कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार महिला-जगत वर्त-त्यौहार साहित्य गणगौर: महिलाओं के सौभाग्य का लोकपर्व March 17, 2015 / March 18, 2015 by ललित गर्ग | Leave a Comment राजस्थान अपने यहां आयोजित होने वाले सांस्कृतिक एवं धार्मिक मेलांे एवं उत्सवों के लिये प्रसिद्ध है। गणगौर इसे और विशिष्ट रूप प्रदान करता है। गणगौर का त्यौहार सदियों पुराना हैं। हर युग में कुंआरी कन्याओं एवं नवविवाहिताओं का ही नहीं अपितु संपूर्ण मानवीय संवेदनाओं का गहरा संबंध इस पर्व से जुड़ा रहा है। यद्यपि इसे […] Read more » गणगौर गणगौर: महिलाओं के सौभाग्य का लोकपर्व महिलाओं का लोकपर्व लोकपर्व
आलोचना चिंतन जरूर पढ़ें परिचर्चा महत्वपूर्ण लेख महिला-जगत विधि-कानून समाज स्त्री-पुरुष संबंध: पूर्व और पश्चिम March 14, 2015 by डॉ. मधुसूदन | 8 Comments on स्त्री-पुरुष संबंध: पूर्व और पश्चिम (एक) साहस भीड पर एक पत्थर मार कर कुछ कहना चाहता हूँ, कि रूको मेरी बात सुनो। आज, मैं तालियों के लिए नहीं लिख रहा । वैसे दुःख पर तालियाँ कैसी? एक दुःसाहस ही करता हूँ। यह मेरा अपना दृष्टिकोण है। आज ही सुन लो; कल देर हो जाएगी। एक सुशुप्त ज्वालामुखी देश में उबाल […] Read more » changing woman gender biased gender discourse gender equality live in relation relationship sexual views woman in the modern world womans world स्त्री-पुरुष संबंध: पूर्व और पश्चिम
महिला-जगत सामाजिक विसंगतियों की परिणति है कन्या भ्रूणहत्या March 7, 2015 by जगमोहन ठाकन | Leave a Comment प्रकृति के साथ की गयी छोटी सी भी छेड़खानी पर प्रकृति गुणात्मक रूप से प्रतिक्रिया करती है , जिसके परिणामस्वरूप समाज को काफी क्षति झेलनी पड़ती है .लिंगानुपात में आये असंतुलन का कारण भी मनुष्य द्वारा प्रकृति की इच्छा के विरोध में अपनाए गए तरीके ही हैं . जब समाज में पनपती बुराइयों व […] Read more » कन्या भ्रूणहत्या सामाजिक विसंगतियों की परिणति है
महिला-जगत समाज माँ बनने के लिए बच्चा होना काफी नही, माँ में ममता होना जरूरी February 24, 2015 by बी.आर.कौंडल | 1 Comment on माँ बनने के लिए बच्चा होना काफी नही, माँ में ममता होना जरूरी कहते हैं पुत्र कुपुत्र हो सकता है परन्तु माँ कुमाता नही होती | माँ और बच्चे का एक ऐसा रिश्ता है जो खून की डोर से बंधा है | तभी तो कहते है माता-पिता के अधिकतर गुण उनकी संतान में जन्म से आते है व जन्म लेने के उपरान्त कैसे बच्चे की […] Read more » माँ बनने के लिए बच्चा होना काफी नही माँ में ममता होना जरूरी
जन-जागरण महिला-जगत क्यों रुकता नहीं नारी पर वार February 12, 2015 / February 12, 2015 by निर्मल रानी | 2 Comments on क्यों रुकता नहीं नारी पर वार निर्मल रानी पिछले दिनों देश को एक बार फिर हरियाणा के रोहतक में दोहराए गए निर्भया कांड से शर्मसार होना पड़ा। राक्षसी प्रवृति के बलात्कारियों ने नेपाली मूल की एक लडक़ी के साथ न सिर्फ बलात्कार किया बल्कि उसके शरीर की ऐसी दुर्गति कर डाली जिसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। पोस्टमार्टम करने […] Read more » नारी पर वार
महिला-जगत समाज गलीज़ धंधे वालियों के लिए January 24, 2015 / January 24, 2015 by अलकनंदा सिंह | Leave a Comment अकसर कहा जाता है कि किसी भी समाज में बड़े बदलाव उस समाज में औरतों की स्थिति और उनकी सामाजिक प्रगति के साथ ही आते हैं । समाज में आम तौर पर औरतों की दशा के ऊपर व्याख्यानों – विमर्शों तथा दावों के प्रलाप भी होते रहते हैं मगर इस कथित प्रगति-गाथा के बीच कहीं […] Read more » धंधे वालियों के लिए
