सार्थक पहल पुराने वर्ष को जरूर विदा करें ,मगर अपनी बुराइयों के साथ December 31, 2012 / December 31, 2012 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment डॉ. दीपक आचार्य पूरी दुनिया साल भर बाद आज फिर पुराने वर्ष को विदा देने के लिए जबर्दस्त उतावली और आतुर है। इसी दौड़ में हम भारतीय भी पिछलग्गू बने हुए सन् 2012 को अलविदा कहने के लिए क्या-क्या नहीं कर गुजर रहे। कई दिनों से हमने जाने कितने जतन किये हैं अपने इस वर्ष […] Read more » New Year new year 2013
सार्थक पहल एक आंदोलन में बदलता शौचालय अभियान November 7, 2012 / November 7, 2012 by प्रमोद भार्गव | 4 Comments on एक आंदोलन में बदलता शौचालय अभियान प्रमोद भार्गव घर घर में शौचालय निर्माण अभियान को केंद्र्र में लाने का श्रेय केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश को दिया जा सकता है। हालांकि उनके मंदिर से शौचालय की तुलना करने वाले बयान से सहमति नहीं जतार्इ जा सकती, लेकिन उन्होंने बेटियों से जिस घर में शौचालय न हो, उस परिवार की […] Read more » एक आंदोलन में बदलता शौचालय अभियान
समाज सार्थक पहल दारुल उलूम का फतवा स्थापित कर सकता है सौहाद्र का नया इतिहास October 26, 2012 / October 26, 2012 by प्रवीण गुगनानी | 3 Comments on दारुल उलूम का फतवा स्थापित कर सकता है सौहाद्र का नया इतिहास प्रवीण गुगनानी भारतीय मुसलमानों को छोड़ना चाहिए अंग्रेजों की दी हुई गौमांस की कुटेव गौवंश वध हमारें विशाल लोकतान्त्रिक देश भारत के लिए अब एक चुनौती बन गया है. देश में प्रतिदिन शासन प्रशासन के सामनें गौ वध और अवैध गौ तस्करी के मामलें न केवल दैनंदिन के प्रशासनिक कार्यों के बोझ और चुनौती को […] Read more » ban on cow slaughter दारुल उलूम का फतवा
समाज सार्थक पहल अल्पसंख्यक, आरक्षण और शिक्षा October 2, 2012 / October 2, 2012 by कुमार प्रत्युष | 2 Comments on अल्पसंख्यक, आरक्षण और शिक्षा कुमार प्रत्युष भारत की राजनीति में अल्पसंख्यक और धर्मनिरपेक्ष शब्द का जितना ज्यादा प्रयोग या दुरूपयोग हुआ है, संभवतः अन्य किसी शब्द का ना हुआ हो! हर स्वार्थ्य को साधने का एकमात्र, आसान सा तीर है की उसे अल्पसंख्यकों के भलाई से जोड़ दिया जाए! मेरे मन में ये प्रश्न हमेशा से रहा है की […] Read more » अल्पसंख्यक आरक्षण और शिक्षा
सार्थक पहल संवैधानिक-मान्यता भोजपुरी का अधिकार है August 17, 2012 / August 16, 2012 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | Leave a Comment पियूष द्विवेदी ‘भारत’ पिछले संसदीय सत्र में तत्कालीन गृहमंत्री पी चिदंबरम, जिन्हें कभी हिंदी बोलते हुवे भी नही देखा गया, ने जब संसद के अंदर भोजपुरिया लोगों के प्रति भोजपुरी में कहा कि – ‘हम रऊवा सब के भावना समझतानी’ तब उनकी इस बात से हर उस भोजपुरिया आदमी, जो बहुत काल से इस बात […] Read more » bhojpuri language संवैधानिक-मान्यता भोजपुरी
सार्थक पहल बाघों के इलाके में पर्यटन August 8, 2012 / August 8, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव संदर्भ- सुप्रीम कोर्ट का बाघों के कोर एरिया में पर्यटकों के प्रतिबंध संबंधी आदेश। सर्वोच्च न्यायालय की रोक के चलते अब सैलानी राष्ट्रीय उधोगों और अभयारण्यों में स्थित बाधों के प्राकृतिक आवास स्थलों के निकट नहीं धूम सकेंगे। न्यायालय ने सभी राज्यों को बाघ्यकारी आदेश देते हुए कहा है कि बाघों के भीतर […] Read more » tourism in the area of tigers बाघों के इलाके में पर्यटन
