राजनीति वृहद घोटाले करके उसे छिपाने में पूरी तरह नाकाम संप्रग सरकार की फजीहत December 11, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment धाराराम यादव संसद का शीतकालीन सत्र, संप्रग सरकार द्वारा किये गये वृहद घोटालों को छिपाने में नाकाम रहने की भेंट चढ़ रहा है। सम्प्रति तीन बड़े घोटाले एक सप्ताह सें संसद का कामकाज पूरी तरह रोके हुए हैं। इनमें राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी में किया गया घोटाल, 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला एवं महाराष्ट्र की आदर्श […] Read more » scam कांग्रेस घोटाला यूपीए
राजनीति तुष्टीकरण की नीति से भगवा आतंकवाद का भय December 11, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डॉ. सूर्य प्रकाश अग्रवाल केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम के द्वारा भगवा आतंकवाद देश में फैलने का भय व्यक्त किया गया है। केन्द्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम को ऐसा आभास हो गया है कि 62 वर्ष के देश की स्वतंत्रता के जीवन में जिस प्रकार कांग्रेस सहित अनेक छोटे-मोटे राजनीतिक दलों के राजनेताओं के द्वारा […] Read more » terrorism भगवा आतंकवाद
राजनीति भगवा आतंकवाद की व्याख्या December 11, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment धाराराम यादव गत् 25 अगस्त, 2010 से देश की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित राज्यों के पुलिस महानिदेशकों एवं महानिरीक्षकों के तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्धाटन करते हुए गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने यह कहकर सारे देश में सनसनी फैला दी कि इधर कई विस्फोटों में ‘भगवा आतंकवाद’ का हाथ रहा है। विगत् दो दशकों में […] Read more » terrorism भगवा आतंकवाद
राजनीति लोकतंत्र के मंदिर से टूटती आस December 10, 2010 / December 19, 2011 by पंकज चतुर्वेदी | 3 Comments on लोकतंत्र के मंदिर से टूटती आस –पंकज चतुर्वेदी पिछले कुछ दिनों से भारत के लोकतंत्र की सबसे बड़ी पंचायत में जो कुछ हो रहा है, वो सीधे –सीधे इस देश की भोली-भाली जनता से छल है । आम जनता के कल्याण और विकास का दावा और वादा करके सत्ता सुन्दरी का सुख भोगने वाले हमारे जन प्रतिनिधि ऐसे होंगे ये हमने […] Read more » Democracy लोकतंत्र
राजनीति केंद्रीय नेतृत्व को ठेंगा दिखाता प्रदेश नेतृत्व December 10, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment गोविन्द भाई चौधरी भारत को आजाद हुए पूरे 64 वर्ष हो चुके हैंऔर इस 64 वर्षों के लंबे अंतराल में हमारी प्रजातांत्रिक व्यवस्था इतनी मजबूत हुई है कि देश के प्रत्येक प्रदेश में एक क्षेत्रिय पार्टी का बोलबाला है। इन बातों को छोड़कर हम जरा मुद्दे की बात करे। आज हमारी प्रजातांत्रिक व्यवस्था इतनी सुदृढ़ […] Read more » State प्रदेश
राजनीति यह परिवर्तन की आहट है December 9, 2010 / December 19, 2011 by आशुतोष | 1 Comment on यह परिवर्तन की आहट है -आशुतोष राष्ट्रमण्डल खेलों में हुए घोटाले पर उंगलियां तो पहले ही उठने लगी थीं, खेल समाप्त होते-होते तो लोगों ने उन्हें भ्रष्टमण्डल खेल कहना शुरू कर दिया। खेलों के आयोजन की योजना बनाते समय निश्चित किये गये कुल बजट से भी कई गुना अधिक राशि के घोटाले का अनुमान लगाया जा रहा है। भ्रष्टमण्डल खेलों […] Read more » UPA भ्रष्टाचार यूपीए
