लेख विविधा साहित्य भक्ति रस से उपजा वीर रस April 22, 2016 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री भारत पर विदेशी हमलों की शोकगाथा बहुत पुरानी है । उतनी ही पुरानी इसकी संघर्ष गाथा है । लेकिन संघर्ष और शत्रु से मुक़ाबला कितना ही शौर्यपूर्ण क्यों न रहा हो , अन्ततः भारत के भाग्य में परवश होना ही वदा था । शायद इसीलिए आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ,भारतीय साहित्य, ख़ासकर […] Read more » Featured Guru Arjun Dev भक्ति रस वीर रस श्री अर्जुन देव श्री गोविन्द सिंह श्री तेगबहादुर
विविधा सूखा आसमान में या दिमाग में ? April 22, 2016 by अरुण तिवारी | 4 Comments on सूखा आसमान में या दिमाग में ? इस प्यास की पङताल जरूरी है यह सच है कि 1960 के दशक में अमेरिका की औद्योगिक चिमनियों से उठते गंदे धुएं के खिलाफ आई जन-जागृति ही एक दिन ’अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस’ की नींव बनी। यह भी सच है कि धरती को आये बुखार और परिणामस्वरूप बदलते मौसम में हरित गैसों के उत्सर्जन में हुई […] Read more » Featured अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस आसमान सूखा
पर्यावरण विविधा धरातल से रसातल की तरफ भू-जल श्रोत April 22, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment विश्व पृथ्वी दिवस पर विशेष लेख – अशोक बजाज आज समूचा विश्व भीषण जल संकट के दौर से गुजर रहा है. किसी को जल में डूबने का संकट है तो किसी को सूखने का संकट है. विज्ञान के असंयमित उपयोग, दिशाहीन जीवन शैली तथा गलत प्राथमिकताओं के चलते प्रकृति का संतुलन बिगड़ चुका है . […] Read more » Featured धरातल भू-जल श्रोत रसातल
पर्यावरण विविधा भारतीय, इसलिए भी मनायें पृथ्वी दिवस April 22, 2016 by अरुण तिवारी | Leave a Comment 22 अप्रैल-पृथ्वी दिवस पर विशेष यूं तो मैं सीधे-सीधे कह सकता हूं कि 22 अप्रैल-पृथ्वी दिवस, सिर्फ संयुक्त राष्ट्र संघ अथवा संयुक्त राज्य अमेरिका से जुङे संगठनों व देशों को पृथ्वी के प्रति दायित्व निर्वाह की याद दिलाने का मौका नहीं है; यह प्रत्येक जीव के याद करने का मौका है कि पृथ्वी के प्रति […] Read more » Earth Day पृथ्वी दिवस
पर्यावरण विविधा सूखे का संकट और मानसून के संकेत April 21, 2016 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिंदुस्थानी देश में प्राकृतिक वातावरण को निर्मित करने वाले संसाधनों का जिस प्रकार से दोहन हो रहा है, उससे कई प्रकार की विषमताएं हमारे सामने मौत बनकर आ रही हैं। हमारा देश वर्तमान में सूखे को लेकर गंभीर मंथन की मुद्रा में है। लेकिन क्या हमने इस बात पर विचार किया है कि यह […] Read more » Featured मानसून मानसून के संकेत सूखे का संकट
विविधा “ कुछ अलग बात तो जरूर है लालू के इस लाल में ” April 21, 2016 by आलोक कुमार | Leave a Comment बिहार की राजधानी व् दक्षिणी बिहार को उत्तर बिहार से जोड़ने वाला सबसे महत्वपूर्ण लिंक जर्जर गाँधी सेतू अब बिहार की जनता के लिए नासूर बन चूका है l किसी भी दिन ढह जाने की इस पुल की स्थिति और वर्षों से इस पर रोज लगने वाले महाजाम केंद्र व् राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन […] Read more » Featured repairment of gandhi setu
