विविधा आधुनिक भारत के निर्माता सरदार वल्लभ भाई पटेल April 4, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -गुंजेश गौतम झा- आजादी के बाद भी सैकड़ों रियासतों के रूप में बंटे भारत को अखंड भारत बनाने में सरदार वल्लभ भाई पटेल ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अपने बहादुरी भरे कार्यों और दृढ़इच्छाशक्ति के दम पर लौह पुरूष का दर्जा हासिल करने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्वतंत्रता आंदोलन में भी अत्यंत ही […] Read more » Sardar Vallabh Bhai Patel आधुनिक भारत के निर्माता सरदार वल्लभ भाई पटेल
विविधा विध्वंस का विकास April 3, 2014 / September 18, 2014 by राम सिंह यादव | 1 Comment on विध्वंस का विकास -राम सिंह यादव- एक बहुत विशाल ऊर्जा का विस्फोट हुआ, सारे ब्रह्मांड में असंख्य तारे और ग्रह टूटकर छितरा गये। लेकिन ऊर्जा खत्म नहीं हुई, वरन् ब्रह्मांड की एक एक संरचना में समाहित हो गयी और धीरे-धीरे सूर्यों एवं ग्रहों की उत्पत्ति प्रशस्त हुई। इन्हीं में एक अपनी पृथ्वी और सूर्य भी थे. सूर्य ने पिता भाव से […] Read more » developement of disaster विध्वंस का विकास
विविधा ‘द बर्निंग ट्रेन’: सुरक्षा के ये कैसे उपाय? April 3, 2014 / April 3, 2014 by निर्मल रानी | Leave a Comment -निर्मल रानी- भारतीय रेल सेवा के अंतर्गत् चलने वाली सवारी गाडिय़ां कई बार अग्रिकांड की भेंट चढ़ चुकी हैं। इनमें पैसेंजर से लेकर मेल,एक्सप्रेस तथा प्रथम श्रेणी की कई रेलगाड़िय़ां भी शामिल हैं। आमतौर पर जबभी कोई भारतीय रेल ‘द बर्निंग ट्रेन’ का रूप धारण करती है उसके तत्काल बाद भारतीय रेल के उच्चाधिकारी विशेषकर […] Read more » 'द बर्निंग ट्रेन': सुरक्षा के यह कैसे उपाय? insecured railway
विविधा अपभ्रंश एवं आधुनिक भारतीय आर्य भाषाओं के संक्रमण-काल की रचनाएं April 3, 2014 by प्रोफेसर महावीर सरन जैन | 3 Comments on अपभ्रंश एवं आधुनिक भारतीय आर्य भाषाओं के संक्रमण-काल की रचनाएं -प्रोफेसर महावीर सरन जैन- (हिन्दी के विशेष संदर्भ में)- यह तथ्य है कि यद्यपि अपभ्रंश के विविध भाषिक रूपों से ही आधुनिक भारतीय आर्य भाषाओं का विकास हुआ है, तथापि इस विकास का व्यवस्थित एवं वैज्ञानिक अध्ययन प्रस्तुत करना सम्भव नहीं है। इस सम्बन्ध में अभी तक जितने कार्य सम्पन्न हुए हैं उनमें अधिकांशतः ‘अज्ञात […] Read more » modern Indian Arya Language अपभ्रंश एवं आधुनिक भारतीय आर्य भाषाओं के संक्रमण-काल की रचनाएं
विविधा स्वामी विवेकानन्द- राष्ट्रीय चेतना के अग्रदूत April 3, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -गुंजेश गौतम झा- स्वामी विवेकानन्द भारतीय पुनर्जागरण के महान संत, अध्ययनशील संन्यासी, गंभीर विचारक, धर्म तत्व ज्ञाता एवं एक महान ओजस्वी वक्ता और महान विभूति थे। वे 19वीं शताब्दी के प्राचीन भारतीय ऋषि-महर्षियों की परंपरा के एक ऐसे क्रांतिकारी संन्यासी थे, जिन्होंने अपने उपदेशों और क्रांतिकारी विचारों के माध्यम से हिन्दुओं में राष्ट्रीय चेतना स्वाभिमान […] Read more » swami vivekanand स्वामी विवेकानन्द- राष्ट्रीय चेतना के अग्रदूत
विविधा खुशवंत सिंह और पाकिस्तानी मीडिया April 3, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -फखरे आलम- वह ऐसा खुशनसीब और बड़े लेखक थे जो सरहद के दोनों ओर जनता के दिलों पर राज करते-करते अलविदा कर गये। उनके चले जाने पर खबरें और लेख भारतीय मीडिया की तरह पाकिस्तानी मिडिया में भी छपे। मगर जाने-माने पत्राकारों के लेख भी वहां की मीडिया ने छापे। पाकिस्तानी मीडिया ने छापा कि […] Read more » Khushwant singh and Pakistan Media खुशवंत सिंह और पाकिस्तानी मीडिया
