शख्सियत समाज भारत में सामाजिक क्रांति के संवाहक :- डा. अंबेडकर April 13, 2017 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment 1941 से 1945 के बीच उन्होंने अत्यधिक संख्या में विवादास्पद पुस्तकें लिखीं और पर्चे प्रकाशित किये। जिसमें थाट आफ पाकिस्तान भी शामिल है। यह डा. अम्बेडकर ही थे जिन्होनें मुस्लिम लीग द्वारा की जा रही अलग पाकिस्तान की मांग की कड़ी आलोचना व विरोध किया। उन्होनें मुस्लिम महिला समाज में व्याप्त दमनकारी पर्दा प्रथा की भी निंदा की। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वे रक्षा सलाहकार समिति और वाइसराय की कार्यकारी परिषद के लिए श्रममंत्री के रूप में भी कार्यरत रहे। भीमराव को विधिमंत्री भी बनाया गया। Read more » अंबेडकर डा. अंबेडकर भारत भारत में सामाजिक क्रांति के संवाहक सामाजिक क्रांति के संवाहक
शख्सियत समाज आज़ाद भारत के वैचारिक समन्वयक बाबा साहब April 13, 2017 by अर्पण जैन "अविचल" | Leave a Comment बाबा साहब भारत के टुकड़े होने पर सहमत भी नहीं थे, दरअसल, अंबेडकर का भारत को देखने का बिल्कुल ही अलग नजरिया था। वे पूरे राष्ट्र को अखंड देखना चाहते थे, इसलिए वे भारत के टुकड़े करने वालों की नीतियों के आलोचक रहे। भारत को दो टुकड़ों में बांटने की ब्रिटिश हुकूमत की साजिश और अंग्रेजों की हाँ में हाँ मिला रहे इन तीनों ही भारतीय नेताओं से वे इतने नाराज थे कि उन्होंने बाकायदा पाकिस्तान के विभाजन को लेकर एक पुस्तक ‘थॉट्स ऑन पाकिस्तान’ लिखी थी जो बहुत ही चर्चा में आई। Read more » Featured बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती
विधि-कानून विविधा शख्सियत बाबासाहेब – एक अनुकरणीय व्यक्तित्व April 13, 2017 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment पूना पैक्ट की पीठ तक की यात्रा तक में बाबा साहेब भारत की एक बड़े दलित राजनैतिक केंद्र और संस्था के रूप में स्थापित हो चुके थे. ब्रिटिशर्स और गांधी दोनों के ही प्रति जातिगत व्यवस्थाओं में परिवर्तन को लेकर उदासीनता को लेकर वे खिन्नता प्रकट करते थे. दलितों और अछूतों की स्वतंत्र राजनैतिक परिभाषा और पहचान को लेकर वे संघर्ष को तीक्ष्ण कर रहे थे उस दौर में बाबा साहेब ने गांधी के प्रति यह नाराजगी भी प्रकट किया था कि वे दलितों को हरिजन कहनें के पीछे जिस प्रकार का भाव प्रकट करते हैं उसमें दलित देश में एक करुणा मात्र की वस्तु बन कर रह गएँ हैं. Read more » baba saheb ambedkar Featured पूना पैक्ट बाबासाहेब महाड़ आन्दोलन
कला-संस्कृति शख्सियत समाज किशोरी अमोनकर के शास्त्रीय संगीत में भारतीय संस्कृति की आत्मा बसती थी April 9, 2017 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment किशोरी अमोनकर की प्रस्तुतियां ऊर्जा और सौन्दर्य से भरी हुई होती थीं। उनकी प्रत्येक प्रस्तुति प्रशंसकों सहित संगीत की समझ न रखने वालों को भी मंत्रमुग्ध कर देती थी। उन्हें संगीत की गहरी समझ थी। उनकी संगीत प्रस्तुति प्रमुख रूप से पारंपरिक रागों, जैसे जौनपुरी, पटट् बिहाग, अहीर पर होती थी। इन रागों के अलावा किशोरी अमोनकर ठुमरी, भजन और खयाल भी गाती थीं। किशोरी अमोनकर ने फिल्म संगीत में भी रुचि ली और उन्होंने 1964 में आई फिल्म ‘गीत गाया पत्थरों ने’ के लिए गाने भी गाए। Read more » Featured Kishori Amonkar veteran of classical music kishori amonkar किशोरी अमोनकर
शख्सियत समाज हम महावीर बनने की तैयारी में जुटें April 7, 2017 / April 7, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment महावीर जयंती ललित गर्ग आज हर व्यक्ति के जीवन में महावीर के अवतरण की जरूरत है। क्योंकि महावीर का संपूर्ण जीवन स्व और पर के अभ्युदय की जीवंत प्रेरणा है। लाखों-लाखों लोगों को उन्होंने अपने आलोक से आलोकित किया है। इसलिए महावीर बनना जीवन की सार्थकता का प्रतीक है। भगवान महावीर ने जितने महान संदेश […] Read more » Featured mahavir jayanti महावीर जयंती हम महावीर बनने की तैयारी में जुटें
शख्सियत समाज शास्त्रीय संगीत की महीयसी किशोरी अमोनकर नहीं रहीं April 4, 2017 / April 4, 2017 by यतीन्द्र मिश्र | Leave a Comment यतीन्द्र मिश्र इस से बुरी ख़बर हो नहीं सकती…किशोरी ताई चली गयीं.. हम सबको अपने आशीष से वंचित करके.. असहनीय…समझ ही नहीं आ रहा कि क्या लिखें और किस तरह अपनी तकलीफ़ को साझा करें ? मेरे लिए संगीत में भक्ति का अछोर थीं वे…रागदारी के भव्य राज-प्रासाद की अकेली जीवित किंवदन्ती… गान -सरस्वती की […] Read more » classical music veteran Kishori Amonkar passes away Featured Kishori Amonkar Kishori Amonkar dies veteran of classical music kishori amonkar किशोरी अमोनकर किशोरी अमोनकर नहीं रहीं