महिला-जगत विविधा चूल्हा, चौका तक सीमित नही महिलाएं April 21, 2016 by रवि श्रीवास्तव | Leave a Comment देश में पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर आज कल महिलाएं बड़ी कुशलता से काम कर रही है. घर परिवार को चलाने में बखूबी अपना हाथ बटाती हैं. बदलते दौर में महिलाएं पिछड़े जमाने की तरह घर में रहकर चूल्हा, चौका तक सीमित नही रहना चाहती. पति के जिम्मेदारियों को कम करने के लिए उनका […] Read more » Featured चूल्हा चौका तक सीमित नही महिलाएं
पर्यावरण विविधा कैसे मनायें पृथ्वी दिवस ? April 21, 2016 by अरुण तिवारी | Leave a Comment 22 अप्रैल: पृथ्वी दिवस पर विशेष पृथ्वी दिवस – हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 22 अप्रैल को आ ही गया अंतर्राष्ट्रीय मां पृथ्वी का यह दिन। सोचना यह है कि हम इसे कैसे मनायें ? सीधे कहूं तो पृथ्वी दिवस पर दुनियाभर में गोष्ठी, सेमिनार, संवाद, कार्यशालायें आयोजित होती ही हैं। इनमें […] Read more » Featured कैसे मनायें पृथ्वी दिवस पृथ्वी दिवस
खेत-खलिहान पर्यावरण विविधा मौसमः अच्छी बारिश की बढ़ी उम्मीद April 18, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव इस बार मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने अच्छी बारिश की उम्मीद जगाई है। यदि यह अनुमान यथार्थ के धरातल पर सटीक बैठता है तो किसानों के चेहरे तो खिलेंगे ही,देश की सकल घरेलू उत्पाद दर भी बढ़ जाएगी। देश के जीडीपी में कृषि का योगदान 15 फीसदी है और खेती-किसानी भी देश का […] Read more » Featured अच्छी बारिश उम्मीद मौसम
विविधा राष्ट्रवाद April 18, 2016 / April 18, 2016 by शुभम तिवारी | 2 Comments on राष्ट्रवाद शुभम तिवारी लगभग महीने भर पहले राजधानी के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में घटी देश विरोधी नारेबाजी की घटना ने राष्ट्रवाद बनाम देशद्रोह के बहस को जन्म दिया. जब बहस देशद्रोह बनाम राष्ट्रवाद पर छिड़ी तो देशद्रोह व राष्ट्रवाद के परिभाषा पर बहस छिड़ना भी लाजिमी था और ऐसा ही हुआ. आज देश का बौद्धिक खेमा […] Read more » Featured Nationalism राष्ट्रवाद
टॉप स्टोरी विविधा सूखा और तद्जनित सामाजिक समस्याएं April 18, 2016 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान वर्तमान में महाराष्ट्र का एक बड़ा हिस्सा भयानक सूखे की चपेट में है और लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। महाराष्ट्र समेत देश के कई ऐसे राज्य हैं जो कि सूखे की चपेट में हैं। इनकी संख्या बारह बताई जाती है। आम भाषा में सूखे का अर्थ पानी की कमी है। […] Read more » drought drought related social issues Featured सूखा सूखा तद्जनित सामाजिक समस्याएं
विविधा प्यास बुझानी है तो धरती को करना होगा रिचार्ज April 18, 2016 by अतुल गौड़ | Leave a Comment आधुनिक दौड़ में विकास की अंधी प्रतिस्पर्धा में हर कोई बस भागना चाहता है। एक-दूसरे से आगे निकल जाने की होड़ इतनी भयंकर है कि नुकसान क्या हो रहा है और दरअसल मूल क्या छूट रहा है इसका किसी को अंदाजा ही नहीं है। हर वह शख्स जो जिंदगी से विकास का नाता लिए तेजी […] Read more » conservation of water drought in India Featured how to get rid of drought water harvesting धरती को करना होगा रिचार्ज प्यास धरती रिचार्ज