विविधा विकेंद्रीकरण के सन्दर्भ में ब्राजील का अध्ययन January 29, 2014 / January 29, 2014 by कन्हैया झा | 6 Comments on विकेंद्रीकरण के सन्दर्भ में ब्राजील का अध्ययन -कन्हैया झा- बीसवीं शताब्दी में ब्राजील का आधुनिकरण तीन स्तंभों आर्थिक विकास, औद्योगीकरण, एवं शहरीकरण पर आधारित था. सन 1980 में कृषि एवं खनन (प्राथमिक क्षेत्र) में संलग्न जनता का प्रतिशत घटते-घटे केवल 30 रह गया था. गरीब एवं अति-गरीब का प्रतिशत 35 होने से ब्राजील उस समय सबसे अधिक असमान देश था. […] Read more » Brazil विकेंद्रीकरण के सन्दर्भ में ब्राजील का अध्ययन
विविधा सरकारी बंगलों में “सत्ता- प्रायोजित” गोरखधंधा January 29, 2014 / January 29, 2014 by आलोक कुमार | 1 Comment on सरकारी बंगलों में “सत्ता- प्रायोजित” गोरखधंधा -आलोक कुमार- बिहार के बहुप्रचारित सुशासन में सरकारी -सरंचनाओं का दुरुपयोग शासन की सहभागिता से धड़ल्ले से जारी है। एक तरफ तो राजधानी पटना में हेरिटेज इमारतों को ढाह कर नयी इमारतें खड़ी की जा रही हैं , जगह-जमीन की कमी का रोना रोया जा रहा है तो दूसरी तरफ सरकारी -बंगलों में “अवैध […] Read more » Bihar government Bihar government flats using politicians सरकारी बंगलों में "सत्ता- प्रायोजित" गोरखधंधा
विविधा नकल माफ़ियाओं के चंगुल में माध्यमिक और उच्च शिक्षा January 28, 2014 / January 28, 2014 by राघवेन्द्र कुमार 'राघव' | Leave a Comment -राघवेन्द्र कुमार राघव- हरदोई ज़िले की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह नकल माफ़ियाओं की गिरफ़्त में है। प्रतिवर्ष 50,000 से ज्यादा छात्र-छात्राएं नकल की महामारी से संक्रमित होकर अंधकार के गर्त में गिर जाते हैं। शासन और प्रशासन नकल के इस काले खेल में बराबरी की भागीदारी का निर्वाह करता दिखता है। मार्च माह में होने […] Read more » Middle and high school exam नकल माफ़ियाओं के चंगुल में माध्यमिक और उच्च शिक्षा
विविधा मुस्लिम घुसपैठियों पर चुप्पी क्यों? January 28, 2014 / January 28, 2014 by प्रवीण दुबे | 2 Comments on मुस्लिम घुसपैठियों पर चुप्पी क्यों? -प्रवीण दुबे- घुसपैठ विशेषकर मुस्लिम घुसपैठ को लेकर हमारी केन्द्र सरकार अपने मुंह पर मुसीका क्यों लगा लेती है? कश्मीर में पाकिस्तान से और पूर्वोत्तर के राज्यों में बांग्लादेश से होने वाली मुस्लिम घुसपैठ पर यह सरकार कभी खुलकर नहीं बोलती और न इन्हें रोकने के लिए कोई कड़े कदम उठाए जाते हैं। अब […] Read more » why silence on muslim infiltrator ? muslim infiltrator मुस्लिम घुसपैठियों पर चुप्पी क्यों?
