
कंगाल पड़े बंगाल में रा-हुल-रा-हुल
Updated: September 19, 2010
-प्रकाश चंडालिया कांग्रेस के चिकने चुपड़े युवराज राहुल गाँधी को तीन दिन के बंगाल दौरे से वहां की उबड़-खाबड़ सियासी जमीन का अंदाज जरुर लग…
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या रब हमारे मुल्क में ऐसी फिजा बने…
Updated: December 22, 2011
-तनवीर जाफ़री इसमें कोई शक नहीं कि हमारा देश भारतवर्ष अनेकता में एकता, सर्वधर्म समभाव तथा सांप्रदायिक एकता व सद्भाव के लिए अपनी पहचान रखने…
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हरमदवाहिनी का मिथ और यथार्थ
Updated: December 22, 2011
-जगदीश्वर चतुर्वेदी पश्चिम बंगाल में तमाम समाचार पत्रों में ‘हरमदवाहिनी’ के पदबंध का कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के खिलाफ दुष्प्रचार आम बात है। इस नाम से…
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बाबरी मस्जिद विवाद- स्व.राजीव गांधी और लालकृष्ण आडवाणी का असली खेल
Updated: December 22, 2011
-जगदीश्वर चतुर्वेदी यहां उल्लेखनीय है कि आडवाणीजी ने बेल्जियम के विद्वान की पुस्तक के अलावा एक और पुस्तक जारी की थी ‘‘हिंदू मंदिर: उनका क्या…
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स्वाभिमानी राष्ट्र गुलामी के कलंकों को बर्दाश्त नहीं करते : आर्नोल्ड टॉयन्बी
Updated: December 22, 2011
आर्नोल्ड टॉयन्बी आधुनिक युग के सर्वश्रेष्ठ इतिहासज्ञ माने गये। वर्ष 1960 में वे भारत आये तथा उन्होंने तीन भाषण दिये। इन भाषणों में उन्होंने आश्चर्य…
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आकाश प्रथम तत्व है !
Updated: December 22, 2011
– हृदयनारायण दीक्षित भारतीय दर्शन के पांच तत्व गांव-गांव तक चर्चित है। रामचरित मानस की क्षिति जल पावक गगन समीरा वाली चौपाई हिन्दी भाषी क्षेत्रों…
Read moreमन ही बंधन, मन ही मुक्ति
Updated: December 22, 2011
-हृदयनारायण दीक्षित आनंद सबकी इच्छा है। सुख, स्वस्ति और आनंद का प्रत्यक्ष क्षेत्र यही प्रकृति है। यहां शब्द हैं, रूप, रस, गंध और स्पर्श आनंद…
Read moreगंवई गंवार की प्रतीति आत्मगंध की अनुभूति
Updated: December 22, 2011
– हृदयनारायण दीक्षित गांव की अपनी सुरभि है, अपनी गंध है। गंवई-गंवार की अपनी प्रतीति है और आत्मगंध की अपनी अनुभूति है। गांवों से बाहर…
Read moreराजभाषा हिन्दी और संवैधानिक सीमाएं
Updated: December 22, 2011
-हरिकृष्ण निगम क्या हमारे देश के करोड़ों हिंदी प्रेमियों को इस बात का अहसास है कि संवैधानिक प्रावधानों के अंतर्गत हिंदी को यद्यपि संघ की…
Read moreसंवेदनाशून्यता में संस्कृति विनाश
Updated: December 22, 2011
– हृदयनारायण दीक्षित सृष्टि एक है। दो नहीं। यह अद्वैत है। ढेर सारे रूप हैं, जीव और वनस्पतियां हैं लेकिन समूची सृष्टि में परस्परावलम्बन है।…
Read moreवृहदारण्यक उपनिषद् की मैत्रेयी सौभाग्यशाली
Updated: December 22, 2011
– हृदयनारायण दीक्षित वैदिक काल और उत्तर वैदिक काल में ढेर सारी तत्ववेत्ता महिलाएं हैं। लोपामुद्रा ऋग्वेद की मंत्रद्रष्टा हैं लेकिन मैत्रेयी की तत्व अभीप्सा…
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मंदिर-मस्जिद विवाद का अंतिम अध्याय
Updated: December 22, 2011
-धाराराम यादव लगभग 6 दशकों से न्यायपालिका के समक्ष लंबित राम मन्दिर -बाबरी मस्जिद विवाद के सम्बन्ध में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ का…
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