लेख शिक्षा का निजीकरण व व्यापारीकरण ढकेल रहा है युवाओं को बेरोजगारी के गढ्ढे मे। July 26, 2020 / July 26, 2020 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on शिक्षा का निजीकरण व व्यापारीकरण ढकेल रहा है युवाओं को बेरोजगारी के गढ्ढे मे। भगवत कौशिक किसी भी देश की आर्थिक व राजनैतिक ताकत उस देश के युवाओं के कंधो पर टिकी होती है।सदियों से युवा शक्ति के बल पर हम दुनिया मे भारत का लौहा मनवाते आ रहे है,लेकिन आज देश की वहीं युवाशक्ति दो वक्त की रोटी के जुगाड़ के लिए दर दर की ठोकरें खाने पर […] Read more » privatization-and-commercialization-of-education-is-pushing-the-youth-into-the-pit-of-unemployment unemployment बेरोजगारी शिक्षा का निजीकरण शिक्षा का निजीकरण व व्यापारीकरण
आर्थिकी विश्ववार्ता स्वास्थ्य-योग जीवन चलाने के लिए जीवन को ही दांव पर लगा दिया गया। May 25, 2020 / May 25, 2020 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment विज्ञान के दम पर विकास की कीमत वैसे तो मानव वायु और जल जैसे जीवनदायिनी एवं अमृतमयी प्राकृतिक संसाधनों के दूषित होने के रूप में चुका ही रहा था किंतु यही विज्ञान उसे कोरोना नामक महामारी भी भेंट स्वरूप देगा इसकी तो उसने स्वप्न में भी कल्पना नहीं की होगी। अब जब मानव प्रयोगशाला का यह जानलेवा उपहार […] Read more » असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के आय के स्रोत बन्द कोरोना गिरती अर्थव्यवस्था बेरोजगारी मानव निर्मित ह्यूमन फ्रेंडली वायरस लॉक डाउन
राजनीति कोरोना के बहाने आइए अपने असल संकटों पर विचार करें May 17, 2020 / May 17, 2020 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment देश के दुखों की नदी में तैरते सवाल -प्रो. संजय द्विवेदी कोरोना संकट के बहाने भारत के दुख-दर्द,उसकी जिजीविषा, उसकी शक्ति, संबल, लाचारी, बेबसी, आर्तनाद और संकट सब कुछ खुलकर सामने आ गए हैं। इन सात दशकों में जैसा देश बना या बनाया गया है, उसके कारण उपजे संकट भी सामने हैं। दिनों दिन […] Read more » कृषकों के संकट कोरोना कोरोना के असल संकट बढ़ती जनसंख्या बेरोजगारी मानवीय समाज संवेदनशील समाज स्वास्थ्य
राजनीति विपक्षी एकता के नये परिदृश्य December 11, 2018 / December 11, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव परिणामों ने कांग्रेस को एक नयी ऊर्जा दे दी है। अब कांग्रेस और देशभर की विभिन्न क्षेत्रीय पार्टियों के गठबन्धन को संगठित होने का एक सकारात्मक परिवेश इन चुनावों ने दिया है। सोमवार को राजधानी में आयोजित अपनी बैठक में कांग्रेस एवं विपक्षी दलों ने संदेश दिया है […] Read more » अराजकता डा. राम मनोहर लोहिया बेरोजगारी विपक्षी एकता के नये परिदृश्य व्यापारिक
राजनीति चुनाव एक संवैधानिक अथवा धार्मिक प्रक्रिया? November 23, 2018 / November 23, 2018 by अनिता महेचा | 1 Comment on चुनाव एक संवैधानिक अथवा धार्मिक प्रक्रिया? अनिल अनूप मध्यप्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का जो वीडियो बेनकाब हुआ है, उसके मद्देनजर यह सवाल स्वाभाविक है कि चुनाव एक संवैधानिक या मजहबी प्रक्रिया है? क्या सार्वजनिक तौर पर हिंदू-मुसलमान समुदायों के नाम पर वोट मांगे जा सकते हैं और यह संवैधानिक भी होगा? एक ओर कमलनाथ का दावा है कि हिंदुओं के […] Read more » गाय चुनाव एक संवैधानिक अथवा धार्मिक प्रक्रिया? जाति नर्मदा नस्ल बलात्कार बेरोजगारी भाषा राम वन गमन लिंग व्यापम समुदाय हिंदू-मुसलमान
राजनीति विपक्षी एकता के सूत्रधार की असली चुनौती November 13, 2018 / November 13, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग :- आगामी लोकसभा चुनाव की हलचल उग्र होती जा रही है। भारतीय जनता पार्टी बनाम विपक्षी गठबंधन का दृश्य बन रहा है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, विपक्षी एकता के स्वर सुनाई दे रहे हैं। लेकिन सशक्त विपक्ष के गठबंधन की सबसे बड़ी बाधा एक सूत्रधार को लेकर है, जो विभिन्न […] Read more » अखिलेश यादव अरविंद केजरीवाल एचडी देवगौड़ा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फारूक अब्दुल्ला बेरोजगारी महंगाई मायावती राहुल गांधी विपक्षी एकता के सूत्रधार की असली चुनौती व्यापार की संकटग्रस्त स्थितियां शरद पवार
