नई दिल्ली, एनडीए सरकार में कभी केन्द्रीय मंत्री रहे संजय पासवान, आजकल नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुँचाने के अभियान में लगे हैं।
इसी दिशा में इनहोंने ‘भाजपा मित्र मंडल’ का गठन किया है।
‘भाजपा मित्र मंडल’ के गठन पर बोलते हुए उन्होंने कहा की यह एक ऐसा सामाजिक संगठन है जो देश में समग्र राष्ट्रहित में राजनितिक जागरूकता एवं सहभागिता बढ़ाने का कार्य करेगा। चूंकि वे वैचारिक दृष्टि से भारतीय जनता पार्टी के करीबी हैं एवं उसके राष्ट्रवादी दृष्टिकोण के समर्थक हैं! अत: वे देश के वर्तमान राजनितिक परिदृश्य में इसकी जरूरत महसूस कर रहे थे।
श्री पासवान ने इस उपलक्ष्य में कहा की देश के वर्तमान राजनितिक परिदृश्य में गठबंधन सरकारों का युग शुरू हुये दो दशक से अधिक बीत चुका है ! गठबंधन सरकारों के दौर में कांग्रेस का पतन हो चुका है, तब से केवल भाजपा ही केन्द्र में मजबूत गठबंधन सरकार दे पाई है !
आज क्षेत्रीय पार्टियां केन्द्र सरकार को अपने इशारे पर नचा रही है ! वो स्पष्ट भयादोहन की नीति अपना समग्र राष्ट्रहितो को नुकसान पहुंचा रही है ! इनके संकुचित क्षेत्रीय सोच के कारण आज इनका कोई राष्ट्रीय दृष्टिकोण नहीं हैं ! इनकी इस नीति के कारण देश आने वाले समय में बड़ा खामियाजा भुगत सकता है।
इनके अतार्किक तानाशाही रवैये से देश के हितों की रक्षा के लिये हमें लामबंद होना पड़ेगा !
हम आगामी मजबूत केन्द्रीय सरकार में श्री नरेंद्र भाई मोदी के नेतृत्व में आस्था रखते हैं !
अगर आप सभी चाहते हैं कि हिंदुवादी एवं विकासवादी श्री नरेंद्र भाई मोदी देश के भावी प्रधानमंत्री बनें तो हमें दिल खोलकर इनका समर्थन करना चाहिए।
‘भाजपा मित्र मंडल’ नहीं ‘मोदी मित्र मंडल” नाम रखना अधिक उचित होता –
प्रजातंत्र में सबको अधिकार है की वह संघटन बनाए और चलाये