समाज तीन तलाक़ के बीच हरीश रावत का कमाल January 8, 2017 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री भारत के मुस्लिम जगत में बबाल मचा हुआ है । मुस्लिम महिलाएँ और मुल्ला मौलवी मुट्ठियाँ ताने आमने सामने खड़े हैं । मौलवियों की सत्ता को भारत में इतनी तगड़ी चुनौती शायद इससे पहले कभी नहीं मिली । कोढ में खाज यह , कि चुनौती भी महिलाओं से मिल रही है […] Read more » Featured Teen Talaq by email Teen Talaq by muslims Teen Talaq by sms triple talaq इलाहाबाद उच्च न्यायालय इस्लाम पर हमला केरल उच्च न्यायालय तीन तलाक न्यायाधीश मोहम्मद मुश्ताक़ मुल्ला मौलवियों की दादागिरी के ख़िलाफ़ मुस्लिम महिलाएं हरीश रावत का कमाल
समाज मुस्लिम समुदाय को ओढना होगा आधुनिकता का बुरका December 9, 2016 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment तीन तलाक सामजिक, धार्मिक और राजनैतिक स्तर पर आज का सबसे बड़ा चर्चा का विषय है। इस विषय पर सार्वजनिक चर्चा होनी चाहिए। क्योंकि तीन तलाक सीधे-सीधे मुस्लिम महिलाओं की जिन्दगी पर असर डालता है। जिस प्रकार से हमारे संविधान में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और सभी धर्मों को समानता दी गयी है। उसी प्रकार […] Read more » Allahabad High court on teen talaq Featured तीन तलाक मुस्लिम समुदाय
समाज तीन तलाक,समान नागरिक संहिता और मोदी सरकार November 27, 2016 by जावेद अनीस | Leave a Comment मुस्लिम महिलाओं की तरफ से समान नागरिक संहिता नहीं बल्कि एकतरफा तीन तलाक़, हलाला व बहुविवाह के खिलाफ आवाज उठायी जा रही है उनकी मांग है कि इन प्रथाओं पर रोक लगाया जाए और उन्हें भी खुला का हक मिले. Read more » Featured triple talaq uniform civil code तीन तलाक मोदी सरकार समान नागरिक संहिता
समाज तीन तलाक के बहाने महिलाओ के मौलिक अधिकारो का हनन October 28, 2016 / October 28, 2016 by डा रवि प्रभात | Leave a Comment इसका अभिप्राय यह है कि मानवीय दृष्टिकोण से व्यवस्था को दुरुस्त करना ना तो सांप्रदायिक है ना शरीयत के खिलाफ जैसा कि कुछ लोग हमेशा बखान करते मिलते हैं ।अगर ऐसा होता तो मुस्लिम देश इस तरह की सुधारवादी पहल ना करते। Read more » Featured तीन तलाक महिला मौलिक अधिकारो का हनन
समाज हलाला ‘कानून और ‘तीन तलाक’ जैसे बर्बर कानूनको त्यागने में दिक्कत क्या है ? October 24, 2016 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on हलाला ‘कानून और ‘तीन तलाक’ जैसे बर्बर कानूनको त्यागने में दिक्कत क्या है ? जब दुनिया के अधिकांश प्रगतिशील मुस्लिम समाज ने 'तीन तलाक' को अस्वीकार कर दिया है , तब भारतीय मुस्लिम समाज को इस नारी विरोधी 'हलाला 'कानून और 'तीन तलाक' जैसे बर्बर कानूनको त्यागने में दिक्कत क्या है ? सदियों उपरान्त इस आधुनिक वैज्ञानिक युग में भी ,हम हर गई गुजरी परम्परा को क्यों ढोते रहें ? Read more » Featured तलाक तीन तलाक हलाला 'कानून
समाज इस्लाम की दुर्गति से शर्मशार मानवता October 22, 2016 by अश्वनी कुमार, पटना | Leave a Comment याद रखें की विपक्षी पार्टियों की मुसलमानपरस्ती भाजपा और मोदी को मई 2014 की ओर ले जा रही है| हिन्दू फिर से गोलबंद हो रहे हैं, ऊपर से सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भाजपा और मोदी की जनता और हिन्दुओं में जो गहरी पैठ बनी है उसका असर 2019 की चुनावों में दिखेगा| राम मंदिर पर हो रहे हल्ले ने यूपी में एक अलग माहौल बनाया है, वहीँ मोदी के विजयादशमी पर लगाए ‘जय श्री राम’ के नारे ने कार्यकर्ताओं और संघ प्रचारकों में नया उत्त्साह फूंक दिया है| Read more » Featured इस्लाम की दुर्गति इस्लामी कट्टरपंथ तीन तलाक शरियत कानूनों में बदलाव समान नागरिक कानून
