विविधा दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा राजभाषा अधिनियम की खुली अवहेलना May 29, 2013 by एडवोकेट मनीराम शर्मा | Leave a Comment महामहिम राष्ट्रपति महोदय, राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली मान्यवर, दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा राजभाषा अधिनियम की खुली अवहेलना मान्यवर को ज्ञात ही है कि राजभाषा अधिनियम ,1963 की धारा 3(3) के अनुसार समस्त संकल्प, कार्यालय टिप्पण, साधारण आदेश, नियम, अधिसूचना, प्रशासनिक/अन्य प्रतिवेदन या प्रेस विज्ञप्ति, संसद के समक्ष रखे जाने वाले प्रशासनिक/अन्य प्रतिवेदन और राजकीय कागज-पत्र […] Read more » राजभाषा अधिनियम की खुली अवहेलना
विविधा बाबा अमरनाथ यात्रा के सन्दर्भ में May 28, 2013 / May 28, 2013 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment सेवा में राष्ट्रपति राष्ट्रपति भवन भारत सरकार नई दिल्ली | विषय |- बाबा अमरनाथ यात्रा के सन्दर्भ में हम भक्तजन आपसे निवेदन | श्रीमान जी अमरनाथ यात्रा के सन्दर्भ में हम भक्तजन आपसे निवेदन करते हैं कि भोले बाबा जो कि करोड़ों भारतियों की आस्था के प्रतीक हैं की यात्रा को साधारण लोक जन हेतु […] Read more » बाबा अमरनाथ यात्रा
विविधा क्या हासिल होगा माओवादियों को इस हमले से? May 27, 2013 / May 27, 2013 by अरुण कान्त शुक्ला | 1 Comment on क्या हासिल होगा माओवादियों को इस हमले से? यदि आतंक फैलाकर या बनाए रखकर ही माओवाद को ज़िंदा रखना माओवादियों का मकसद है, तो वे अपने मकसद में फौरी तौर पर इसलिए कामयाब दिख सकते हैं की आतंक फैलाने में वे कामयाब हो गए हैं| पर, यदि वे यह सोचते हैं की कांग्रेस बहुत बड़ी पार्टी है, उसके ऊपर हमला करके वे देश […] Read more »
विविधा व्यंग्य व्यंग्य बाण : बेशर्म कथा May 27, 2013 / May 27, 2013 by विजय कुमार | 1 Comment on व्यंग्य बाण : बेशर्म कथा बात अधिक पुरानी नहीं है। शर्मा जी के मोहल्ले में एक जैसी सूरत और कद-काठी की दो जुड़वां बहनें रहती थीं। एक का नाम था शर्म और दूसरी का बेशर्म। ऐसा नाम उनके माता-पिता ने क्यों रखा, ये आप उनसे ही पूछिये। जुड़वां होने से उन्हें कई लाभ थे। दोनों बदल-बदल कर एक दूसरे के […] Read more » व्यंग्य बाण : बेशर्म कथा
विविधा सांप्रदायिक व आपराधिक शक्तियों की बढ़ती सक्रियता May 26, 2013 / May 26, 2013 by तनवीर जाफरी | 6 Comments on सांप्रदायिक व आपराधिक शक्तियों की बढ़ती सक्रियता तनवीर जाफ़री देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश अपने विभाजन के बावजूद अब भी लोकसभा में अपने 80 सांसद भेजकर देश की केंद्रीय राजनीति में अपनी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इसीलिए यह कथन बेहद प्रचलित है कि दिल्ली की सत्ता का मार्ग उत्तर प्रदेश से ही होकर जाता है। प्रमाणित तौर पर […] Read more » सांप्रदायिक व आपराधिक शक्ति
विविधा महत्वाकांक्षा May 25, 2013 / May 25, 2013 by गंगानन्द झा | 2 Comments on महत्वाकांक्षा करीब चालीस साल पहले की बात है। मेरा एक छात्र था, इण्टरमिडिएट क्लास में। माँ-बाप का इकलौता पुत्र, चार बहनों का इकलौता भाई। पिता डिपुटी मेजिस्ट्रेट। लड़का बहुत ही प्यारा, सुदर्शन एवम् स्वस्थ। पिता की उसे डॉक्टरी पढ़ाने की उत्कट इच्छा थी, उनका कहना था, ऐट ऐनी कॉस्ट, इसको डॉक्टर बनना है। लड़के को एक […] Read more » महत्वाकांक्षा
