
उमा के बदले रुख से कमल खिला – सरिता अरगरे
Updated: May 20, 2009
चुनाव की तारीख की ओर बढ़ते हुए सियासत भी रफ़्तार पकड़ रही है। नाराज़ प्रहलाद पटेल 'घर' लौटने के लिए बेताब हैं। मित्तल मामले में…
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व्यवस्था परिवर्तन बनाम गोविंदाचार्य – ब्रजेश झा
Updated: December 25, 2011
पंद्रहवीं लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, कई गुम्फित चेहरे चुनावी उत्सव में भाग लेने सामने आते दिखलाई पड़ रहे हैं। पिछले…
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वर्तमान आर्थिक संकट अथवा सांस्कृतिक घुसपैठ
Updated: December 25, 2011
शीर्षक पढ़कर अजीब लग रहा हैं न!आप सोच रहे होंगे कि आर्थिक जगत की बातों का संस्कृति से क्या सम्बन्ध ? सच तो यही हैं…
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तीसरे मोर्चे के चाणक्य : करात
Updated: December 25, 2011
परमाणु करार पर मनमोहन सरकार को जिस समय प्रकाश करात आर-पार की चुनौती दे रहे थे ठीक उसी समय हमारे बड़े पत्रकार और राजनीतिक समीक्षक…
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इतिहास का सच — जयराम ‘विप्लव’
Updated: December 25, 2011
इतिहास को जानने की जरुरत है या नही ,ये मुद्दा हम अखबारी लोगों के बीचअक्सर बहस का विषय होता है। आए दिन किसी न किसी…
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सभ्यता का संघर्ष कब तक …..
Updated: December 25, 2011
संसार के समस्त जीवधारियों का जीवन परस्पर संघर्ष की कहानी है। अपने आप को मौत से बचाते हुए अच्छी जिन्दगी की तलाश मेंपूरा जीवजगत आपसी…
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संरक्षण मुहिम बनी बाघों की मुसीबत – सरिता अरगर
Updated: December 25, 2011
बाघों का कुनबा बढ़ाने की अफ़लातूनी कवायद से मध्यप्रदेश के प्रकृति प्रेमी खासे नाराज़ और वन्य जीव विशेषज्ञ हैरान हैं। बाघों की तादाद बढाने के…
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प्रजातांत्रिक भारत का राजवंश
Updated: December 25, 2011
लोकतंत्र मूर्खों का शासन होता है पर, यहाँ तो मूर्खों ने लोकतंत्र को हीं राजशाही की ओर ठेल दिया है। राजतन्त्र नहीं तो और क्या…
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यह क्रांति की शुरुआत हैः नवाज शरीफ
Updated: December 25, 2011
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और मुस्लिम लीग (नवाज़) के नेता नवाज़ शरीफ़ वकीलों के लांग मार्च की अगुआई करते हुए राजधानी इस्लामाबाद की ओर रवाना…
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पाकिस्तान में हलचल, नवाज शरीफ नजरबंद
Updated: December 25, 2011
पाकिस्तान में खड़ा हुआ राजनीति संकट गहराता जा रहा है। मुस्लिम लीग-नवाज के नेता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को लाहौर में उनके…
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भविष्य की कृषि खतरे में – जयराम ‘विप्लव’
Updated: December 25, 2011
सभ्यता के आरभ से ही " कृषि " मानव की तीन जीवनदायनी आधारभूत आवश्यकताओं में से एक -भोजन की आपूर्ति के लिए अपरिहार्य बना हुआ…
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बांगलादेशी घुसपैठ – जयराम ‘विप्लव’
Updated: December 25, 2011
घुसपैठ को आम तौर पर बड़ी समस्या नहीं माना जाता और न ही इसके बारें में गंभीरता से सोचा जाता है। असम समेत पूर्वोत्तर भारत…
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