिका में युवा आन्दोलन की एक धारा के रुप में हिप्पी उपसंस्कृति का जन्म हुआ और दुनिया भर के अनेको देशों में फैल गया। हिप्पियों के फैशन और मूल्य-बोध ने संगीत, फिल्म, साहित्य और शिल्प पर गहरा असर डाला। इस हिप्पी संस्कृति के अनेको पहलुओं का दुनिया भर के देशों की आज की संस्कृति की मुख्य धारा में समावेश हो गया है। साठ के दशक में दुनिया के विभिन्न देशों में प्रतिवाद और प्रतिरोध के स्वर गूँजते रहे थे। अमेरिका, यूरोप और एशिया के विश्वविद्यालयों के कैम्पस में छात्र अशान्त और उत्तेजित रहा करते थे। Read more » Featured दिलचस्प दिन
राजनीति मोदी का पौधा रोपण है योगी March 27, 2017 by अतुल गौड़ | Leave a Comment नरेंद्र दामोदर दास मोदी ये नाम आज कौन नहीं जानता देश दुनिया सब हैरान हैं विपक्ष परेशान है ऐसे में यूपी में योगी की ताज पोशी कोई एक्सपेरिमेंट नहीं बल्कि एक सोचा समझा कदम जान पड़ता है या यूँ कहें की योगी मोदी का पौधा रोपण है तो भी शायद गलत नहीं होगा इस साहस […] Read more » Featured Modi Yogi Yogi CM in Uttar Pradesh पौधा रोपण है योगी मोदी मोदी का पौधा रोपण योगी
राजनीति पंजाब ने डुबो दी केजरीवाल की भविष्य की राजनीति March 26, 2017 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री पंजाब में इस बार कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की कांग्रेस ने अपना परचम फहरा जिया है । पंजाब विधान सभा की कुल सीटें ११७ हैं । ये ११७ सीटें पंजाब के तीन भौगोलिक खंडों में विभक्त हैं । मालवा क्षेत्र में सबसे ज्यादा ६९ सीटें आती हैं । उसके बाद दोआबा में […] Read more » Featured Kejriwal Failure Kejriwal failure in Goa Kejriwal failure in Punjab Kejriwal in politics केजरीवाल की भविष्य की राजनीति केजरीवाल की राजनीति
राजनीति जिन्ना हाउस ध्वस्त होना ही चाहिए, आखिर भारत के विभाजन की निशानी है March 26, 2017 by निरंजन परिहार | Leave a Comment वैसे भी ऐतिहासिक इमारतें किसी भी समाज के लिए धरोहर मानी जाती हैं। लेकिन जिस जगह पर राष्ट्र के विभाजन की साझिश रची गई हो, उसे धरोहर तो किसी भी हाल में नहीं माना जा सकता। जिन्ना हाउस निश्चित रूप से भारत के दुखद विभाजन का प्रतीक है। दक्षिण मुंबई में सबसे महंगे इलाके मलबार हिल में भाऊसाहेब हीरे मार्ग पर स्थित जिन्ना हाउस सन 1936 में बनाया गया था। उस जमाने में इसके निर्माण पर कुल दो लाख रुपए की लागत आई थी। Read more » Featured Jinna House जिन्ना हाउस
राजनीति योगी का पराक्रम और प्रताप March 25, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment उत्तर प्रदेश की जनता को पुन: एक बार बधाई, जिसने परिपक्व निर्णय लिया और सत्ता की चाबी सत्ता के दलालों (त्रिशंकु विधानसभा बनने पर जो लोग सत्ता में अपनी-अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अपना-अपना हिस्सा मांगते) के हाथों में न देकर सीधे एक ऐसे व्यक्ति के हाथों में सौंप दी-जिसके आने की आहट से ही गौमाता को राहत की सांस मिलनी आरंभ हो गयी। पराक्रम इसी का नाम होता है कि जिसके पुण्य कर्मों से निर्मित उसका पुण्यमयी प्रतापी आभामण्डल समाज के अतिवादी लोगों को कंपायमान कर दे और सज्जनों को चैन की सांस दिला दे। Read more » Yogi Adityanath Yogi Adityanath CM of Up योगी
राजनीति केेजरीवाल जी! पहले दिल्ली संभालो March 25, 2017 / March 25, 2017 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on केेजरीवाल जी! पहले दिल्ली संभालो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना करके केजरीवाल अपने आपको मोदी के समान स्तर का राजनेता बनाने का अतार्किक प्रयास कर रहे हैं। माना कि लोकतंत्र में किसी भी व्यक्ति को बड़े से बड़ा पद लेने का संवैधानिक अधिकार है, परंतु इस अधिकार की अपनी सीमाएं हैं और उन सीमाओं की पवित्रता इसमें है कि आप जितने बड़े पद को लेना चाहते हैं उतने ही बड़े अनुपात में आपके साथ जनाधार होना चाहिए। यह जनाधार किसी भी राजनेता को तभी मिलता है जब लोग उसके कार्य को प्रशंसा देने लगते हैं। यदि केजरीवाल जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए दिल्ली के दिल को जीतने में असफल हो रहे हैं तो मानना पड़ेगा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से बराबरी करके न केवल अपनी ऊर्जा को नष्ट कर रहे हैं, अपितु अपनी अपने आपको उपहास का पात्र भी बना रहे हैं। Read more » Featured Kejriwal ji improve delhi first केेजरीवाल
राजनीति बिहार से यूपी तक और मोदी से योगी तक March 23, 2017 by डा. अरविन्द कुमार सिंह | 1 Comment on बिहार से यूपी तक और मोदी से योगी तक एक लम्बे समय तक साम्प्रदायिक शब्द भारतीय राजनीत का प्यारा शब्द रहा है। समयानुसार यह शब्द अपने अर्थ तब्दील करता रहा, राजनीतिज्ञों की जुबानी। कभी अटल बिहारी बाजपेयी असाम्प्रदायिक थे और आडवाणी साम्प्रदायिक। समय बदला आडवाणी हो गये असाम्प्रदायिक और मोदी हो गये साम्प्रदायिक। आज के दौर में एक बार पुनः इस शब्द की व्याख्या हो रही है, व्यक्ति के सन्दर्भ में । कहा ये जा रहा है कि अब मोदी असाम्प्रदायिक है और आदित्यनाथ योगी साम्प्रदायिक। सुविधा की राजनीत इसे ही कहते है। Read more » Featured reason for bjp victory in up reason for defeat of bjp in bihar reason for landslide victory of bjp in up उत्तर प्रदेश की सफलता बिहार से यूपी तक मोदी क्यों पराजित हुए बिहार में मोदी गरीबों के नेता मोदी से योगी तक
राजनीति ‘न्यू इंडिया’ के लिए राष्ट्रपति कौन… ये, वो या फिर कोई और ? March 23, 2017 by निरंजन परिहार | Leave a Comment राष्ट्रपति पद के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल में से देखें, तो वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, नगर विकास मंत्री वेंकैया नायडू समेत लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन जैसे भी कुछेक जानदार नाम हैं। पार्टी में देखे, तो लालकृष्ण आडवाणी भी सबसे प्रबल स्वरूप में सामने हैं। मुरली मनोहर जोशी, शांता कुमार, केशूभाई पटेल और यशवंत सिन्हा भी उम्मीद पाले हुए हैं। लेकिन इन सब में जेटली और आडवाणी को छोड़कर बाकी सभी को तो उपराष्ट्रपति पद से भी संतुष्ट किया जा सकता है। Read more » ‘न्यू इंडिया’ के लिए राष्ट्रपति कौन. Featured who may be next president of India राष्ट्रपति