राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान October 26, 2010 / December 20, 2011 by लिमटी खरे | 2 Comments on ये है दिल्ली मेरी जान -लिमटी खरे टुम बोले टुम बोले हम टो टुप्पई टाप! पुरानी कहानी है कि एक परिवार के तीन तोतलों की शादी नहीं हो पा रही थी। पिता ने हिदायत दी कि इस बार जो लडकी वालों के सामने बोलेगा उसको घर से निकाल दिया जाएगा। लकड़ी वाले आए, बडे बोला -‘पितादी ती बात याद है […] Read more » Delhi
राजनीति मुझे तुमसे नफरत है अरुंधती October 24, 2010 / December 20, 2011 by आवेश तिवारी | 12 Comments on मुझे तुमसे नफरत है अरुंधती -आवेश तिवारी उसका बस चले तो वो हिंदुस्तान के सिर्फ इसलिए टुकड़े-टुकड़े कर दे क्यूंकि ऐसा करने से वो भीड़ से अलग नजर आएगी, उसके पास हत्याओं को वाजिब ठहराने के तमाम तर्क हमेशा मौजूद रहते हैं, क्यूंकि इसे वो खुद को महान साबित करने का औजार समझती है, संभव है इसके बहाने वो नोबेल […] Read more » Arundhati Roy अरुंधती राय
राजनीति इन्द्रेश के बहाने कांग्रेस का संघ पर प्रहार October 24, 2010 / December 20, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 13 Comments on इन्द्रेश के बहाने कांग्रेस का संघ पर प्रहार -डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री राजस्थान सरकार के आतंकवाद विरोधी दस्ते ने अजमेर दरगाह शरीफ पर कुछ साल पहले हुूए बम धमाके के मामले में कुछ तथाकथित अभियुक्तों के खिलाफ अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया है। इस आरोप पत्र में जिन आरोपियों को नाम हैं उनमें इन्द्रेश कुमार का नाम नहीं […] Read more » RSS इंद्रेश कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
राजनीति कुछ भी कहने की आजादी बनाम हिंदुस्तान का जनतंत्र October 24, 2010 / December 20, 2011 by संजय द्विवेदी | 4 Comments on कुछ भी कहने की आजादी बनाम हिंदुस्तान का जनतंत्र देश तोड़क ताकतों के खिलाफ कड़ा रूख अपनाए सरकार – संजय द्विवेदी भारतीय जनतंत्र ने अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर क्या वास्तव में लोगों को खुला छोड़ दिया है। एक बहुलतावादी,बहुधार्मिक एवं सांस्कृतिक समाज ने अपनी सहनशीलता से एक ऐसा वातावरण सृजित किया है जहां आप कुछ कहकर आजाद धूम सकते हैं। अभिव्यक्ति की […] Read more » Arundhati Roy अरूंधती रॉय सैयद अली गिलानी
राजनीति है किसी में दम…. October 23, 2010 / December 20, 2011 by विशाल आनंद | 14 Comments on है किसी में दम…. -जो पाकिस्तान की जमीं पर खड़ा होकर हिन्दुस्तान जिंदाबाद-पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा सके -जो लाहौर में खड़ा होकर पाकिस्तानी अवाम को गाली दे सके -जो इस्लामाबाद की सड़कों पर तिरंगा लहरा सके -जो कराची में रहकर पाकिस्तानी फौज को पाकिस्तानी कुत्ता कह सके -विशाल आनंद शायद जवाब मिलेगा (ना), मेरा भी जवाब है (ना)। […] Read more » Power सैयद अली शाह गिलानी
राजनीति विदेशी पैसों पर पल रहे सेकुलर-वामपंथी बुद्धिजीवियों का एक और प्रपंच :- “कारवाँ टू फ़िलीस्तीन”… October 23, 2010 / December 20, 2011 by सुरेश चिपलूनकर | 19 Comments on विदेशी पैसों पर पल रहे सेकुलर-वामपंथी बुद्धिजीवियों का एक और प्रपंच :- “कारवाँ टू फ़िलीस्तीन”… जैसा कि अब सभी जान चुके हैं, भारत में सेकुलरों और मानवाधिकारवादियों की एक विशिष्ट जमात है, जिन्हें मुस्लिमों का विरोध करने वाला व्यक्ति अथवा देश हमेशा से “साम्प्रदायिक” और “फ़ासीवादी” नज़र आते हैं, जबकि इन्हीं सेकुलरों को सभी आतंकवादी “मानवता के मसीहा” और “मासूमियत के पुतले नज़र आते हैं। कुछ ऐसे ही ढोंगी और […] Read more » Secular कम्युनिस्ट वामपंथी सेकुलर