महत्वपूर्ण लेख शख्सियत सार्थक पहल माजुली का हीरो जिंदा है July 3, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment अंशु मेश्क इस वर्ष ब्रह्मपुत्र नदी में आई बाढ़ ने जैसी तबाही मचाई है वैसी कल्पना कभी असमवासियों ने नहीं की थी। पानी के विकराल रूप ने सबसे ज्यादा माजुली द्वीप पर बसे 1.6 लाख वासियों को प्रभावित किया है। जो जिदगी और मौत के दरम्यान खुद को बचाने की कशमकश में घिरे हुए हैं। […] Read more » संजय घोष
सार्थक पहल भाई ने दिलाई बहन को शिक्षा June 16, 2012 / June 16, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment उषा चौधरी हजारी राम बाड़मेर जिला के खारा गांव का रहने वाला है। इसका एक छोटा भाई और एक बड़ी बहन है। हजारी राम 10 वीं कक्षा का छात्र है। वह युवा समूह की बैठकों से जुड़ा हुआ है। जहां अन्य मुद्दों के साथ-साथ सामाजिक विषयों पर भी चर्चा की जाती है। जब वह इस […] Read more » शिक्षा
सार्थक पहल …यानि अब ट्रेफिक पुलिस की जेब ज्यादा गरम होगी March 5, 2012 / March 5, 2012 by तेजवानी गिरधर | 1 Comment on …यानि अब ट्रेफिक पुलिस की जेब ज्यादा गरम होगी तकरीबन बाईस पुराने सेंट्रल मोटर वीइकल एक्ट में संशोधन के प्रस्तावित बिल को केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद एक ओर जहां यह उम्मीद की जा रही है कि इससे भारी अर्थ दंड से डर कर चालक ट्रेफिक नियमों की पालना के प्रति सजग होंगे, वहीं इस बात की भी आशंका है कि इससे […] Read more » traffic police ट्रेफिक पुलिस
सार्थक पहल मानवीय रिश्तों की गरिमा और अहमियत समझने की ज़रूरत है ! January 9, 2012 / January 9, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 1 Comment on मानवीय रिश्तों की गरिमा और अहमियत समझने की ज़रूरत है ! इक़बाल हिंदुस्तानी उस बूढ़ी मां की जान बचाकर मुझे बेशकीमती संतोष मिला है! आज पूंजीवाद और समाजवाद का अंतर धीरे धीरे हमारे सामने आने लगा है लेकिन दौलत और शौहरत के पुजारी मुट्ठीभर लोग इस सच्चाई को लगातार झुठलाने का प्रयास कर रहे हैं कि पैसा कमाने की होड़ समाज से रिश्ते नातों, धर्म, मर्यादा […] Read more » help to a older women इंसानियत मानवीय रिश्तों की गरिमा समाजिकता
सार्थक पहल आओ बनें बाल अधिकार मित्र – रामकुमार विधार्थी September 24, 2011 / December 6, 2011 by रामकुमार विद्यार्थी | 1 Comment on आओ बनें बाल अधिकार मित्र – रामकुमार विधार्थी रेल्वे प्लेटफार्म पर बाल अधिकार मित्र M F T भोपाल 30 5 35 इटारसी 20 5 25 कटनी 43 5 48 कुल 93 15 108 बच्चों का एक ऐसा दोस्त जो बच्चों के कोमल मन को समझते हुए उनसे बात करे ,उनकी समस्याओं को हल करे उन्हें एैसा वातावरण प्रदान करे जो एक परिवार मे उन्हे मिलना चाहिये ……….. […] Read more » Child Friends Child Rights आओ बनें बाल अधिकार मित्र बाल अधिकार मित्र रामकुमार विधार्थी
धर्म-अध्यात्म सार्थक पहल ‘वात्सल्य ग्राम’ की प्रयोगशाला August 2, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on ‘वात्सल्य ग्राम’ की प्रयोगशाला ऋतेश पाठक अनाथों के नाथ विश्वनाथ के देश में अनाथों की लगातार बढ़ती संख्या आज चिंता का सबब बन रही है। गंभीर हालातों के मद्देनजर सरकारी स्तर पर खूब कागजी घोड़े दौड़ाये जा रहे हैं। ऐसे एकाकी और बेसहारा लोगों के बीच काम कर रही तमाम संस्थाओं में एक नाम है परमशक्ति पीठ का। पीठ […] Read more » वात्सल्य ग्राम साध्वी ऋतंभरा