राजनीति सोनिया जी की इच्छा … December 8, 2010 / December 19, 2011 by राजीव दुबे | 3 Comments on सोनिया जी की इच्छा … -राजीव दुबे 17 दिन से संसद स्थगित चल रही है। विपक्ष है कि मानता ही नहीं। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बात ऐसी अटकी कि अब कोई हल ही नहीं दिखता। काँग्रेस को लगता है कि भ्रष्टाचार है तो क्या हुआ, आगे बढ़ो, बड़े-बड़े लोग भारत आ रहे हैं, स्वागत करो, भोज आयोजित करो, और दिल्ली […] Read more » Soniya Gandhi सोनिया गांधी
राजनीति वाम की जीत और प्राइमरी शिक्षा का सच December 8, 2010 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 4 Comments on वाम की जीत और प्राइमरी शिक्षा का सच -जगदीश्वर चतुर्वेदी हाल ही में पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा परिषद के चुनावों में वाममोर्चे को भारी जीत मिली है। यह जीत इस बात की सूचना है कि प्राथमिक शिक्षकों और कर्मचारियों में वाम मोर्चे का प्रभाव बरकरार है। किन्तु इस जीत का यह अर्थ नहीं है कि प्राइमरी शिक्षा में सब ठीक चल रहा है। […] Read more » पश्चिम बंगाल वामपंथ शिक्षा
राजनीति डॉ. लोहिया की धारा और विचारधारा December 8, 2010 / December 19, 2011 by सत्येन्द्र सिंह 'भोलू' | Leave a Comment -सत्येनद्र सिंह ‘भोलू’ कहते है वक्त बड़ा बेरहम होता है और उसके साथ जुडा इतिहास निरंतर कुचक्र रचता है। महात्मा गांधी जैसे महापुरूष भाग्यशाली होते है जिनके नाम के साथ उनकी विचार धारा को वक्त स्वीकार करता है और इतिहास भी याद रखता हैं लेकिन उनके बारे मे क्या कजिनके नाम को याद रखने को […] Read more » Socialism डॉ. राममनोहर लोहिया समाजवाद
राजनीति आम नहीं खास लोगों के लिए है भारत की लोकशाही December 8, 2010 / December 19, 2011 by गौतम चौधरी | 1 Comment on आम नहीं खास लोगों के लिए है भारत की लोकशाही -गौतम चौधरी विगत दिनों सर्वोच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधीश ने एक याचिका के सुनवाई के दौरान अपनी तल्ख टिप्पणी में कहा था कि भारतीय न्यायालय व्यवस्था अमीरों के लिए है। इसका जीता जागता उदाहरण पिछले दिनों गुजरात में देखने को मिला। विगत 27 फरवरी 2010 को सीमा शुल्क चोरी के एक मामले में अदानी […] Read more » Democracy लोकतंत्र
राजनीति हिटलरशाही हो गए हैं भारत गणराज्य में लोकतंत्र के मायने December 8, 2010 / December 19, 2011 by लिमटी खरे | 4 Comments on हिटलरशाही हो गए हैं भारत गणराज्य में लोकतंत्र के मायने -लिमटी खरे आजादी के लगभग सवा छः दशकों बाद अब चुनिंदा लोग ही बचे होंगे जिन्हें वास्तव में पता होगा कि ब्रितानियों के जुल्मों को सहकर कितनी मशक्कत के उपरांत भारत ने आजादी हासिल की थी। कितने अरमान के साथ भारत गणराज्य की स्थापना की गई थी। क्या क्या सपने देखे थे, उस वक्त जवान […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
राजनीति गुजरात और बिहार के बारे में हर्षदायक समाचार December 7, 2010 / December 19, 2011 by लालकृष्ण आडवाणी | 4 Comments on गुजरात और बिहार के बारे में हर्षदायक समाचार लालकृष्ण आडवाणी काफी लम्बे अर्से के बाद 3 दिसम्बर, 2010 को मुझे टाइम्स ऑफ इंडिया के मुखपृष्ठ पर हर्षित कर देने वाला समाचार पढ़ने को मिला। समाचार का शीर्षक है ”एस.आई.टी. क्लीयरस मोदी ऑफ विलफुल्ली एलाऊइंग पोस्ट-गोधरा रायॅट्स-फाईन्ड्स नो सबसेंटशियल इवीडेंस” (एस.आई.टी. ने मोदी को, जानबूझकर कराए गए गोधरा पश्चात् के दंगों में क्लीन चीट […] Read more » Narendra Modi नरेन्द्र मोदी नीतिश कुमार बिहार विधानसभा चुनाव सुशील मोदी