धर्म-अध्यात्म कहाँ गया देश का धर्मनिरपेक्ष चरित्र? August 30, 2012 by हिमकर श्याम | 2 Comments on कहाँ गया देश का धर्मनिरपेक्ष चरित्र? हिमकर श्याम देश की एकता और अखंडता के सामने आज जितनी बड़ी चुनौती आ खड़ी हुई है, उतनी इसके पहले कभी नहीं थी। सत्ता की राजनीति ने एकता के सूत्रों को न सिर्फ कमजोर किया है बल्कि उसे अपने फायदे के लिए तहस-नहस भी किया है। सहिष्णुता का झीना आवरण उतरता और धर्मनिरेपक्ष भारत का […] Read more » धर्मनिरपेक्षता
चिंतन राजनीति ‘सेक्युलर’ कौन? और ‘सेक्युलर’ मतलब क्या? June 25, 2012 / June 25, 2012 by मा. गो. वैद्य | 7 Comments on ‘सेक्युलर’ कौन? और ‘सेक्युलर’ मतलब क्या? मा. गो. वैद्य हमारे देश में ‘सेक्युलर’ शब्द का खूब हो-हल्ला मचा है. यह हो-हल्ला मचाने वाले, ‘सेक्युलर’ शब्द का सही अर्थ ध्यान में नहीं लेते और वह शब्द राजनीतिक प्रणाली में कैसे घुसा यह भी नहीं समझ लेते. ‘सेक्युलर’ का अर्थ ‘सेक्युलर’ शब्द का अर्थ है इहलोक से संबंधि, ऐहिक. अंग्रेजी में this-worldly इसका, […] Read more » धर्मनिरपेक्षता सेक्युलर सेक्युलरिज्म
राजनीति नीतीश की यह कैसी धर्मनिरपेक्षता? June 24, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | 3 Comments on नीतीश की यह कैसी धर्मनिरपेक्षता? सिद्धार्थ शंकर गौतम बदलते राजनीतिक परिदृश्य में धर्मनिरपेक्षता के मायने बदलना राजनीति की उस बुराई की ओर इंगित करता हैं जहां सत्ता शीर्ष पर काबिज होने की ललक ही सर्वोपरि है| धर्मनिरपेक्षता माने धर्म से स्वतंत्र या लौकिकता व सांसारिक संबंधी विचार| किन्तु स्वार्थ-सिद्धि हेतु राजनेताओं ने धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा ही बदल दी है| वर्तमान […] Read more » धर्मनिरपेक्षता नरेंद्र मोदी नीतिश कुमार
कविता महत्वपूर्ण लेख रघुनाथ सिंह की दो कविताएं April 27, 2012 / June 6, 2012 by रघुनाथ सिंह | Leave a Comment सत्यमेव जयते सत्यमेव जयते, सत्यमेव जयते मच रहा है शोर घोर और चारों ओर हमारे सेक्यूलरवादियों में हमारे अंगरेजी मीडिया में और हमारी अफसरशाही में दण्डित करो करो दण्डित बच न पावे भाग न जाये धूर्त है यह बड़ा भारी बोल कर सच कलुषित कर दिया है इसने हमारा सुन्दर प्यारा नारा सत्यमेव जयते, सत्यमेव […] Read more » धर्मनिरपेक्षता सत्यमेव जयते हिंदू
धर्म-अध्यात्म महत्वपूर्ण लेख राजनीति हिन्दू संस्थाओं पर राजनीतिक भेद-भाव : शंकर शरण April 20, 2012 / April 20, 2012 by शंकर शरण | 1 Comment on हिन्दू संस्थाओं पर राजनीतिक भेद-भाव : शंकर शरण डॉ. भीमराव अंबेदकर ने कहा था कि हमारा संविधान सेक्यूलर नहीं क्योंकि “यह विभिन्न समुदायों के बीच भेद-भाव करता है।” यह तब की बात है, जब संविधान की प्रस्तावना में छेड़-छाड़ नहीं हुई थी। आज इस बिन्दु पर, धार्मिक भेद-भाव और सेक्यूलरिज्म पर, एक दोहरी विडंबना पैदा हो चुकी है। एक ओर सन् 1976 में […] Read more » धर्मनिरपेक्षता हिंदू संस्था
विविधा राष्ट्रीय धरोहर की चिंता : शंकर शरण November 28, 2011 / December 4, 2011 by शंकर शरण | 9 Comments on राष्ट्रीय धरोहर की चिंता : शंकर शरण इधर सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल की संरचना पर खतरे के संबंध में एक ब्रिटिश अखबार की खबर पर स्वतः संज्ञान लिया। खबर यह थी कि यमुना में जल स्तर घटते जाने से ताजमहल की नींव पर असर पड़ रहा है। उस के कुँओं में लगी साल लकड़ियाँ नमी न मिलने से सूख कर सड़ सकती […] Read more » ताजमहल धर्मनिरपेक्षता राष्ट्रीय धरोहर
