राजनीति संविधान नहीं राजनीति बदलो January 29, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  भारत अपना 68वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। अब से ठीक 68 वर्ष पूर्व भारत ने अपने गणतान्त्रिक स्वरूप की घोषणा की थी। 26 जनवरी 1950 से देश ने अपने राजपथ के गणतंत्रीय स्वरूप को व्यावहारिक स्वरूप प्रदान किया। अब 68 वर्ष पश्चात देश के कई लोगों को चिन्ता होने लगी […] Read more » change politics Not constitution राजनीति संविधान
राजनीति व्यक्तिवाद , राष्ट्रवाद और राजनीति January 18, 2018 by विनोद कुमार सर्वोदय | 1 Comment on व्यक्तिवाद , राष्ट्रवाद और राजनीति व्यक्तिवाद विश्व के एकमात्र विशाल संगठन “राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ” की राष्ट्रवाद , सनातन वैदिक धर्म व संस्कृति की रक्षार्थ डॉ हेडगेवार जी ने कुछ समर्पित महान विभूतियों के साथ अपने अथक पराक्रम से स्थापना की थी। भारतीय संस्कृति व सभ्यता की रक्षार्थ अपने अनेक आनुषांगिक संस्थाओं द्वारा इस विश्वव्यापी संगठन के दशकों से चल […] Read more » Featured Individualism Nationalism politics राजनीति राष्ट्रवाद व्यक्तिवाद
व्यंग्य साहित्य राजनीति के ये ब्वायज क्लब …!! January 9, 2018 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा कहीं जन्म – कहीं मृत्यु की तर्ज पर देश के दक्षिण में जब एक बूढ़े अभिनेता की राजनैतिक महात्वाकांक्षा हिलोरे मार रही थी, उसी दौरान देश की राजधानी के एक राजनैतिक दल में राज्यसभा की सदस्यता को लेकर महाभारत ही छिड़ा हुआ था। विभिन्न तरह के आंदोलनों में ओजस्वी भाषण देने वाले […] Read more » Featured राजनीति
राजनीति अपराध मुक्त राजनीति के लिए विशेष अदालतें December 20, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव देर से ही सही अपराधी सांसद और विधायकों की राजनीति से विदाई की उम्मीद बढ़ गई है। इस परिप्रेक्ष्य में यह खबर उम्मीद जगाने वाली है कि केंद्र सरकार ने 12 विशेष अदालतों के गठन का निर्णय लेते हुए 7.8 करोड़ रुपए का आवंटन मंजूर किया है। गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय ने […] Read more » crime free politics Featured Special courts Special courts for crime free politics अपराध अपराध मुक्त राजनीति राजनीति विशेष अदालतें
राजनीति बर्बाद गुलिस्तां करने को बस एक ही ‘राहुल’ काफी है July 12, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  अवधूत दत्तात्रेय हर क्षण किसी से ज्ञान प्राप्त करने के लिए तत्पर रहा करते थे। वह पशु-पक्षियों एवं कीट पतंगों की गतिविधियों को बड़े ध्यान से देखा करते और विवेचना कर उनसे शिक्षा प्राप्त किया करते थे। दत्तात्रेय अक्सर कहा करते थे कि ”जिनसे मैं कोई भी शिक्षा लेता हूं वे […] Read more » Featured राजनीति राष्ट्रनीति राहुल
राजनीति राजनीति में एक ‘नचकैंया भालू’ July 11, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य भारत लोकतंत्र की जन्मस्थली है। आज का ब्रिटेन और अमेरीका तो भारत के लोकतंत्र की परछाईं मात्र भी नहीं है। हमारे ‘शतपथ ब्राह्मणादि ग्रंथों’ में राजनीतिशास्त्रियों के लिए कई बातें अनुकरणीय रूप से उपलब्ध हैं। ‘शतपथ ब्राह्मण’ में राजकीय परिवार के लोगों के राजनीतिक अनुभवों से देश को लाभान्वित करने के उद्देश्य […] Read more » Featured भारत राजनीति लालू लोकतंत्र
राजनीति सरकारी नौकरी पेशा लोगों को भी मिले राजनीति करने की छूट July 3, 2017 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on सरकारी नौकरी पेशा लोगों को भी मिले राजनीति करने की छूट राकेश कुमार आर्य  हमारे देश की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी एक बार अपनी सोवियत संघ की यात्रा पर थीं, जहां उन्होंने अपना भाषण अंग्रेजी में देना आरंभ कर दिया था। तब उन्हें वहां के राष्ट्रपति की उपस्थिति में इस बात के लिए टोक दिया गया था कि-‘आप अपना भाषण या तो हिंदी में […] Read more » Featured राजनीति सरकारी नौकरी पेशा
