राजनीति कोरोना के बहाने आइए अपने असल संकटों पर विचार करें May 17, 2020 / May 17, 2020 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment देश के दुखों की नदी में तैरते सवाल -प्रो. संजय द्विवेदी कोरोना संकट के बहाने भारत के दुख-दर्द,उसकी जिजीविषा, उसकी शक्ति, संबल, लाचारी, बेबसी, आर्तनाद और संकट सब कुछ खुलकर सामने आ गए हैं। इन सात दशकों में जैसा देश बना या बनाया गया है, उसके कारण उपजे संकट भी सामने हैं। दिनों दिन […] Read more » कृषकों के संकट कोरोना कोरोना के असल संकट बढ़ती जनसंख्या बेरोजगारी मानवीय समाज संवेदनशील समाज स्वास्थ्य
राजनीति वाकई भ्रष्टाचार कोई मुद्दा नहीं रहा ? December 10, 2018 / December 10, 2018 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप कई बार लगता है मानो भ्रष्टाचार कोई मुद्दा ही नहीं रहा। नेता भ्रष्ट हैं, अधिकारी भ्रष्ट हैं, व्यापारी भ्रष्ट हैं, जनता भ्रष्ट है। हमारी रग-रग में भ्रष्टाचार भर गया है। जब सभी भ्रष्ट हैं, तो इसे जीवन का हिस्सा मानकर स्वीकार कर लिया गया है। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर किसी भ्रष्ट सरकारी अधिकारी […] Read more » ‘हमारा भारत महान’ किसान आत्महत्या राज्यपाल वाकई भ्रष्टाचार कोई मुद्दा नहीं रहा ? समाज
समाज क्यों बदहाल एवं उपेक्षित है बचपन? November 19, 2018 / November 19, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- संपूर्ण विश्व में ‘सार्वभौमिक बाल दिवस’ 20 नवंबर को मनाया गया। उल्लेखनीय है कि इस दिवस की स्थापना वर्ष 1954 में हुई थी। बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता तथा बच्चों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।बच्चों का मौलिक अधिकार उन्हें प्रदान करना इस दिवस का प्रमुख […] Read more » कागज क्यों बदहाल एवं उपेक्षित है बचपन? पढ़ाई-लिखाई प्लास्टिक राजनीतिज्ञ लोहा शीशी समाज सरकार
धर्म-अध्यात्म “मर्यादा पुरुषोत्तम राम को अमरता प्रदान करने वाले विश्व वन्दनीय ऋषि वाल्मीकि” October 24, 2018 / October 24, 2018 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on “मर्यादा पुरुषोत्तम राम को अमरता प्रदान करने वाले विश्व वन्दनीय ऋषि वाल्मीकि” मनमोहन कुमार आर्य, आज महर्षि वाल्मीकि जी का जन्म दिवस है। हम यह भूल चुके हैं कि हमारी धर्म व संस्कृति के गौरव मर्यादा पुरुषोत्तम राम को हम जितना जानते हैं उसका आधार वैदिक ऋषि वाल्मीकि जी का महाकाव्य ‘‘रामायण” है। भारत व अन्यत्र श्री राम के विषय में जो भी ग्रन्थ रचे गये वह […] Read more » अहंकार क्रोध जीवन परिवार मनुष्य काम महत्वाकांक्षा महर्षि वाल्मीकि लोभ समाज सूर्य महर्षि दयानन्द स्वार्थ
कविता भयावह सपना September 7, 2018 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -विनोद सिल्ला सपने में नित देता है दिखाई समाज का उधड़ता ताना-बाना घुलता फिजां में जहर साम्प्रदायिक कहर दलितों की रुकती घुड़चढ़ी खाप-पंचायतों की ललकार ऑनर कीलिंग की चीख-पुकार ढलता नैतिक मूल्यों का सूरज लुप्त होती संवेदना नित-नया भयावह सपना लगा डर लगने सोने से भयावह सपनों से Read more » खाप पंचायतों भयावह सपना समाज
समाज अपनी मृत्यु की खबर खुद लिखे पत्रकार August 31, 2018 by अर्पण जैन "अविचल" | Leave a Comment डॉ अर्पण जैन ‘अविचल है न बिल्कुल अटपटा काम, विचित्र-सा। सैकड़ों लोगों के निधन की खबरें लिखने वाला अदद पत्रकार आज के दौर में क्यों भयाक्रांत है, या कहें पत्रकारिता क्यों अपना स्तर खोते जा रही है, इन सभी सवालों के मूल में समाज तत्व से सरोकार की भावना और चिंतन का गौण होना है। […] Read more » Featured अपनी मृत्यु की खबर खुद लिखे पत्रकार आचार्य श्रीराम शर्मा पत्रकारिता समाज
