विधि-कानून आरक्षण – संविधान की मूल प्रस्तावना का अपमान है August 12, 2011 / December 7, 2011 by विपिन किशोर सिन्हा | 3 Comments on आरक्षण – संविधान की मूल प्रस्तावना का अपमान है विपिन किशोर सिन्हा भारत के मूल संविधान की प्रस्तावना मूल रूप से अंग्रेजी में लिखी गई है। उसका हिन्दी अनुवाद भी उपलब्ध है, लेकिन विश्वसनीय संदर्भ के लिए अंग्रेजी प्रस्तावना ही दी जा रही है — WE THE PEOPLE OF INDIA, having solemnly resolved to constitute India into a SOVEREIGN SOCIALIST DEMOCRATIC REPUBLIC and to […] Read more » Reservation आरक्षण संविधान
सिनेमा सामाजिक समानता के लिए ‘आरक्षण’ अनिवार्य ! August 12, 2011 / December 7, 2011 by राजेश कश्यप | Leave a Comment राजेश कश्यप जाने माने फिल्मकार प्रकाश झा की बहुविवादित फिल्म ‘आरक्षण’ अंतत: अपनी निर्धारित तिथि 12 अगस्त को प्रदर्शित हो ही गई। पंजाब, उत्तर प्रदेश एवं आन्ध्र प्रदेश की राज्य सरकारों द्वारा पूर्ण प्रतिबन्ध लगाने के बाद तो मामला एकदम अति संवेदनशील हो गया था। पाठकों की बेसब्री को देखते हुए बता दें कि फिल्म […] Read more » Reservation आरक्षण प्रकाश झा
महत्वपूर्ण लेख जातियाँ और हिन्दू समाज : शंकर शरण August 12, 2011 / December 7, 2011 by शंकर शरण | 19 Comments on जातियाँ और हिन्दू समाज : शंकर शरण शंकर शरण प्रकाश झा के ‘आरक्षण’ में आरक्षण का विरोध है या नहीं, यह अभी पता नहीं। पर बिना फिल्म देखे, अनेक नेता-लेखक प्रकाश और उनकी फिल्म को कोसने लग गए हैं। ऐसी-ऐसी दलीलों पर कि हैरत होती है। जैसे, इसके कलाकार और निर्देशक कथित उच्च-जातियों के हैं। अभी तक ‘दलित साहित्य’ जैसा हास्यास्पद वर्गीकरण […] Read more » Reservation आरक्षण जाति प्रकाश झा हिन्दू
विविधा ’’आरक्षण’’ पर राजनीति August 12, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment कपिल बी. लोमियो वर्तमान समय के जाने-माने फिल्म निर्देशक प्रकाश झा एक बार फिर से सामाजिक सारोकार से जंुड़ी फिल्म लेकर आए है जिसका नाम है ’’आरक्षण’’। हांलाकि अभी तक इस इस फिल्म रूपी बिजली की चमक ही देखने को मिली है, लेकिन कुछ लोग ये सोचकर भयाक्रांत है कि यह बिजली जब गिरेगी तो […] Read more » Reservation आरक्षण
विविधा आरक्षण की स्थिति और सामाजिक समीक्षा August 11, 2011 / December 7, 2011 by क्षेत्रपाल शर्मा | 1 Comment on आरक्षण की स्थिति और सामाजिक समीक्षा क्षेत्रपाल शर्मा आज समाज का हर वर्ग नौकरियों में आरक्षण की मांग करता है.इसे एक आसान रास्ते के रूप में वे चाहते हैं. आज आज़ादी मिले 65 वर्ष हो चुके हैं . कभी गूजर तो कभी और वर्ग इस तरह की मांग उठा देते हैं हाल ही का मध्य प्रदेश का किस्सा मालूम ही है. दक्षिण […] Read more » Reservation आरक्षण
विविधा सबसे बड़े जातिवादी हैं दिलीप मंडल August 11, 2011 / December 7, 2011 by शिवानंद द्विवेदी | 13 Comments on सबसे बड़े जातिवादी हैं दिलीप मंडल शिवा नन्द द्विवेदी “सहर” “ब्राह्मण और ब्राह्मणवाद (दिलीप मंडल परिभाषित) ही समाज का सबसे बड़ा शत्रु है ” ये मानना है मेरे फेसबुकिया मित्र दिलीप मंडल का ! पिछले कुछ दिनों से फेसबुक पर पर दिलीप मंडल जिस तरह से “जातिगत आरक्षण” के समर्थन में ढोल पीट रहे हैं लग रहा है उनसे बड़ा जातिवादी […] Read more » Reservation आरक्षण