समाज देश में पढ़े लिखे भिखारी September 11, 2018 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप भीख मांगते लोगों के बारे में अगर आपकी भी यही धारणा है कि वे अशिक्षित और लाचार होने की वजह से मांग कर अपना जीवन यापन करते हैं तो ध्यान दें कि एक रिपोर्ट के अनुसार देश में बड़ी संख्या में डिग्री और डिप्लोमा वाले भिखारी हैं. भारत में सड़कों पर भीख मांगने […] Read more » अध्यक्ष आर.कृष्णैया असम गरीबी बेरोजगारी भिखारी मणिपुर और पश्चिम बंगाल
धर्म-अध्यात्म “प्राचीन भारत सकारण अध्यात्म प्रधान देश था” September 11, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आज हम जिस युग में जीवन व्यतीत कर रहे हैं वह आधुनिक युग कहा जाता है। महाभारत काल से पूर्व का प्राचीन भारत अपने समय में तो आधुनिक ही कहा जाता रहा होगा परन्तु उस समय के विद्वानों व मनीषियों ने आध्यात्म और भौतिकवाद में से अध्यात्म का चयन किया था। यह […] Read more » अज्ञान-अशिक्षा अभाव अवैदिक मूर्तिपूजा अशिक्षा ऊंच-नीच ऋषि दयानन्द कुपोषण धनी-निर्धन बेरोजगारी भेदभाव मत-मतान्तर
समाज देश में पढे लिखे भिखारी August 28, 2018 / August 29, 2018 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप भीख मांगते लोगों के बारे में अगर आपकी भी यही धारणा है कि वे अशिक्षित और लाचार होने की वजह से मांग कर अपना जीवन यापन करते हैं तो ध्यान दें कि एक रिपोर्ट के अनुसार देश में बड़ी संख्या में डिग्री और डिप्लोमा वाले भिखारी हैं. भारत में सड़कों पर भीख मांगने […] Read more » feartured Featured गरीबी देश में पढे लिखे भिखारी बच्चों बेरोजगारी भिखारी शिक्षित महिलाओं
राजनीति विश्ववार्ता अमेरिका में भारतवंशियों को ग्रीन कार्ड मिलना मुश्किल June 25, 2018 / June 25, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment ग्रीन कार्ड की लंबी लाइन प्रमोद भार्गव अमेरिकी नागरिक बन जाने की प्रबल इच्छा रखने वाले भारतियों के लिए बुरी खबर सामने आई है। यहां ग्रीन कार्ड प्राप्त करने वालों की सूची इतनी लंबी हो गई है कि कई लोगों को 151 साल तक इंतजार करना पड़ सकता हैं। इतनी लंबी प्रतिक्षा वहीं कर सकते […] Read more » Featured अफ्रीका और एशिया अमेरिका में भारतवंषियों को ग्रीन अमेरिकी संस्थाओं को ग्रीन कार्ड मिलना मुश्किल ट्रंप-प्रशासन एच-1 बी वीजा बेरोजगारी यूरोप
राजनीति विश्ववार्ता अमेरिका में प्रवासी भारतीय संकट में June 14, 2018 / June 14, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव अमेरिकी नागरिक बन जाने की प्रबल इच्छा रखने वाले भारतियों के लिए बुरी खबर सामने आई है। यहां ग्रीन कार्ड प्राप्त करने वालों की सूची इतनी लंबी हो गई है कि कई लोगों को 92 साल तक इंतजार करना पड़ सकता है। इतनी लंबी प्रतिक्षा वहीं कर सकते हैं, जिन्हें भगवान ने सवा […] Read more » Featured अमेरिका जाॅर्ज वाशिंगटन बेरोजगारी भारत सरकार में प्रवासी भारतीय संकट में
विविधा गहराता बेरोजगारी का संकट May 27, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव केद्र में नरेंद्र मोदी सरकार को राज्य करते हुए 3 साल पूरे हो गए। इन तीन सालों में राजग सरकार ने आर्थिक कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार पर मजबूती से शिकंजा कसने के सार्थक उपाय किए है। लेकिन मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव के दौरान हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा […] Read more » Featured unemployment गहराता बेरोजगारी का संकट बेरोजगारी बेरोजगारी का संकट