टॉप स्टोरी पत्रकार लालगढ़ के मामले में आत्म-मंथन करें – किशोर कुमार October 15, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on पत्रकार लालगढ़ के मामले में आत्म-मंथन करें – किशोर कुमार पश्चिम बंगाल के लालगढ़ से नक्सली नेता छत्रधर महतो की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की भूमिका और पत्रकारिता की चुनौतियों पर बहस छिड़ी हुई है। यह लाजमी भी है। लेकिन मेरा मानना है कि इस प्रकरण में या ऐसे संवेदनशील मामलों में पुलिस से ज्यादा पत्रकारों की भूमिका पर बहस होनी चाहिए। यह आत्म-मंथन का […] Read more » journalist पत्रकार
टॉप स्टोरी मीडिया खड़ा बाज़ार में – प्रदीप जिलवाने October 15, 2009 / December 26, 2011 by प्रदीप जिलवाने | 5 Comments on मीडिया खड़ा बाज़ार में – प्रदीप जिलवाने तकनीक ने आचार-विचार से व्यवहार तक जीवन के सभी पक्षों को प्रभावित किया है. नित नये परिवर्तन देखने को मिल रहे है. चीजें बाज़ार में आ रही हैं और कुछ ही समय में ‘आउट ऑफ डेट’ करार दी जाकर व्यवहार से बाहर हो रही है. एक समय था जब हमारी जरूरतें ही तय करती थी, […] Read more » media मीडिया
टॉप स्टोरी धर्म-अध्यात्म मनोरंजन विविधा साहित्य कनिष्क कश्यप:आईए देखें पहले अंडा या पहले मुर्गी ? September 22, 2009 / December 26, 2011 by कनिष्क कश्यप | 4 Comments on कनिष्क कश्यप:आईए देखें पहले अंडा या पहले मुर्गी ? यहीं गांठ हैं, यहीं उलझन हैं जो आपको सुलझानी हैं। देखो उस सवाल को……जिसने अपना होना कैसे बनाये रखा। एक ऐसा सवाल जो बार बार आपको एक अद्रिश्य सता को मानने को विवश करता है। एक ऐसा सवाल जो बड़े बड़े विद्वानों ने, मनुस्य की सोच और बुद्धि को सीमित करने का रूपक बनाया और आज भी बनाया जाता है। पहले अंडा आया या पहले मुर्गी? पहले पेड़ या पहले बीज़? जैसे हज़ारों सवाल आप बना सकतें हैं! Read more » Kanishka Kashyap शिक्षा
टॉप स्टोरी राजनीति छात्रसंघ की छाती पर लिंगदोह का रोलर September 7, 2009 / December 26, 2011 by जयराम 'विप्लव' | Leave a Comment दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव संपन्न हुआ । इतिहास में पहली बार चार में से तीन पदों पर छात्रा प्रतिनिधि ने जीत हासिल की । लिंगदोह की आग में झुलसने के बाद भी दो प्रमुख छात्र संगठनों ने मीडिया और वामपंथी संगठनों के खोखले दावों को झुठलाते हुए अपना दबदबा बरकरार रखा । इस बार का डूसू चुनाव कई मायनों में गौर करने लायक है । Read more » Student Union छात्र राजनीति डूसू मीडिया लोकतंत्र
टॉप स्टोरी प्रभाष जोशी पर चल रहे वामपंथी बाण August 20, 2009 / December 27, 2011 by जयराम 'विप्लव' | 4 Comments on प्रभाष जोशी पर चल रहे वामपंथी बाण प्रभाष जोशी वर्तमान हिन्दी पत्रकारिता के सर्वमान्य हस्ताक्षर हैं । जनसत्ता में उनको करीब ५ सालों से पढ़ रहा हूँ । कभी भी जोशी जी के आलेखों में किसी वाद की छाया प्रतिबिंबित नहीं देखी है । सुनते हैं कि जनसत्ता वामपंथी विचारधारा का समाचार पत्र है परन्तु आज तक इस पर कोई निर्णय नहीं […] Read more » Prabhat joshi प्रभाष जोशी
