राजनीति प्रशांत भूषण बहाना: केजरीवाल हैं निशाना January 12, 2014 / April 9, 2014 by तनवीर जाफरी | 2 Comments on प्रशांत भूषण बहाना: केजरीवाल हैं निशाना -तनवीर जाफरी- भारतीय राजनीति में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से चमत्कारिक रूप से अवतरित होने वाली आम आदमी पार्टी तथा उसके नेता व दिल्ली के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की दिनोंदिन बढ़ती लोकप्रियता ने भारतवासियों को आश्चर्यचकित कर दिया है। इस अद्भुत राजनैतिक घटनाक्रम से जहां न्यायप्रिय लोग, ईमानदार व पारदर्शी शासन व्यवस्था की […] Read more » Arvind Kejrival Prashant Bhushan प्रशांत भूषण बहाना: केजरीवाल हैं निशाना
राजनीति राहुल-प्रियंका की जुगलबंदी से होगा बदलाव? January 12, 2014 / January 12, 2014 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment -सिद्धार्थ शंकर गौतम- देश की सबसे पुरानी पार्टी इन दिनों संक्रमण काल से गुजर रही है| केंद्र में 10 वर्षों तक गठबंधन सरकार चलाने की कीमत उसे अपनी कमजोरियों की फेहरिस्त को सार्वजनिक होने से चुकाना पड़ी है| फिर हाल ही में चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार ने उसके सांगठनिक […] Read more » Rahul-Priyanka Gandhi राहुल-प्रियंका की जुगलबंदी से होगा बदलाव?
राजनीति बंगाल में ममता का टूटता तिलिस्म January 10, 2014 / January 10, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -ललित कुमार- पश्चिम बंगाल में ममता का सिंहासन डोलने लगा है. बंगाल में ममता का प्रभाव अब तक कोई खास असर नहीं छोड़ पाया है. ममता बनर्जी ने जिन मुद्दों के आसरे करीब 35 साल के वाम पार्टी के किलों को ध्वस्त किया था. उससे तो यही लगता था कि ममता बनर्जी राज्य के […] Read more » Mamta Banarjee बंगाल में ममता का टूटता तिलिस्म
राजनीति शोषणवादी आशुतोष और समाजवादी “आप” January 10, 2014 / January 10, 2014 by नीरज वर्मा | 3 Comments on शोषणवादी आशुतोष और समाजवादी “आप” -नीरज वर्मा- IBN7 के प्रबंध सम्पादक आशुतोष ने इस्तीफ़ा देकर “आप” पार्टी ज्वाइन करने का मन बनाया है ! सतही तौर पर ये ख़बर “आप” के नेताओं के लिए उत्साहजनक है। मगर बुनियादी तौर पर बेहद खतरनाक ! आशुतोष जैसे पत्रकार, “आप” जैसे समाजवाद के लिए क्यों खतरनाक हो सकते हैं ! आशुतोष वो […] Read more » Ashutosh and AAP शोषणवादी आशुतोष और समाजवादी "आप"
राजनीति सवाल शहजादे-शहजादियों की राजनीति का January 8, 2014 / January 8, 2014 by देवेन्द्र कुमार | Leave a Comment -देवेन्द्र कुमार- नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित होते ही यह आशंका व्यक्त की गई थी कि अब आगे का पूरा चुनाव नरेन्द्र मोदी बनाम राहुल गांधी बनने वाला है। यद्यपि कांग्रेस की पूरी कोशिश इससे बचते हुए चुनाव को मुद्दों पर आधारित बनाने की ही थी। सूचना का अधिकार, भोजन का अधिकार, […] Read more » Rahul Gandhi-Priyanka Gandhi सवाल शहजादे-शहजादियों की राजनीति का
राजनीति प्रधानमंत्री की बातों के मायने January 8, 2014 / January 11, 2014 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | Leave a Comment -पीयूष द्विवेदी- अपने लगभग दस साल के कार्यकाल के दौरान ये तीसरा मौका था जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सीधे-सीधे मीडिया से मुखातिब हुए ! विकट से विकट स्थिति में भी आम तौर पर मौन रहने वाले मनमोहन सिंह के लोकसभा चुनाव से चंद महीने पहले मीडिया के सामने आकर सवालों के जवाब देने के […] Read more » Dr Manmohan Singh प्रधानमंत्री की बातों के मायने