विविधा अन्ना और सेकुलर शैतान… August 23, 2011 / December 7, 2011 by एल. आर गान्धी | 6 Comments on अन्ना और सेकुलर शैतान… क्या राष्ट्र भक्ति साम्प्रदायिकता है ? एल. आर. गाँधी अन्ना ने अपने आन्दोलन को सेकुलर शक्ल देने के चक्कर में मंच पटल से भारत माता और शहीदों के चित्र हटा कर मात्र महात्मा गाँधी के चित्र को स्थान दिया- यही सोच कर कि … दामन पीवे शराब ते करे सज़दा राज़ी रब्ब ते गुस्से शैतान […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे धर्मनिरपेक्षता
धर्म-अध्यात्म श्रीमद्भगवद्गीता और छद्म धर्मनिरपेक्षवादी – चर्चा-१ August 5, 2011 / December 7, 2011 by विपिन किशोर सिन्हा | 7 Comments on श्रीमद्भगवद्गीता और छद्म धर्मनिरपेक्षवादी – चर्चा-१ विपिन किशोर सिन्हा जबसे मध्य प्रदेश की सरकार ने गीता के अध्ययन की विद्यालयों में व्यवस्था की है, स्वयं को प्रगतिशील और धर्म निरपेक्ष कहने वाले खेमे में एक दहशत और बेचैनी व्याप्त हो गई है। उनके पेट में दर्द होने लगा है। उनको यह डर सताने लग गया है कि अगर इसकी स्वीकृति हिन्दू […] Read more » Srimadbhagwat Gita धर्मनिरपेक्षता श्रीमद्भगवद्गीता
धर्म-अध्यात्म ये हैं हिंदुओं के वास्तविक दुश्मन August 4, 2011 / December 7, 2011 by डॉ. राजेश कपूर | 27 Comments on ये हैं हिंदुओं के वास्तविक दुश्मन डॉ. राजेश कपूर डॉ. मीणा जी ने जो मुद्दे उठाए हैं वे सारे तो ठीक से स्पष्ट नहीं होते पर जितने भी मुद्दे समझ आने वाले हैं, उन पर अपनी सम्मति प्रमाणों के आधार पर प्रकट करने का विनम्र प्रयास है. … १. आर्य कहीं बाहर से आये थे, इसके बारे में एक भी ऐतिहासिक प्रमाण […] Read more » hindu छद्मधर्मनिरपेक्षता धर्मनिरपेक्षता हिंदू
विविधा आतंकी हमले और धर्मनिरपेक्ष समाज July 16, 2011 / December 8, 2011 by वीरेन्द्र जैन | 13 Comments on आतंकी हमले और धर्मनिरपेक्ष समाज वीरेन्द्र जैन मुम्बई में हुए दुखद बम विस्फोटों पर संघ परिवारियों की बाछें खिल गयीं हैं, और उनके बयान वीरों ने ही नहीं अपितु इंटरनैटियों ने भी अपने अपने हिस्से की राजनीति खेलना शुरू कर दी। लाशों पर राजनीति करने वाले इन बयानबाजों ने गोयबल्स के सिद्धांत के अनुसार बहुत जोर शोर से वे कहानियां […] Read more » terrorism आतंकवाद धर्मनिरपेक्षता
व्यंग्य एक सेक्यूलर की मौत May 30, 2011 / December 12, 2011 by विजय कुमार | 7 Comments on एक सेक्यूलर की मौत विजय कुमार परमपिता परमेश्वर ने इस सृष्टि के निर्माण में बड़ा शारीरिक और मानसिक श्रम किया। उन्होंने धरती-आकाश, सूरज-चांद-सितारे, स्त्री-पुरुष, पशु-पक्षी, पेड़-पौधे, पर्वत-नदियां, जलचर-थलचर.. न जाने क्या-क्या बनाया। फिर भी वे एक प्रजाति बनानी भूल गये। वह है सेक्यूलर। सेक्यूलर की कोई परिभाषा आज तक निश्चित नहीं हुई। इसके लिए भारतीय भाषाओं में कोई अच्छा […] Read more » secularism धर्मनिरपेक्षता सेकुलरिज्म
राजनीति प्रशासनिक मशीनरी, सेवानिवृत्ति पश्चात नियुक्ति एवं सेकुलरिज़्म… (दो मामले)…… May 29, 2011 / December 12, 2011 by सुरेश चिपलूनकर | 3 Comments on प्रशासनिक मशीनरी, सेवानिवृत्ति पश्चात नियुक्ति एवं सेकुलरिज़्म… (दो मामले)…… सुरेश चिपलूनकर पहला मामला :- 23 अप्रैल 2011 को केरल के सर्वाधिक देखे जाने वाले मलयालम चैनल पर लगातार दिन भर एक “ब्रेकिंग न्यूज़” चल रही थी… वह “ब्रेकिंग” और महत्वपूर्ण न्यूज़ क्या थी? एक आईपीएस अफ़सर शिबी मैथ्यूज़ ने समय पूर्व सेवानिवृत्ति लेकर केरल राज्य के मानवाधिकार आयोग (Kerala Human Rights Commission) का अध्यक्ष पदभार […] Read more » secularism धर्मनिरपेक्षता सेकलरिज्म