विविधा गांधीवाद की परिकल्पना-8 April 24, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment हमारी सरकारों ने गांधीवाद का चोला पहनकर सूचना पाने वाले को उस व्यक्ति का मौलिक अधिकार माना है। यह कैसी घोर विडंबना है कि सूचना पाने का अधिकार देकर भी उसे सही सूचना (इतिहास की सही जानकारी) से वंचित रखा जा रहा है। इस भयंकर और अक्षम्य षडय़ंत्र पर से पर्दा उठना चाहिए कि वे कौन लोग हैं जो हमारे सूचना पाने के मौलिक और संवैधानिक अधिकार में बाधक हैं? ऐसा नाटक अब बंद होना चाहिए, जिससे पर्दे के पीछे से सत्य, अहिंसा और बंधुत्व के कोरे आदर्शों की भी हत्या की जा रही है। किंतु फिर भी देश पर गांधीवाद के आदर्शों को लपेटा जा रहा हो और उसे बलात् थोपा जा रहा हो। Read more » Featured Gandhiwad अधिकार गांधी गाँधीवाद गांधीवाद की परिकल्पना धर्म राजनीति
विविधा सपा को विपक्ष में बैठकर काम करने का सबक March 12, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment वस्तुत: पिछले कई चुनावों से सभी ने देखा है कि किस तरह यूपी में चुनाव आते ही मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति शुरू हो जाती थी। लगता था कि सपा-बसपा, कांग्रेस में होड़ मची है यह बताने की कि कौन कितना बड़ा मुस्लिमों का पेरोकार है। भाजपा को छोड़कर इस बार भी हर बार की तरह ही यहां मुसलमानों को थोक में पार्टियों ने अपना प्रत्याशी बनाया, इस आशा में कि वह कमाल कर देंगे, जीतकर आएंगे और सरकार बनाने में अपना अहम रोल अदा करेंगे। Read more » Featured अगला-पिछला की राजनीति कांग्रेस जातिगत आधार पर राजनीति धर्म के आधार पर राजनीति बसपा प्रमुख मायावती भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में विधानसभा चुनाव राजनीति सपा-बसपा
राजनीति अखिलेश के राजनीतिक बचपने की हद, दिया ऐसा बयान कि… March 12, 2017 / March 12, 2017 by कुमार सुशांत | Leave a Comment अखिलेश यादव को राजनीतिक परिपक्व समझा जाता था, लेकिन अखिलेश राजनीतिक के इतने कच्चे खिलाड़ी निकलेंगे, किसी को पता नहीं था। कई सारे मायनों से अब ये बात स्पष्ट हो रही है। चुनाव परिणाम से पहले टीवी चैनलों के एग्जिट पोल को देखने के साथ ही जहां सब शांत थे, वहीं अखिलेश को बुआ का […] Read more » Akhilesh yadav Featured uttar pradesh Uttar Pradesh Election अखिलेश यादव चुनाव परिणाम राजनीति
राजनीति राजनीति और महिलाएं March 4, 2017 by विजय कुमार | Leave a Comment राजनीति में महिलाओं की भूमिका की चर्चा सदा से होती रही है। कई राज्यों की पंचायतों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इससे क्या सुधार हुआ, यह तो समय ही बताएगा। राजनीति में महिलाओं की भूमिका कभी परदे के पीछे होती है, तो कभी आगे। कभी महिलाएं राजसत्ता का उपयोग कर लेती […] Read more » Featured women in politics महिलाएं महिलाओं की राजनीति में भागीदारी राजनीति राजनीति और महिलाएं
राजनीति राजनीति के बिगड़े बोल February 20, 2017 / February 20, 2017 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment –संजय द्विवेदी भारतीय राजनीति में भाषा की ऐसी गिरावट शायद पहले कभी नहीं देखी गयी। ऊपर से नीचे तक सड़कछाप भाषा ने अपनी बड़ी जगह बना ली है। ये ऐसा समय है जब शब्द सहमे हुए हैं, क्योंकि उनके दुरूपयोग की घटनाएं लगातार जारी हैं। राजनीति जिसे देश चलाना है और देश को रास्ता दिखाना […] Read more » Featured बिगड़े बोल राजनीति राजनीति के अपराधीकरण राजनीति के बिगड़े बोल राजनीति के शुद्धिकरण राजनीतिक दलों के शुद्धिकरण