राजनीति देश नहीं है तो कुछ नहीं है। कुछ भी नहीं August 7, 2018 / August 7, 2018 by विवेक कुमार पाठक | 1 Comment on देश नहीं है तो कुछ नहीं है। कुछ भी नहीं विवेक पाठक लेखक स्वतंत्र पत्रकार देश में संचार माध्यमों के विस्तार के साथ अब सत्ता विरोधी आंदोलन बहुत तेजी से खड़े होने की प्रवृत्ति दिखी है। तमाम आंदोलनों में कुछ भटके हुए लोगों का आवेश लोकतंत्र की मर्यादा कई बार छलनी कर जाता है। महाराष्ट्र के मराठा आंदोलन में हाल ही में दिखा। मराठाओं के […] Read more » Featured आमसभा जुलूस देश नहीं है तो कुछ नहीं है। कुछ भी नहीं धरना धार्मिक प्रदर्शन राजनैतिक राष्ट्र रैली समाज सामाजिक
धर्म-अध्यात्म “गृहस्थ आश्रम सुख का धाम कब होता है?” August 6, 2018 / August 6, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, हमें मनुष्य जीवन परमात्मा से मिलता है। हमारा परमात्मा सच्चिदानन्दस्वरूप, निराकार, सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, सृष्टि का कर्ता, धर्त्ता व हर्त्ता है। संसार में तीन सत्तायें हैं जिन्हें ईश्वर, जीव व प्रकृति के नाम से जाना जाता है। तीनों सत्तायें अत्यन्त सूक्ष्म है। ईश्वर सर्वातिसूक्ष्म है। ईश्वर जीव व प्रकृति दोनों के भीतर विद्यमान […] Read more » “गृहस्थ आश्रम सुख का धाम कब होता है?” Featured अवतारवाद ईश्वर कृत्य मूर्तिपूजा फलित ज्योतिष मनुष्य समान है मृतक श्राद्ध सबका आदर करें समाज
प्रवक्ता न्यूज़ मौत के कूप में गिरते मासूम , व्यवस्था के आँखों पर पट्टी August 2, 2018 / August 2, 2018 by प्रभुनाथ शुक्ल | 1 Comment on मौत के कूप में गिरते मासूम , व्यवस्था के आँखों पर पट्टी प्रभुनाथ शुक्ल बिहार के मुगेंर जिले में खेलते समय 110 फीट गहरे बोरबेल में गिरी तीन साल की मासूम सना को 31 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। अपनी मां के साथ सना ननिहाल आयी थी और मंगलवार को खेलते वक्त बोरबेल में जा गिरी थी। हालांकि यह सब […] Read more » Featured एसडीआरएफ मौत के कूप में गिरते मासूम व्यवस्था के आँखों पर पट्टी समाज सामाजिक जागरुकता हरियाणा के कुरुक्षेत्र
राजनीति समाज न्याय , ,आरक्षण , ,आरक्षण विरोध __यह सब क्या है ? August 1, 2018 / August 1, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्या देश में कुछ लोगों ने ऐसा परिवेश सृजित करने का कुत्सित प्रयास किया है कि देश का बहुसंख्यक समाज परस्पर एकता का प्रदर्शन न कर सके । ओवैसी ने संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के समय दलित और अल्पसंख्यकों के साथ होने वाले अन्याय को उठाया, , उससे ऐसा लगा कि […] Read more » Featured आरक्षण आरक्षण विरोध __यह सब क्या है ? ओवैसी क्षेत्र न्याय फारूख अब्दुल्ला वर्ग या संप्रदाय समाज समुदाय
समाज ‘‘ समाज में उजालें कम क्यों हो रहे हैं? ’ July 13, 2018 / July 13, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग स्वार्थ चेतना अनेक बुराइयों को आमंत्रण है। क्योंकि व्यक्ति सिर्फ व्यक्ति नहीं है, वह परिवार, समाज और देश के निजी दायित्वों से जुड़ा है। अपने लिए जीने का अर्थ है अपने सुख की तलाश और इसी सुख की तलाश ने अनेक समस्याएं पैदा की हैं। सामाजिक जीवन का एक आधारभूत सूत्र है सापेक्षता। […] Read more » ‘‘ समाज में उजालें कम क्यों हो रहे हैं? ’ Featured आश्वस्त करना ग्लानि का निवारण करना देश या राष्ट्र न अविश्वास न असुरक्षा की आशंका होगी न शत्रुता न संग्रह न हिंसा वात्सल्य प्रकट करना समाज संस्था स्वार्थ चेतना
राजनीति डीएनए कानूनः अपराधियों की करेगा खोज July 12, 2018 / July 12, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव केंद्रीय मंत्री-मंडल ने डीएनए प्रोफाइलिंग बिल यानी, ‘मानव डीएनए सरंचना विधेयक‘ को मंजूरी दे दी है। यह विधेयक मानसून सत्र में पारित हो सकता है। डाटा बैंक में देश के लोगों की डीएनए प्रोफाइल बनने के बाद अपराधिक मामलों की जांच के लिए इसे विदेशी जांच एजेंसियों से भी साझा किया जा […] Read more » Featured गुमशुदा डीएनए कानूनः अपराधियों की करेगा खोज दुर्घटना में मृत मार्फत अपराधियों संदिग्ध समाज ह्यूमन डीएनए प्रोफाइलिंग बिल