टॉप स्टोरी भूख का नया चेहरा August 17, 2009 / December 27, 2011 by हिमांशु शेखर | 1 Comment on भूख का नया चेहरा जो भी यह सोच रहे थे कि 2008 के गुजरने के साथ ही खाद्यान्न संकट और भुखमरी की समस्या से काफी हद तक निजात मिल जाएगी, वे गलत साबित हुए हैं। उन्हें गलत साबित किया है एफएओ की एक रपट ने। बीते दिनों इस संस्था ने अनाज संकट और इससे उपजी भुखमरी पर अपनी रपट जारी की। Read more » hunger भुखमरी भूख हिमांशु शेखर
टॉप स्टोरी आज़ादी के दिन शाहरुख़ अमेरिकी हिरासत में August 15, 2009 / December 27, 2011 by जयराम 'विप्लव' | Leave a Comment जश्न -ए -आज़ादी का मुबारक मौका है । हम भारतीय फूले नहीं समा रहे । तेजी से विकसित हो रहे इंडिया के सुखद सपनों में खोये हुए लालकिले की प्राचीर से माननीय प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम भाषण सुनकर छाती चौडी हो रही है । Read more » Shahrukh Khan शाहरुख़
टॉप स्टोरी मानवता के साथ समझौता करने से कहीं बेहतर है राष्ट्रीयता के साथ समझौता ! August 12, 2009 / December 27, 2011 by जयराम 'विप्लव' | 6 Comments on मानवता के साथ समझौता करने से कहीं बेहतर है राष्ट्रीयता के साथ समझौता ! आदरणीय डा० मनमोहन सिंह जी , चरण कमलों में सादर प्रणाम ! मनमोहन सिंह जी आप के सम्बन्ध में कहते हुए होंठ हिलने लगते हैं , जीभ थरथराने लगती है । डर से नहीं बल्कि आप का व्यक्तित्व हीं इतना प्रभावशाली है ! Read more » Humanity मानवता
टॉप स्टोरी “करगिल युद्ध “का बिगुल August 4, 2009 / December 27, 2011 by जयराम 'विप्लव' | Leave a Comment 2 मई १९९९ का मनहूस दिन धरती के स्वर्ग 'कश्मीर' की किस्मत में चौथी बार युद्ध की सुगबुगाहट लेकर आया । करगिलके एक छोटे से गाँव गरकौन के कुछ चरवाहे अपनी याकों कि खोज में घूम रहे थे । इसी दौरान इनमें से एक ताषी नामग्याल ने बर्फ में मानव पदचिन्हों के निशान देखे । Read more » Kargil War करगिल युद्ध
टॉप स्टोरी पुलिस सुधार है बेहद जरूरी- हिमांशु शेखर July 24, 2009 / December 27, 2011 by हिमांशु शेखर | 1 Comment on पुलिस सुधार है बेहद जरूरी- हिमांशु शेखर बीते दिनों गाजियाबाद निवासी रणवीर सिंह की हत्या देहरादून पुलिस ने कर दी। यह मामला अभी भी गरमाया हुआ है। रणवीर के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसके शरीर पर चोट के 28 निशान थे। Read more » Police पुलिस
टॉप स्टोरी बिगड़ी हालत सेहत की-हिमांशु शेखर July 21, 2009 / December 27, 2011 by हिमांशु शेखर | 1 Comment on बिगड़ी हालत सेहत की-हिमांशु शेखर देश में जन स्वास्थ्य की हालत सुधारने के लिए कई योजनाएं चल रही हैं। हर साल इन योजनाओं पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाए जा रहे हैं। पर जन स्वास्थ्य के मौजूदा हाल को देखते हुए यह अंदाजा लगा पाना मुश्किल है कि आखिर यह पैसा जा कहां रहा है। Read more » Health जन स्वास्थ्य स्वास्थ्य हिमांशु शेखर
टॉप स्टोरी राजनीति बहन जी को गुस्सा क्यों आता है? July 20, 2009 / December 27, 2011 by अमलेन्दु उपाध्याय | 3 Comments on बहन जी को गुस्सा क्यों आता है? उत्तर प्रदेश में ‘बलात्कार राजनीति’ एक नए मोड़ पर आ गई है। मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी की विवादित टिप्पणी के बाद प्रदेश में जो हुआ उसका समर्थन कोई बड़े से बड़ा दलित समर्थक भी नहीं कर सकता। सबसे बड़ा तमाशा यह है कि न तो रीता जोशी दलित […] Read more » Anger गुस्सा