विविधा आह आरक्षण! वाह मेरिट! August 11, 2011 / December 7, 2011 by संजय ग्रोवर | Leave a Comment संजय ग्रोवर क्या हम 20-30 मिनट के लिए उनका गला छोड़ सकते हैं जिन्हें नौकरियों और कुछ दूसरी जगहों पर आरक्षण मिलता है ? मेरा ख़्याल है इतना तो हम अफ़ोर्ड कर ही सकते हैं। जीवन के दूसरे क्षेत्रों में आईए ज़रा। याद करेंगे तो ज़रुर आपको ऐसा कोई न कोई संगी-साथी, जान-पहचान वाला याद […] Read more » Reservation आरक्षण
समाज आरक्षण समानता या विषमता August 10, 2011 / December 7, 2011 by मुकेश चन्द्र मिश्र | 4 Comments on आरक्षण समानता या विषमता आरक्षण का जिन्न आजकल फिर चर्चा में है इसको बाहर लाने का दोषी फिल्म निर्माता प्रकाश झा जी को ठहराया जा रहा है पर इसमें शायद उनका उपनाम “झा” ही दोषी है जो संभवतः अगड़े वर्ग से है, जबिक वो शहर -शहर घूमकर सबको समझा रहे हैं की ये फिल्म समाज के किसी भी वर्ग […] Read more » Reservation आरक्षण
जन-जागरण आरक्षण July 16, 2011 / December 8, 2011 by राजीव गुप्ता | 6 Comments on आरक्षण राजीव गुप्ता संविधान निर्माताओं ने बड़ी ही सूझबूझ एवं अपनी दूरदर्शिता का परिचय देते हुए संविधान की प्रस्तावना में ही सभी नागरिकों को सामान आधिकार देने की बात कही है , चाहे वह सामाजिक आधार हो , राजनीतिक आधार हो या फिर आर्थिक आधार ! वैसे भी हम सभी जानते है कि न्याय की बात […] Read more » Reservation आरक्षण
विविधा तरक्की के दौर में आरक्षण का क्या औचित्य July 4, 2011 / December 9, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 5 Comments on तरक्की के दौर में आरक्षण का क्या औचित्य दीनानाथ मिश्र आज के इस दौर में 25-30 प्रतिशत भारतीय शेर की गति से छलांग लगाते हुए तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। इतनी तेजी से कि पश्चिमी देश भी भारतीय रफ्तार को देख कर दंग हैं। लेकिन 20-25 प्रतिशत भारत की आबादी घायल हाथी की तरह टुकुर-टुकुर मुंह ताक रही है, जिसमें से कुछ […] Read more » Reservation आरक्षण
राजनीति क्षेत्रवाद से बेहतर सम-विकासवाद June 27, 2011 / December 9, 2011 by भवेश नंदन झा | Leave a Comment भवेश नंदन झा पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के महासचिव विजय गोयल ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करते हुए मांग की है कि दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध दिल्ली सरकार के कॉलेजों में स्थानीय छात्रों के लिए 85 फ़ीसदी आरक्षण की व्यवस्था हो. इस मांग को विजय गोयल की अपनी दो लगातार हार से बिखर रही राजनीति […] Read more » Education आरक्षण दिल्ली विजय गोयल शिक्षा
जरूर पढ़ें राजनीति आरक्षण, धर्मनिरपेक्षता एवं अल्पसंख्यकों का विरोध असंवैधानिक / डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ July 24, 2010 / April 13, 2012 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 144 Comments on आरक्षण, धर्मनिरपेक्षता एवं अल्पसंख्यकों का विरोध असंवैधानिक / डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ सर्वप्रथम हमें यह समझना होगा कि हमारे देश के विभाजन के समय हमारे तत्कालीन नेतृत्व ने सभी धर्मावलम्बियों तथा आदिवासियों एवं दलितों को आश्वस्त किया था कि वे भारत में रहना चाहें तो अवश्य रहें। उन्हें और उनकी धार्मिक आस्थाओं को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं पहुँचने दी जायेगी। इसी विश्वास पर भरोसा करके […] Read more » Reservation अल्पसंख्यक आरक्षण धर्मनिरपेक्षता