राजनीति ममता के गुरुर से गठजोड़ का सारा गुड़ गटर में

ममता के गुरुर से गठजोड़ का सारा गुड़ गटर में

-प्रकाश चण्डालिया वो अफसाना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन,उसे इक खूबसूरत मोड़ देकर छोडऩा अच्छा पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और ममता बनर्जी की…

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विश्ववार्ता मई दिवस का संक्षिप्त इतिहास

मई दिवस का संक्षिप्त इतिहास

-अरुण माहेश्वरी हे मार्केट के शहीदों का खून बेकार नहीं जायेगा कार्ल मार्क्‍स और फ्रेडरिख एंगेल्स ने ‘कम्युनिस्ट पार्टी के घोषणा–पत्र’ का प्रारंभ इन पंक्तियों…

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समाज मई दिवस पर विशेष – दादातंत्र, युद्धतंत्र और भोगतंत्र से तबाह मजदूरवर्ग

मई दिवस पर विशेष – दादातंत्र, युद्धतंत्र और भोगतंत्र से तबाह मजदूरवर्ग

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी मई दिवस को आज जिस उल्लास और जोशोखरोश के साथ मनाया जाना था वह जोशोखरोश गायब है। मजदूरवर्ग गंभीर संकट में है, यह…

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समाज कौन सुध लेगा मेहनतकशों की

कौन सुध लेगा मेहनतकशों की

-फ़िरदौस ख़ान भारत में हर साल काम के दौरान हज़ारों मज़दूरों की मौत हो जाती है। सरकारी, अर्ध सरकारी या इसी तरह के अन्य संस्थानों…

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राजनीति अतिवादी लाल, दलाल और वाम मीडिया से पिसता अवाम

अतिवादी लाल, दलाल और वाम मीडिया से पिसता अवाम

– पंकज झा बुद्धत्व से पहले:- एक थी सुजाता। संस्कारों में पली-बढ़ी राजकुमारी। वनदेवता का पूजा करना और उन्हें पत्र पुष्पाजंलि के साथ प्रसाद समर्पित…

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विविधा देखो! गहन तिमिर को छांटते हिंदू-सूर्य का पुनरोदय देखोः महर्षि अरविंद

देखो! गहन तिमिर को छांटते हिंदू-सूर्य का पुनरोदय देखोः महर्षि अरविंद

महर्षि अरविंद ( 1872-1950) ने 30 मई, 1909 को अपना सुप्रसिद्ध उत्तरपाड़ा भाषण दिया था। यह भाषण हिंदू धर्म, धरती पर उसकी नियति, हिंदुओं के…

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टेक्नोलॉजी इस जंग में जीत कमजोर की होगी

इस जंग में जीत कमजोर की होगी

सूचना प्रौद्योगिकी से घबराने नहीं उसे अपनाने की जरूरत -संजय द्विवेदी मैने एक अखबार में एक पाठक का पत्र पढा उसकी नाराजगी इस बात पर…

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आलोचना Default Post Thumbnail

हिन्दी बुद्धिजीवियों का फिलीस्तीन के प्रति बेगानापन

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी एक जमाना था हिन्दी में साहित्यकारों और युवा राजनीतिक कार्यकर्त्ताओं में युद्ध विरोधी भावनाएं चरमोत्कर्ष पर हुआ करती थीं, हिन्दीभाषी क्षेत्र के विभिन्न…

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राजनीति ममता मगरूर है, सोनिया मजबूर है

ममता मगरूर है, सोनिया मजबूर है

-प्रकाश चण्डालिया कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव शकील अंसारी ने जिस जलेबिया अंदाज में गुरुवार शाम संवाददाताओं के समक्ष अपनी बात रखी, उससे साफ है कि…

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विविधा माधुरियों से पटा पडा है देश

माधुरियों से पटा पडा है देश

-लिमटी खरे उच्च स्तर पर बैठे एक राजनयिक और भारतीय विदेश सेवा की बी ग्रेड की अफसर माधुरी गुप्ता ने अपनी हरकतों से देश को…

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समाज अनुसूचित जनजातियों को मुख्यधारा में लाने का सवाल

अनुसूचित जनजातियों को मुख्यधारा में लाने का सवाल

-गिरीश पंकज जिन लोगों को हमारा संविधान ”अनुसूचित जनजाति” कहता है, उन्हें बहुत से लोग ‘आदिवासी’ भी कह देते है. ऐसा कह कर अनजाने में…

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समाज जातिवादी संघर्ष की ‘जड़ों’ पर होना चाहिए प्रहार

जातिवादी संघर्ष की ‘जड़ों’ पर होना चाहिए प्रहार

‘म्हारा नंबर वन हरियाणा-जहां दूध-दही का खाना’ – जैसा गौरवपूर्ण गुणगान करने वाला हरियाणा राय भी कभी-कभी जातिवाद तथा वर्गवाद जैसे दुर्भाग्यपूर्ण संघर्ष की खबरों…

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