राजनीति केजरीवाल सरकारः ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पर रोना आया January 8, 2014 / January 8, 2014 by डा. अरविन्द कुमार सिंह | 11 Comments on केजरीवाल सरकारः ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पर रोना आया -डॉ. अरविंद कुमार सिंह- दिल्ली में जिस वक्त अन्ना हजारे जी का आन्दोलन चल रहा था, उस वक्त मेरे जेहन में एक यक्ष प्रश्न उठता था। लाख माथा पच्ची करने के बावजूद उसका उत्तर मुझे नहीं मिलता था। जो उत्तर मुझे मिलता था, उस दिशा में जाते हुए अन्ना हजारे दिखायी नहीं देते थे। आइये […] Read more » Arvind Kejrival केजरीवाल सरकारः ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पर रोना आया
राजनीति सवाल इतिहास-भूगोल में बदलाव का January 8, 2014 / January 8, 2014 by देवेन्द्र कुमार | Leave a Comment -देवेन्द्र कुमार- भाजपा के दूसरे पीएम इन वेंटिग और पोस्ट गोधरा कांड के बाद की राजनीति में चमकते सितारे नरेन्द्र मोदी ने लौह पुरुष के रूप में सम्मानित और देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार बल्लभभाई पटेल की याद में गुजरात के नर्मदा नदी का द्वीप साधु बेट से 3.2 किलामीटर की दूरी पर विश्व की […] Read more » A question to the changing of history-geography सवाल इतिहास-भूगोल में बदलाव का
राजनीति आग से खेल रहे हैं मुलायम January 6, 2014 by इफ्तेख़ार अहमद | 1 Comment on आग से खेल रहे हैं मुलायम मोहम्मद इफ्तेखार अहमद, मुजफ्फरनगर दंगे के बाद जनाधार खो चुकी समाजवादी पार्टी की उत्तर प्रदेश सरकार लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही एक बार फिर गंदी राजनीति कर समाज में नफरत की खाई को और गहरा करने पर आमादा दिखाई दे रही है। खबरों के मुताबिक सपा सरकार ने बिना किसी जांच आयोग के गठन और […] Read more »
राजनीति एक पाती केजरी बाबू के नाम January 6, 2014 by विपिन किशोर सिन्हा | 8 Comments on एक पाती केजरी बाबू के नाम लख्ते ज़िगर केजरी बाबू, जय आम आदमी की! चाचा बनारसी की आदत है सबको ‘जय रामजी की’ कहने की। लेकिन बचवा, तोके अगर हम ‘जय रामजी की’ कह देंगे तो तोहरे सेकुलरिज्म पर खतरा पैदा हो जायेगा। इसलिये तोरे भलाई के खातिर हम रामजी का परित्याग कर दिये हैं। तोहार कुर्सी बनल रहे, ओह […] Read more » एक पाती केजरी बाबू के नाम
राजनीति ये ‘आप’ की समझी हुई ना-समझी है January 5, 2014 / January 15, 2014 by राजीव रंजन | 8 Comments on ये ‘आप’ की समझी हुई ना-समझी है राजीव रंजन किस्से बनेंगे अब तो, बरस भी कमाल के / पिछला बरस गया है, कलेजा निकाल के… जगजीत सिंह की आवाज में यह गजल आज की राजनीतिक गतिविधियों को परिलक्षित करने के लिए काफी है। पिछला बरस तो सचमुच यूपीए सरकार ने भ्रष्टाचार और महंगाई से आम जनता का कलेजा निकाल बाहर रख दिया, […] Read more » AAP ये ‘आप’ की समझी हुई ना-समझी है
राजनीति ‘आप’ को संदेह से देखने के बजाए आशाओं से देखना उचित January 5, 2014 / January 5, 2014 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment देश के राजनैतिक पटल पर ‘आप’ नामक एक नए राजनैतिक दल का उदय हो चुका है। गत् सात दशकों तक घूम-फिर कर कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी के ही हाथों तक सीमित रहने वाली दिल्ली की सत्ता को दिल्लीवासियों ने आम आदमी पार्टी (आप) के उदय के साथ ही उसे तोहफे में भेंट की […] Read more » 'आप' को संदेह से देखने के बजाए आशाओं से देखना उचित AAP