विविधा दिल पर रखकर हाथ कहिए, देश क्या आजाद है April 2, 2014 by रमेश पांडेय | Leave a Comment -रमेश पाण्डेय- हम हर साल आजादी की वर्षगांठ बड़ी धूमधाम से मनाते आए हैं, बड़े गर्व के साथ खुद को आजाद कहलवाते हैं लेकिन अफसोस कि जब सच सामने आता है तो हमारे पास मुंह तक छिपाने के लिए कोई जगह नहीं बचती। हम दुनिया की उन घूरती आंखों का सामना नहीं कर पाते जो […] Read more » is India free ? दिल पर रखकर हाथ कहिए देश क्या आजाद है
विविधा राष्ट्र निर्माण में महिलाओं का योगदान April 2, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -गुंजेश गौतम झा- जब भारतीय ऋषियों ने अथर्ववेद में ‘माता भूमिः पुत्रो अहं पृथिव्याः’ (अर्थात भूमि मेरी माता है और हम इस धरा के पुत्र हैं।) की प्रतिष्ठा की तभी सम्पूर्ण विश्व में नारी-महिमा का उद्घोष हो गया था। नेपोलियन बोनापार्ट ने नारी की महत्ता को बताते हुए कहा था कि -‘मुझे एक योग्य माता […] Read more » role of women in nation building राष्ट्र निर्माण में महिलाओं का योगदान
विविधा भारतीय विकास प्रतिमान की आवश्यकता April 2, 2014 by कन्हैया झा | Leave a Comment -कन्हैया झा- आज़ादी के बाद देश को 15 वर्ष से भी कम समय में विकसित करने के लिए सिंचाई एवं बिजली उत्पादन के लिए बड़े बाँध, नहरें, निजी एवं सरकारी औद्योगिक क्षेत्र, आदि अनेक योजनाओं को प्रारंभ किया गया. इसके लिए किसानों की जमीन को सरकार ने सस्ते दामों पर ले लिया. इससे असंख्य देशवासियों […] Read more » need of India development भारतीय विकास प्रतिमान की आवश्यकता
विविधा स्टाम्प कालाबाजारी-“कलेक्टर क्या करेगा? … वो सब जानता है।” April 1, 2014 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 2 Comments on स्टाम्प कालाबाजारी-“कलेक्टर क्या करेगा? … वो सब जानता है।” -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’- मैं आज 31.03.2014 को दोपहर में कलेक्ट्रेट जयपुर गया। बीस रुपये का स्टाम्प खरीदना था। दो स्टाम्प विक्रेताओं ने ये कहकर इनकार कर दिया कि उनके पास बीस रुपये का स्टाम्प नहीं है। अंत में एक बुजुर्ग महिला स्टाम्प विक्रेता ने बीस रुपये का स्टाम्प उपलब्ध होने की बात कही। उसको […] Read more » irregularities with stamp papers स्टाम्प कालाबाजारी-"कलेक्टर क्या करेगा? ....वो सब जानता है।"
विविधा आतंक की खतरनाक साजिश March 31, 2014 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment -अरविंद जयतिलक- दिल्ली व राजस्थान की पुलिस समेत सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियां बधाई की हकदार हैं कि उन्होंने प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के सरगना तहसीन अख्तर उर्फ मोनू समेत पांच आतंकियों जियाउर रहमान उर्फ वकास, मुहम्मद महरुफ, मुहम्मद वकार अजहर उर्फ हनीफ, साकिब अंसारी उर्फ खालिद एवं बरकत को गिरफ्तार कर, उस साजिश […] Read more » dangerous intrigue of terror आतंक की खतरनाक साजिश
विविधा बिहार में शराब माफियाओं पर शांत सत्ता March 30, 2014 by आलोक कुमार | Leave a Comment -आलोक कुमार- सुशासन की सरकार और सुशासनी प्रशासन ने बिहार में शराब बेचने की खुली छूट दे रखी हैl सच्चाई तो ये है कि शराब बिक्री के बहुत बड़े हिस्से पर अवैध कारोबारियों का ही कब्ज़ा है, जिनकी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से राजनीतिज्ञों, नौकरशाहों और अन्य सरकारी बाबुओं से साठ-गांठ हैl जाहिर है इस कमाई में सबका अपना-अपना हिस्सा होता […] Read more » public crying wine- politics silent बिहार में शराब माफियाओं पर शांत सत्ता