महिला-जगत स्त्री का पुरुषोचित आचरण सबसे बड़ी मूर्खता है। January 10, 2015 / January 10, 2015 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 1 Comment on स्त्री का पुरुषोचित आचरण सबसे बड़ी मूर्खता है। डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ स्त्री और पुरुष का के बीच लैंगिक अंतर तो प्रकृति की अनुपम दैन है! इसको स्त्री की कमजोरी और पुरुष की ताकत समझना, पुरुष की सबसे बड़ी मूर्खता है और इसे अपनी कमजोरी मानकर, इसे छुपाने के लिए स्त्री द्वारा पुरुषोचित व्यवहार या आचरण करना उससे भी बड़ी मूर्खता है। केवल भारत में […] Read more »
महिला-जगत लिंग आधारित बजट महिला सशक्तिकरण December 23, 2014 by डाँ. रमेश प्रसाद द्विवेदी | 1 Comment on लिंग आधारित बजट महिला सशक्तिकरण लिंग आधारित बजट महिला सशक्तिकरण का साधन के रूप में डॉ. रमेश प्रसाद द्विवेदी प्रस्तावना: किसी भी समाज के निर्माण एवं विकास में महिला और पुरूष दोंनों की परस्पर सहभागिता व साझेदारी अत्यंत आवश्यक है। महिला व पुरूष को समाज रूपी गाड़ी के दो पहिए के समान माना गया है। अतः समाज के विकास एवं निर्माण […] Read more » women empowerment महिला सशक्तिकरण लिंग आधारित बजट
कविता महिला-जगत जल गया जीवन सारा December 21, 2014 by वैदिका गुप्ता | 2 Comments on जल गया जीवन सारा तेजाब के हमले में घायल एक लड़की के दिल से निकली कुछ पंक्तियाँ ——————————- चलो, फेक दिया सो फेक दिया अब कसूर भी बता दो मेरा तुम्हारा इजहार था मेरा इंकार था बस इतनी सी बात पर फुख दिया तुमने चेहरा मेरा । गलती शायद मेरी थी प्यार तुम्हारा देख न सकी इतना पाक प्यार […] Read more » जल गया जीवन सारा
कविता महिला-जगत खूँटी पर टंगी ज़िन्दगी December 19, 2014 / December 19, 2014 by रामानुज मिश्र | Leave a Comment टांग दी जाती हैं ज़िन्दगियाँ खूटियों पर जो गड़ी हैं भीतर तक भीत पर। मुँह अंधेरे ही निकाल ली जाती हैं इनके भीतर की मशीनें और लगा दी जाती हैं बर्तन मांजने, झाड़ू पोछा घर आँगन, सहन लीपने-पोतने में। मशीनें न आवाज करती हैं न हँसती हैं न ही मुस्कराती हैं चलता रहता है […] Read more » खूँटी पर ज़िन्दगी
महिला-जगत नाक में नथ November 24, 2014 / November 24, 2014 by डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री | Leave a Comment भारतीय स्त्रियों का के प्रति प्रेम जगप्रसिद्ध है। यों तो भारतीय पुरुष भी इस मामले में पीछे नहीं रहे हैं, पर ‘ प्रसिद्धि ‘ स्त्रियों को ही मिली है। वे सिर से लेकर पैर तक तरह – तरह के सौंदर्य प्रसाधनों और आभूषणों का प्रयोग करती हैं। यह माना जाता है कि इससे उनकी सुंदरता […] Read more » Indian women's cosmetics Indian women's love for cosmetics and jewelery nose pin नाक में नथ भारतीय स्त्रियों का सौंदर्य प्रसाधन सौंदर्य प्रसाधनों एवं आभूषणों
महिला-जगत महिला आरक्षण पर भाजपा की नीयत November 22, 2014 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी वक्त बदलता है तो परिस्थितियां कैसे बदलती हैं, इसका अंदाजा कम-ज्यादा सभी को रहता ही है। लेकिन ऐसा बहुत कम होता है कि होने वाले बदलाव एकदम व्यापक पैमाने पर देखने को मिल जायें। देश में सोलहवीं लोकसभा में व्यापक जन समर्थन के साथ सरकार बनाने में भाजपा के सफल होने के […] Read more » Women Reservation महिला आरक्षण