विविधा संकट में ग्रामीण शिक्षा January 28, 2014 / January 28, 2014 by अभिषेक रंजन | Leave a Comment -अभिषेक रंजन- खबरिया चैनलों, अखबारों के माध्यम से आजकल हर रोज कोई न कोई नया सर्वे होने की खबर मिलती रहती है. लेकिन दुखद बात है कि जहां एक तरफ राजनीतिक सर्वे को लेकर दिन-रात बहस होती दिखाई देती है, वहीं देश से जुड़े कुछ अहम् मुद्दे चर्चा के केंद्र बिंदु बनना तो दूर, […] Read more » rural education in problem संकट में ग्रामीण शिक्षा
विविधा नीतीश के टूटते हुए तिलिस्म का ट्रेलर January 24, 2014 / January 24, 2014 by आलोक कुमार | 1 Comment on नीतीश के टूटते हुए तिलिस्म का ट्रेलर -आलोक कुमार- हाल ही में बिहार के बेगूसराय जिले के गढ़पुरा में नीतीश कुमार की सभा में जिस प्रकार का विरोध प्रदर्शन हुआ। वो फिर से यह दर्शाता है कि नीतीश के शासन के खिलाफ जनता में कैसा आक्रोश है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि बिहार से संबंधित मीडिया के किसी […] Read more » Nitish Kumar नीतीश के टूटते हुए तिलिस्म का ट्रेलर
विविधा वाह रज़ा बनारस, वाह ! January 24, 2014 / January 24, 2014 by नीरज वर्मा | 1 Comment on वाह रज़ा बनारस, वाह ! -नीरज वर्मा- भारतवर्ष ! उसका एक बड़ा और अहम हिस्सा उत्तर-प्रदेश ! और उत्तर-प्रदेश का बेहद अहम् हिस्सा वाराणसी / काशी / बनारस ! मोक्ष की नगरी – तीर्थाटन की नगरी – और औघड़-दानी भगवान शिव की नगरी ! हिन्दुस्तानी संस्कृति और सभ्यता की प्रतीक ! विदेशों में सर्वाधिक लोकप्रिय भारतीय शहर ! एक अजीब […] Read more » Banaras वाह ! वाह रज़ा बनारस
विविधा महेश भट्टजी ! तो हो जाए शशि-सुनंदा पर भी एक फिल्म! January 24, 2014 / January 24, 2014 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- सचमुच जीवन विरोधाभासों से भरता जा रहा है। व्यवहार में जो बातें असंभव प्रतीत होती है, दुनिया में वही होता दिखाई देता है। अब देश के सर्वाधिक संभ्रांत कहे-समझे जाने वाले राजनेता शशि थरुर का ही उदाहरण लें। विचार और जीवनशैली में फिल्म निदेशक महेश भट्ट के करीब नजर आने वाले […] Read more » Shashi Tharur Sunanda Pushkar महेश भट्टजी ! तो हो जाए शशि-सुनंदा पर भी एक फिल्म!
विविधा ‘बिग बॉस’ की भूमिका में बिहार के नौकरशाह January 23, 2014 / January 23, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -आलोक कुमार- पिछले आठ सालों के सुशासनी शासन के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री ने कई बार नौकरशाहों को गांवों की तरफ रुख करने के ‘दिखाऊ निर्देश’ दिए लेकिन न प्रमुख सचिव और सचिवों ने गांवों का रुख किया और न ही जिलाधिकारीओं और आयुक्तों ने गांवों के भ्रमण में रुचि दिखाई। मुख्यमंत्री की सेवा और अधिकार यात्राओं […] Read more » "बिग बॉस“ की भूमिका में बिहार के नौकरशाह Bihar bureaucracts
विविधा चुनौती से बचकर नहीं भिड़कर चलने वाला सम्राटः पृथ्वीराज चौहान January 23, 2014 / January 23, 2014 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment -राकेश कुमार आर्य- पृथ्वीराज चौहान से पराजित होकर मोहम्मद गोरी रह-रहकर अपने दुर्भाग्य को कोस रहा था। गोरी स्वयं को बहुत ही अपमानित अनुभव कर रहा था। यह उसका सौभाग्य रहा और राजपूतों का प्रमाद कि जब वह युद्ध क्षेत्र में घायल पड़ा, अपने जीवन की अंतिम घडिय़ां गिन रहा था, तब उसे अपनी […] Read more » Prithvi Raj Chauhan चुनौती से बचकर नहीं भिड़कर चलने वाला सम्राटः पृथ्वीराज चौहान
विविधा सुनंदा थरूर की जान ट्विटर ने तो नहीं ली ? January 20, 2014 / January 20, 2014 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment -इक़बाल हिंदुस्तानी- सोशल नेटवर्किंग दोधारी तलवार है, सोच-समझकर चलाना होगा! जिस तरह से चाकू बदमाश के हाथ में हो तो वह किसी की जान ले लेता है और वही चाकू डॉक्टर हाथ में आ जाये तो किसी मरीज़ की जान बचा लेता है, वैसे ही इंटरनेट के भी फायदों के साथ दुरुपयोग के नुक़सान मौजूद […] Read more » Sunanda Pushkar death twitter सुनंदा थरूर की जान ट्विटर ने तो नहीं ली ?
विविधा मरहूम सुनंदा पुष्कर : महत्वाकांक्षा की वेदी पर प्राणों की आहूति ? January 20, 2014 / January 20, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on मरहूम सुनंदा पुष्कर : महत्वाकांक्षा की वेदी पर प्राणों की आहूति ? -आलोक कुमार- सुनंदा पुष्कर ने आत्महत्या कर ली या उनकी हत्या हुई, इस रहस्य से अभी पर्दा उठना बाकी है और शायद कभी उठे भी नहीं। बात-बात पर ब्रेकिंग न्यूज़ बनाने वाली इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भी कुछ ज्यादा सक्रिय नहीं है, क्योंकि मामला एक केंद्रीय कांग्रेसी मंत्री से जुड़ा हुआ है। सुनंदा पुष्कर की मौत […] Read more » Sunanda Pushkar death मरहूम सुनंदा पुष्कर : महत्वाकांक्षा की वेदी पर प्राणों की आहूति ?