राजनीति अंततः दिग्विजयी तीर से हो ही गया लालू का सफाया October 22, 2010 / December 20, 2011 by लिमटी खरे | 5 Comments on अंततः दिग्विजयी तीर से हो ही गया लालू का सफाया -लिमटी खरे देश के हृदय प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री रहे सुंदर लाल पटवा ने कांग्रेस के वर्तमान महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के बारे में कहा था कि ‘‘दिग्विजय शोध का विषय हैं।‘‘ भाजपा के वयोवृद्ध और अनुभवी नेता सुंदर लाल पटवा की बात आज भी अक्षरशः सत्य ही साबित […] Read more » Digvijay Singh दिग्विजय सिंह लालू प्रसाद यादव
राजनीति प्रधानमंत्री हैं राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार के जिम्मेदार October 21, 2010 / December 20, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 13 Comments on प्रधानमंत्री हैं राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार के जिम्मेदार -नितिन गडकरी हमारे खिलाड़ियों ने हाल ही में सम्पन्न हुए 19वें राष्ट्रमंडल खेलों – दिल्ली 2010 में विभिन्न क्षेत्रों में अपने शानदार प्रदर्शन से भारत को गौरवांवित किया है। खेल संस्कृति पैदा करने की भारत की क्षमता और एक खेल प्रधान देश बनने के बारे में सभी प्रकार की अनिश्चिताएं उस समय समाप्त हो गई […] Read more » Commonwealth Games Scam राष्ट्रमंडल खेल घोटाला
राजनीति मोहन भागवत के हिन्दुत्व का भ्रम और सामाजिक सच October 21, 2010 / December 20, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 18 Comments on मोहन भागवत के हिन्दुत्व का भ्रम और सामाजिक सच -जगदीश्वर चतुर्वेदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत का इसबार का विजयादशमी के भाषण का सार -संक्षेप मेरे सामने है। इसे यहां देख सकते हैं। हिन्दुत्ववादी होने के नाते उनका सुंदर राजनीतिक भाषण है। संघ एक सामाजिक संगठन का दावा करता है लेकिन संघ के प्रधान का विजयादशमी को दिया गया भाषण सामाजिक समस्याओं […] Read more » RSS मोहन भागवत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
राजनीति संघ की राजनीति विभाजनकारी October 21, 2010 / December 20, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 10 Comments on संघ की राजनीति विभाजनकारी -जगदीश्वर चतुर्वेदी हिन्दुत्ववादी संगठनों और उनके अनुयायियों की मुझे लेकर सबसे बड़ी आलोचना यह है कि मुझे हिन्दुत्व में कोई अच्छी बात नजर क्यों नहीं आती? मैं हमेशा उनकी आलोचना ही क्यों करता हूँ। ऐसा नहीं है बंधुओं कि मुझे आपके गुणों के बारे में मालूम नहीं है, आप सभी के पास व्यक्तिगत गुण-अवगुण हैं। […] Read more » RSS राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
राजनीति जलेबी नहीं है क्रांति October 19, 2010 / December 20, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 7 Comments on जलेबी नहीं है क्रांति -जगदीश्वर चतुर्वेदी जी हां,क्रांति जलेबी नहीं है। जिसका कलेवा कर लिया जाए। क्रांति किसी पार्टी का ऑफिस नहीं है जिसे बना लिया जाए और क्रांति हो जाए। क्रांति दोस्ती का नाम नहीं है। क्रांति मजदूर का धंधा नहीं है।गाली नहीं है। मजाक नहीं है। क्रोध नहीं है। घृणा नहीं है जिस पर जब मन आया […] Read more » Revolution क्रांति
राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान October 19, 2010 / December 20, 2011 by लिमटी खरे | 2 Comments on ये है दिल्ली मेरी जान -लिमटी खरे जलजला कम हो गया है पीएम इन वेटिंग का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पीएम इन वेटिंग लाल कृष्ण आड़वाणी की पूछ परख अब बेहद कम हो गई है। माना जा रहा था कि अयोध्या मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले के आने के बाद राथ यात्रा कर भाजपा का जनाधार बढ़ाने वाले […] Read more » Delhi