विविधा Default Post Thumbnail

वर्तमान सोच और हमारे देश की हालत

-अनिल मिस्त्री पदार्थवादी सोच और जरूरत से ज्यादा व्यावसायिक दृष्टिकोण का नजरिया है कि हमारे देश में गद्दार और लालची लोगों की भीड़ बढती जा…

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विधि-कानून Default Post Thumbnail

एक संविधान, फिर दो विधान क्यों?

-डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ भारतीय संविधान का अनुच्छेद 14 चीख चीख कर कहता है कि भारत में सभी लोगों को कानून के समझ समान समझा…

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राजनीति Default Post Thumbnail

महंगाई व नक्सलवाद मुद्दे पर उलझी लोकसभा व विधानसभा

-अशोक बजाज देश की दो बड़़ी राजनीतिक पार्टियां कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी, दो बड़ी पंचायतें लोकसभा व छत्तीसगढ़ की विधानसभा देश के दो बड़े…

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महिला-जगत Default Post Thumbnail

लिंगभेद की ऊहापोह तथा औरत की अस्मिता

-जगदीश्वर चतुर्वेदी स्त्री और पुरूष दो लिंग हैं और दोनों को अलग-अलग ही रहना चाहिए,अपने लिंग के प्रति वफादार होना चाहिए। लिंगों की स्वायत्त पहचान…

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विश्ववार्ता Default Post Thumbnail

ग्लोबलाइजेशन का शोक गीत

-जगदीश्वर चतुर्वेदी नव्य-उदारतावाद का मूल लक्ष्य है सामुदायिक संरचनाओं का क्षय और बाजार के तर्क की प्रतिष्ठा। इस तरह के आधार पर जो विमर्श तैयार…

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विश्ववार्ता चीन की चाल-अरूणाचल में बवाल

चीन की चाल-अरूणाचल में बवाल

-डॉं0 कुलदीप चन्द अग्निहोत्री अरूणाचल प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों से किशोर उमर के बच्चे लापता हो रहे हैं। परन्तु यह लापता होना अपहरण जैसा…

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राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान

ये है दिल्ली मेरी जान

-लिमटी खरे अभी और दिखेगा राहुल का बैचलर पावर! कांग्रेस की नजर में देश के युवराज और भविष्य के प्रधानमंत्री राहुल गांधी बहुत जल्द परिणय…

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धर्म-अध्यात्म भौतिक संसार के अज्ञान से मनुष्य को उबारती है श्रीमद् भगवद गीता

भौतिक संसार के अज्ञान से मनुष्य को उबारती है श्रीमद् भगवद गीता

– राजीव मिश्र श्रीमद्भगवद्गीता श्री कृष्ण तत्व दर्शन की परमात्मा संहिता है। गोबिंद का यह भगवद गीत, ब्रहम विद्या, शब्द ब्रहम का सामगान, भगवती श्रुति…

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विविधा Default Post Thumbnail

रहस्य लंबी उम्र का

– हरिकृष्ण निगम इधर कुछ वर्षों से चाहे चिकित्सक हों या दूसरे स्वास्थ्य विशेषज्ञ या चुस्त-दुरूस्त रखने वाली दवाओं या टॉनिकों के निर्माताओं के सम्मोहक…

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विविधा अहिंसा के हिंसक अनुयायी

अहिंसा के हिंसक अनुयायी

– शाक्त ध्यानी गांधी अपने हीरो कभी नहीं रहे। विद्यार्थी जीवन में जब प्रत्येक छात्र अपना एक वैचारिक शरीर खड़ा कर उसे ओढ़ता है तो…

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मीडिया इंग्लैण्ड के अखबार, गांधी और भारतीय पत्रकारिता

इंग्लैण्ड के अखबार, गांधी और भारतीय पत्रकारिता

– हृदयनारायण दीक्षित पत्रकारिता भारत में ध्येय सेवा है, पश्चिम के देशों में यह व्यापार है। बाकायदा एक पेशा है। इतिहास भी पश्चिम के देशों…

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खेल जगत मैदानों में सना कीचड़

मैदानों में सना कीचड़

-संजय द्विवेदी खेल और खेल उत्सव दोनों अब इतने पवित्र नहीं रहे कि उनसे बहुत नैतिक अपेक्षाएं पाली जाएं। हाकी के खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न…

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