
कहो कौन्तेय-५९
Updated: December 3, 2011
विपिन किशोर सिन्हा (महासमर की तैयारी) हमारे संधि-प्रस्ताव दुर्योधन के अहंकार और धृतराष्ट्र के अनिर्णय की भेंट चढ़ चुके थे। हृदय पर पत्थर रखकर हमने…
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सिंघ साहेब का ‘शांति पुरुष’
Updated: December 3, 2011
एल. आर. गांधी इस माह २६ नवम्बर को तीन वर्ष हो जाएंगे ..ग्लानी जी के ‘शांतिदूत’ की मेहमान नवाजी को . इसे हम अतिथि देवोभव…
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क्या कायम रहेगी हाथी की हनक
Updated: December 3, 2011
डॉ0 आशीष वशिष्ठ यूपी विधानसभा चुनावों का अघोषित शंखनाद हो चुका है। सभी दलों के खेमों में हलचल और गहमागामी का माहौल है। सत्तासीन बसपा…
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हिन्दी भाषी प्रदेश बनाम काऊबेल्ट
Updated: December 3, 2011
हरिकृष्ण निगम हर वित्तीय वर्ष के प्रारंभ में जब संसद में बजट पेश किया जाता है तब ठीक पहले केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा एक विस्तृत…
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मौत की आहुतियां लेते यज्ञ
Updated: December 3, 2011
प्रमोद भार्गव धार्मिक आयोजनों में जताई जाने वाली श्रद्धा और भक्ति से यह आशय कतई नहीं निकाला जा सकता कि वाकई इनमें भागीदारी से इहलोक…
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हमारे बढ़ते वाहन की दौड़ भी पर्यावरण की मौत का एक कारक
Updated: December 3, 2011
मनोज श्रीवास्तव ”मौन” पृथ्वी पर विकास मानव की आवश्यकताओं को कितना भी पूरा करे मानव को कम ही प्रतीत होता है। सुख-सुविधाओं को प्राप्त करने…
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हास्य-व्यंग्य/इंतजार चमत्कारी घोड़े के अवतार का..
Updated: December 3, 2011
पंडित सुरेश नीरव मनुष्य आस्तिक भी हो सकता है और नास्तिक भी। पर दोनों ही नस्ल के आदमियों का घोड़ास्तिक होना उसकी अंतिम नियति है।…
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कहो कौन्तेय-५८ (महाभारत पर आधारित उपन्यास अंश)
Updated: December 3, 2011
(श्रीकृष्ण का विराट रूप दर्शन और महासमर की घोषणा) विपिन किशोर सिन्हा दुर्योधन का क्रोध दावानल की भांति बढ़ता जा रहा था। सांप की तरह…
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आन्दोलन को कमजोर करेगी ऐसी अपील
Updated: December 3, 2011
डॉ. दिलीप अग्निहोत्री निःसन्देह अन्ना हजारे सीधे, सज्जन, ईमानदार, सादगीपसन्द, निःस्वार्थ समाजसेवी हैं। वह देश को भ्रष्टाचार से मुक्त कराना चाहते हैं। शक्तिशाली जनलोकपाल निर्माण…
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लद्दाख में पॉलीबैग के खिलाफ लड़ाई
Updated: December 3, 2011
यांगचान डोलमा ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते खतरे का असर विश्व पर्यावरण बेमौसम बारिश, कहीं अचानक आई बाढ़ तो कहीं अकाल इसी की देन हैं। ये…
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मजदूर बनने को मजबूर हैं आदिवासी छात्र
Updated: December 3, 2011
कुमार सिंह टोप्पो धान का कटोरा नाम से प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ को आदिवासी बहुल राज्यों की श्रेणी में रखा जाता है। समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा…
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गांव में किसानों के प्रति सरकार का व्यवहार
Updated: December 3, 2011
निर्मला कुमारी आर्थिक स्तर पर मजबूती और बढ़ते औद्योगिकीकरण के प्रधान देश के रूप में ही माना जाता है। यही कारण है कि आज भी…
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