राजनीति पुलिस के मानवतावादी चेहरे की दरकार December 24, 2015 / March 8, 2016 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on पुलिस के मानवतावादी चेहरे की दरकार प्रमोद भार्गव देशभर के राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस से एक बार फिर वही अपेक्षाएं की हैं,जो देश के पूर्व प्रधानमंत्री भी करते रहे हैं। किंतु पुलिस इन अपेक्षाओं से कोसों दूर इसलिए है क्योंकि पुलिस की कार्य संस्कृति में आमूलचूल परिवर्तन के लिए बुनियादी पहल का जोखिम […] Read more » Featured पुलिस
टॉप स्टोरी राजनीति दिल्ली पुलिस है गजेंद्र की मौत की जिम्मेदार April 28, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 2 Comments on दिल्ली पुलिस है गजेंद्र की मौत की जिम्मेदार – प्रवीण दीक्षित- जंतर-मंतर में बुधवार को हुई आम आदमी पार्टी की रैली और उसमें हुई राजस्थान के दौसा निवासी किसान गजेंद्र सिंह के दिनदहाड़े सार्वजनिक तौर पर आत्महत्या करने पर समूचे मुल्क में बहस चल रही है। फिर बात चाहे न्यूज चैनल्स की हो या फिर सोशल मीडिया की। हर तरफ चर्चाओं का जोर […] Read more » Featured गजेंद्र की मौत दिल्ली पुलिस दिल्ली पुलिस है गजेंद्र की मौत की जिम्मेदार पुलिस
प्रवक्ता न्यूज़ उत्तर प्रदेश में कलंकित हुई ‘खाकी’ June 18, 2014 by रमेश पांडेय | Leave a Comment -रमेश पाण्डेय- पुलिस एक ऐसा महकमा है, जिस पर हर असहाय, गारीब और समाज के वंचित तबके का फख्र है। उसे विश्वास है कि अगर किसी ने उसे आंख दिखाई, उसके अस्मत के साथ खिलवाड़ किया तो वह थाने जाकर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करा देगा। शायद विश्वास की इसी कड़ी ने पुलिस महकमे को […] Read more » उत्तर प्रदेश पुलिस पुलिस पर सवाल बदनाम पुलिस यूपी पुलिस
प्रवक्ता न्यूज़ बलात्कार पर ‘तमाशबीन’ बना पुलिस तंत्र June 7, 2014 by रमेश पांडेय | Leave a Comment -रमेश पाण्डेय – दिल्ली में सामूहिक बलात्कार से संबंधित निर्भया मामले के बाद जन आक्रोश की अभूतपूर्व अभिव्यक्ति हुई थी। इसके बावजूद हवस में अंधे भूखे भेडि़यों की दरिंदगी में कमी नहीं आई है। वर्मा आयोग और बलात्कार संबंधी कानून में संशोधनों के बावजूद घटनाओं में कमी नहीं आना पूरे समाज के लिए चिंता का […] Read more » पुलिस पुलिस तंत्र बदायूं बलात्कार
समाज पुलिस बनाम जनता April 16, 2012 / April 16, 2012 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | Leave a Comment डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ यह सबसे बुरी और गलत बात है कि अधिक मुकदमे दर्ज होने का कारण आला पुलिस अधिकारियों द्वारा थानाधिकारी से पूछा जाता है। जबकि इसके विपरीत होना तो यह चाहिये कि जिस थाने में अधिक मुकदमे दर्ज हुए हों, उस थाने को जनता के प्रति अधिक संवेदनशीलता का प्रमाण-पत्र दिया जाना […] Read more » Police जनता पुलिस
समाज पुलिस को मानवतावादी बनाने की जरूरत March 31, 2012 / July 22, 2012 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on पुलिस को मानवतावादी बनाने की जरूरत प्रमोद भार्गव उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद व्यवस्था परिवर्तन के संकेत मिलने लगे हैं। इसी सिलसिले में प्रदेश के कुछ बड़े शहरों में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू करने की तैयारी की जाने लगी है लेकिन क्या पदों में नाम तब्दीली से बदलाव आ जाएगा ? दरअसल पुलिस में आमूलचूल परिवर्तन के लिए बुनियादी […] Read more » police and humanity पुलिस
राजनीति आपने पुलिस के लिये क्या किया है? November 10, 2010 / December 20, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 1 Comment on आपने पुलिस के लिये क्या किया है? मैं जहाँ कहीं भी लोगों के बीच जाता हूँ और भ्रष्टाचार, अत्याचार या किसी भी प्रकार की नाइंसाफी की बात करता हूँ, तो सबसे पहले सभी का एक ही सवाल होता है कि हमारे देश की पुलिस तो किसी की सुनती ही नहीं। पुलिस इतनी भ्रष्ट हो चुकी है कि अब तो पुलिस से किसी […] Read more » Police पुलिस
विविधा कब तक कराहती रहेगी देश की निरीह जनता December 30, 2009 / December 25, 2011 by लिमटी खरे | 1 Comment on कब तक कराहती रहेगी देश की निरीह जनता देश को आजाद हुए छ: दशक से अधिक का समय बीत चुका है। आम आदमी को मिलने वाली सुविधाएं आज भी नगण्य ही हैं। महंगाई ने देश के आखिरी आदमी की कमर तोड रखी है, वहीं दूसरी ओर धनपति और अधिक संपत्ति के मालिक बनते जा रहे हैं। बाहुबली, अपराधी और धनाढ्य वर्ग शासक की […] Read more » Police जनता पुलिस
टॉप स्टोरी पुलिस सुधार है बेहद जरूरी- हिमांशु शेखर July 24, 2009 / December 27, 2011 by हिमांशु शेखर | 1 Comment on पुलिस सुधार है बेहद जरूरी- हिमांशु शेखर बीते दिनों गाजियाबाद निवासी रणवीर सिंह की हत्या देहरादून पुलिस ने कर दी। यह मामला अभी भी गरमाया हुआ है। रणवीर के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसके शरीर पर चोट के 28 निशान थे। Read more » Police पुलिस