
मुस्लिम औरतों की दयनीय स्थिति : ज़रूरत है एक बी आपा की
Updated: December 25, 2011
महिलाएं चाहे जिस वर्ग, वर्ण, समाज की हों, सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं, दमित हैं, पीड़ित हैं। इनके उत्थान के लिए बाबा साहब भीम राव आंबेडकर…
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पुल के बदले दीवार बनाते लोग.
Updated: December 25, 2011
करीब सौ साल पहले की बात है. बेल्जियम में बैठे एक पाठक को रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों से परिचय होता है. कई अलग-अलग भाषाओँ…
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आत्मविश्वास से मिलती हैं कामयाबियां
Updated: December 25, 2011
सत्यनिष्ठ मनुष्य जीवन में आने वाली चुनौतियां का सामना कर सकता है। वह अपने प्रयास इतने आत्म-विश्वास के साथ करता है कि उसमें आकर्षण और…
Read moreपत्रकारिता के खोते मापदंड
Updated: December 25, 2011
बीसवीं सदी में सूचना क्रांति के विस्फोट के साथ-साथ पत्रकारिता का बहुविधा विकास हुआ है। लगभग 62483 पंजीकृत अखबारों और 600 से अधिक समाचार चैनलों…
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हरियाणा से विशेष : हरियाणा के ग्रामीण अंचल पर मोहित पर्यटक
Updated: December 25, 2011
हरियाणा में प्राकृतिक दृष्टि से पर्यटन स्थलों का अभाव रहा है, लेकिन इसके बावजूद यहां ऐसे पर्यटक स्थलों का विस्तार किया गया है, जिसके कारण…
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रंभाती संस्कृति को भूलता समाज
Updated: December 25, 2011
गो-माता के विषय में यह तर्क देने की आवश्यकता हिन्दू समाज को नहीं है कि उससे हमको क्या-क्या फायदे हैं। समाचार-पत्र और पत्रिकाएं संभवतः स्मृतिहीन…
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खतरे में है चौथा स्तम्भ
Updated: December 25, 2011
माना जाता है कि देश चार स्तम्भों पर खडा है, जिसमें पहला स्तम्भ विधायिका, दूसरा कार्यपालिका, तीसरा न्यायपालिका और चौथा स्तम्भ मीडिया को माना जाता…
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हरियाणा से विशेष : देहात में नई इबारत लिखता ‘एफ़एम’
Updated: December 25, 2011
आदि अदृश्य नदी सरस्वती के तट पर बसे हरित प्रदेश हरियाणा ने हरित क्रांति के क्षेत्र में तो हमेशा से ही अपना लोहा मनवाया है,…
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बिगड़ते पर्यावरण से बढ़ेगा पलायन
Updated: December 25, 2011
तेजी से बिगड़ता पर्यावरण पूरी दुनिया के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। यह जलवायु परिवर्तन को लेकर बढ़ती चिंता ही है कि दुनिया…
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जातिवाद की आग में झुलस सकता है देश
Updated: December 16, 2009
मुगलों और अंग्रेजों के आक्रमण के बाद आजाद हुए छ: दशक से ज्यादा समय बीत चुका है किन्तु देश से जाति के नाम पर वैमनस्य…
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क्या अभी तक पराया था मध्य प्रदेश !
Updated: December 25, 2011
एक नवम्बर को सुबह-सुबह भोपाल के एक वरिष्ठ पत्रकार मित्र ने फ़ोन पर कहा कि, देखो मध्य प्रदेश में अब तक काफी शांति थी. अब…
Read moreअब कहाँ नींद खुलती है गौरैया के साथ
Updated: December 25, 2011
पाठकों आप में से कई लोगों को याद भी नहीं होगा कि आखिरी बार गौरैया कब देखा था, नई पीढी के बच्चों ने तो केवल अपनी…
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