शख्सियत 109वीं जयन्ती के अवसर पर पण्डित मोहन प्यारे द्विवेदी को श्रद्धान्जलि March 31, 2017 / March 31, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment 108 वीं जयन्ती के पावन अवसर पर हार्दिक श्रद्धांजलि डा. राधेश्याम द्विवेदी ’नवीन’ सुकवि आचार्य पंडित मोहन प्यारे द्विवेदी ’’मोहन’’का जन्म संवत 1966 विक्रमी तदनुसार 01 अप्रैल 1909 ई. में उत्तर प्रदेश के बस्ती जिला के हर्रैया तहसील के कप्तानगंज विकास खण्ड के दुबौली दूबे नामक गांव मे एक कुलीन परिवार में हुआ था। पंडित […] Read more » Featured पण्डित मोहन प्यारे द्विवेदी ’’मोहन ’’
शख्सियत समाज #बलिदानदिवस : “एक ऐसा पत्रकार जिसके लिए पत्रकारिता सदैव एक मिशन रहा” March 25, 2017 by अनुज हनुमत | Leave a Comment इसी कलम ने ब्रिटिश हूकूमत की जड़ें हिला दी थी । इसी कलम से नेपोलियन भी डरा करता था । लेकिन आज के समय में कुछ गंदी और ओछी मानसिकता के हमारे भाई लोगों (पत्रकारों) की वजह से इस कलम की महत्ता में गिरावट आई है । लेकिन आज भी कुछ ऐसे कलम के सिपाही हैं जिनके ऊपर मौजूदा पत्रकारिता को गर्व है । आज गणेश शंकर विद्यार्थी जी हमारे बीच नही हैं लेकिन उनका वो मिशन जरूर है जिसके लिए उन्होंने अपने प्राणों को बलिदान कर दिया । ऐसे महान व् कर्मठ व्यक्तित्व को शत शत नमन ........ Read more » Featured Ganesh Shankar Vidhyarth गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता और गणेश शंकर विद्यार्थी
शख्सियत समाज योगीराज का लाॅगइन ‘विकास’ है तो पासवर्ड ‘हिंदुत्व’। March 20, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment भारत में तब सनातन धर्म लगभग समाप्ति पर आ गया था, देश में बौद्ध और जैन हो गए थे। रामायण और महाभारत जैसे ग्रन्थ खो गए थे, महाराज विक्रम ने ही पुनः उनकी खोज करवा कर स्थापित किया। विष्णु और शिव जी के मंदिर बनवाये और सनातन धर्म को बचाया। गौर से देखें थे विक्रमादित्य और आज के ‘योग्यादित्य’ के समय की परिस्थितियां एक जैसी हैं Read more » Featured Yogi Adityanath yogi Adityanath as cm in uttar pradesh पासवर्ड ‘हिंदुत्व’ योगीराज का लाॅगइन ‘विकास’
शख्सियत समाज वीरव्रत March 17, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment कल्पना से परे है कि अध्ययन में कुशाग्र, हर ओर से समाज की बराबरी करने के बाद भी समाज ने उनसे भेदभाव किया। लेकिन लगातार प्रताड़ित होने के बाद भी उन्होंने संघर्ष नहीं छोड़ा। विधि, अर्थशास्त्र व राजनीति शास्त्र में अध्ययन, कोलंबिया वि.वि. और लंदन स्कूल आॅफ इकाॅनोमिक्स से कई डाक्टरेट डिग्रियां लीं। कुल 32 डिग्रियां बाबासाहेब ने प्राप्त कीं। जीवन भर समाज के दलित, पिछड़े और शोषित वर्ग की आवाज बने रहे। उन्होंने अपने समाज को शैक्षिक, आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक आदि रूपों में समान करने का अथक प्रयास किया। मृत्यु के 34 वर्ष उपरान्त 1990 में उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया। Read more » वीरव्रत
लेख शख्सियत साहित्य देह के बाद अनुपम March 4, 2017 by अरुण तिवारी | 2 Comments on देह के बाद अनुपम अरुण तिवारी जब देह थी, तब अनुपम नहीं; अब देह नहीं, पर अनुपम हैं। आप इसे मेरा निकटदृष्टि दोष कहें या दूरदृष्टि दोष; जब तक अनुपम जी की देह थी, तब तक मैं उनमें अन्य कुछ अनुपम न देख सका, सिवाय नये मुहावरे गढ़ने वाली उनकी शब्दावली, गूढ से गूढ़ विषय को कहानी की तरह […] Read more » Anupam Mishra death of Anupam Mishra Featured अनुपम मिश्र परंपरागत वर्षा जल-संरक्षण
राजनीति शख्सियत एक अलहदा राजनेता शिवराजसिंह चौहान February 26, 2017 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमार शिवराजसिंह सरकार के खिलाफ राजधानी भोपाल में प्रतिपक्ष कांग्रेस जंगी प्रदर्शन करती है और इस प्रदर्शन में शामिल होकर लौटते समय एक सडक़ हादसे में एक कांग्रेसी कार्यकर्ता की मृत्यु हो जाती है. इस कार्यकर्ता के परिवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह दो लाख रुपयों की मदद करते हैं. यह शायद पहली बार हो रहा […] Read more » Featured Madhya Pradesh CM MP CM Shivraj Singh Chouhan Shivraj Singh Chauhan शिवराजसिंह चौहान