विविधा एक भाषा बीज की हत्या May 22, 2013 / May 22, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 2 Comments on एक भाषा बीज की हत्या क्या बीज में विभाजन संभव है? हर विवेकशील व्यक्ति इस प्रश्न का उत्तर यही देगा कि नही, बीज में विभाजन संभव नही है। बीज बीज है और यदि उसे तोड़ा गया तो वह टूटते ही व्यर्थ हो जाएगा। इसलिए अच्छाई इसी में है कि बीज को तोड़ा ना जाए बल्कि उसे यथावत रखा जाए जिससे […] Read more » एक भाषा बीज की हत्या
विविधा जो तटस्थ हैं…। May 21, 2013 by विजय कुमार | 2 Comments on जो तटस्थ हैं…। विजय कुमार पिछले दिनों उ0प्र0 शासन के एक मंत्री आजम खान को अमरीका के हवाई अड्डे पर जांच के लिए कुछ देर रोका गया। सुना है इससे पहले शाहरुख खान और पूर्व राष्ट्रपति डा0 कलाम के साथ भी ऐसा हो चुका है। आजम खान वहां उ0प्र0 के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ गये थे। दोनों […] Read more »
जरूर पढ़ें विविधा भारत की भाषाओं के अध्ययन की रूपरेखा एवं भाषाओं के विवरण के आधार May 17, 2013 / July 19, 2013 by प्रोफेसर महावीर सरन जैन | 8 Comments on भारत की भाषाओं के अध्ययन की रूपरेखा एवं भाषाओं के विवरण के आधार प्रोफेसर महावीर सरन जैन भारत में भाषाओं, प्रजातियों, धर्मों, सांस्कृतिक परम्पराओं एवं भौगोलिक स्थितियों का असाधारण एवं अद्वितीय वैविध्य विद्यमान है। विश्व के इस सातवें विशालतम देश को पर्वत तथा समुद्र शेष एशिया से अलग करते हैं जिससे इसकी अपनी अलग पहचान है, अविरल एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है, राष्ट्र की अखंडित मानसिकता है। […] Read more » भारत की भाषाओं के अध्ययन की रूपरेखा भाषाओं के विवरण के आधार
राजनीति विविधा वंदेमातरम का बहिष्कार अलगाववादी मानसिकता May 15, 2013 / May 15, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव राष्ट्रगीत का बहिष्कार संसद और संविधान के अपमान के साथ अलगाववादी मानसिकता का प्रतीक है। यह मामला तब और गंभीर हो जाता है, जब संसद में एक निर्वाचित सांसद वंदे मातरम की उपेक्षा करे। क्योंकि सांसद न केवल बहुधर्मी और बहुजातीय मतदाताओं के बहुमत से संसद में पहुचता है, बलिक धर्म व जातीयता […] Read more » वंदेमातरम का बहिष्कार अलगाववादी मानसिकता
विविधा राष्ट्रीय बोध May 13, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on राष्ट्रीय बोध ‘बंसल’ और अश्विनी को बचाने वाले मनमोहन जी देखो, तुम्हें तुम्हारे पूर्वज देखते हैं स्वर्ग से फिर एक हकीकत धार्मिक उन्माद के कारण फांसी चढ़ गया है। सरबजीत हमारे बीच नही हैं, अब उनकी शहादत की यादें हमारे बीच हैं, और बहुत देर तक रहेंगी। पंजाब सरकार ने आज के इस ‘हकीकत’ को ‘शहीद’ की उपाधि […] Read more » राष्ट्रीय बोध
विविधा सवाल कई सरबजीतों का है! May 8, 2013 by वासुदेव त्रिपाठी | Leave a Comment वासुदेव त्रिपाठी मामला सिर्फ सरबजीत का नहीं है, मामला सैकड़ों अथवा हजारों सरबजीतों में से एक और सरबजीत का है.! 28 अगस्त 1990 को बाघा सीमा पर अपने खेत पर गए सरबजीत शराब के नशे में सीमा पार कर पाकिस्तान पहुँच गए और फिर उनकी जिन्दगी ऐसे शैतानी शिकंजे में फंस गई जहां उन्हें मौत […] Read more » सरबजीत