समाज धर्म बनाम राष्ट्रधर्म October 19, 2016 by वीरेंदर परिहार | Leave a Comment दुर्भाग्य का विषय यह कि स्वतंत्र भारत में मुस्लिम लाॅ में व्यक्ति की गरिमा और मानव अधिकारों के हित में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। शहबानों प्रकरण में देश की शीर्ष अदालत यह कह चुकी है कि मुस्लिम समुदाय में निजी कानूनों में सुधार होना चाहिए। Read more » Featured uniform civil code तीन तलाक धर्म राष्ट्रधर्म
समाज तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं पर अत्याचार की पराकाष्ठा October 17, 2016 / October 17, 2016 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment आजकल मुस्लिम समाज में तीन तलाक के मुद्दे पर इन दिनों देश में खूब बहस चल रही है और इसे हटा ने की मांग की जा रही है। मु सलमानों में तलाक मुस्लिम पर् सनल लॉ यानी शरिया के जरिए होता है।यह बहुत ही रूढ़िवादी कानून है आज देश का कानून भारतीय संवि धान के अनुसार चलता है फिर भी मु Read more » तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं पर अत्याचार की पराकाष्ठा सामान नागरिक कानून
विविधा तीन तलाकः मुस्लिम बनें विश्व गुरु October 15, 2016 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment पता नहीं, भारत के मुसलमान इतने दब्बू क्यों हैं? अरबों की घिसी-पिटी परंपराओं को वे अपनी छाती पर क्यों लादे रहना चाहते हैं? भारत के मुसलमानों को दुनिया के सारे मुसलमानों का विश्व-गुरु बनना चाहिए। क्या उन्हें पता नहीं है कि पाकिस्तान, मिस्र, मोरक्को, सीरिया, जोर्डन, सूडान और बांग्लादेश जैसे करीब दर्जन भर मुस्लिम राष्ट्रों ने तथाकथित शरीयती कानून को खूंटी पर टांग दिया है? उसकी अव्यवहारिक बातों को नकार दिया है। Read more » Featured triple talaq तीन तलाक मुस्लिम बनें विश्व गुरु
समाज तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं पर अत्याचार की पराकाष्ठा October 15, 2016 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कानून से मुस्लिम महिलाओं को तमाम अत्याचार झेलने पड़ते हैं। तीन तलाक तो इसकी पराकाष्ठा है। साथ ही साथ मुस्लिम पुरुष समाज को एक पत्नी होते हुए बहुविवाह की आजादी भी मुस्लिम महिलाओं पर अत्याचार है। Read more » Featured अत्याचार की पराकाष्ठा तीन तलाक मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मुस्लिम महिलाओं मुस्लिम महिलाओं पर अत्याचार की पराकाष्ठा
समाज तीन तलाक पर प्रगतिशील बने मुस्लिम समाज October 14, 2016 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment हाल ही में जब कोर्ट ने केंद्र से तीन तलाक के विषय में कोर्ट में हलफनामा प्रस्तुत करनें के लिए कहा तब नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछली सरकारों की तरह इस मुद्दें पर कन्नी काटने व चुप बैठे रहनें के स्थान पर संविधान की धारा 44 के मर्म को समझ कर अपनी जिम्मेदारी निभाई व तीन तलाक के मुद्दे पर स्पष्ट असहमति व्यक्त कर दी है. 1840 में यह विवाद प्रथम बार उभरा था और Read more » Featured triple talaq तीन तलाक प्रगतिशील बने मुस्लिम समाज मुस्लिम समाज
विधि-कानून समाज तीन तलाक पर मुस्लिम महिलाओं को क्या न्याय मिलेगा ? September 3, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी अवैधानिक और महिलाओं के अधिकार का उल्लंघन:-मुस्लिम समाज में पति-पत्नी के बीच संबन्ध विच्छेद करने वाली परंपरा ‘तलाक-तलाक-तलाक’ को लेकर भले ही सुप्रीम कोर्ट संवैधानिकता को लेकर अध्ययन कर रहा हो, लेकिन देश की करीब 92 फीसदी मुस्लिम महिलाएं इस मौखिक तलाक के खिलाफ है। केंद्र सरकार की धार्मिक समुदाय और सेक्स […] Read more » Featured ट्रिपल तलाक गैरकानूनी तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं को न्याय मौखिक तलाक के खिलाफ महिलाएं