पर्यावरण लेख पर्यावरण को लेकर विकसित देशों की दोहरी नीति पर भारत की खरी खरी November 29, 2024 / November 29, 2024 by रामस्वरूप रावतसरे | Leave a Comment रामस्वरूप रावतसरे अजरबैजान की राजधानी बाकू में हाल ही में एक समझौता हुआ है। यह समझौता संयुक्त राष्ट्र की जलवायु परिवर्तन वाली शाखा ने सीओपी-29 बैठक में करवाया है। इसके तहत विश्व के विकसित और अमीर देश राजी हुए हैं कि वह 300 बिलियन डॉलर 2035 से विकासशील या गरीब देशों को देना चालू करेंगे। यह पैसा जलवायु […] Read more » पर्यावरण
पर्यावरण लेख पृथ्वी के अस्तित्व का आधार है पर्यावरण June 4, 2022 / June 4, 2022 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment प्रकृति व मानव एक दूसरे के पूरक हैं। प्रकृति के बिना मानव की परिकल्पना नहीं की जा सकती। प्रकृति दो शब्दों से मिलकर बनी है – प्र और कृति। प्र अर्थात प्रकृष्टि (श्रेष्ठ/उत्तम) और कृति का अर्थ है रचना। ईश्वर की श्रेष्ठ रचना अर्थात सृष्टि। प्रकृति से सृष्टि का बोध होता है। प्रकृति अर्थात वह […] Read more » Environment is the basis of existence of earth पर्यावरण पृथ्वी के अस्तित्व का आधार पृथ्वी के अस्तित्व का आधार है पर्यावरण
पर्यावरण चीन से आयी पर्यावरण के लिए एक अच्छी ख़बर January 29, 2021 / January 29, 2021 by निशान्त | Leave a Comment दुनिया के सबसे बड़े कार्बन उत्सर्जक चीन में कुल ऊर्जा उत्पादन क्षमता में कोयले से उत्पादित बिजली की हिस्सेदारी पहली बार हुई 50 फ़ीसद से कम, बढ़ी गयी है अक्षय ऊर्जा क्षमता चीन दुनिया को हैरान करने से नहीं चूकता। हम और आप भले ही उससे त्रस्त हों, लेकिन चीन अपनी दुनिया में मस्त और व्यस्त है। उसे जो […] Read more » A good news for environment from China पर्यावरण
पर्यावरण पर्यावरण के लिए स्वच्छता और वृक्षारोपण June 9, 2020 / June 9, 2020 by डॉ. राकेश राणा | Leave a Comment डॉ0 राकेश राणा जीवन की दृष्टि से पर्यावरण मानव के लिए सर्वोच्च जरुरत है। जल, जंगल और जीमीन तीनों उसके प्रमुख आधार है। विकास के माजुदा मॉडल की विफलता यह कि जीवन के इन तीनों आधारों को प्रदूषण ने लील दिया है। यही वजह है आज देश की आबादी का बडा हिस्सा स्वच्छ व […] Read more » पर्यावरण पर्यावरण के लिए वृक्षारोपण पर्यावरण के लिए स्वच्छता वृक्षारोपण
पर्यावरण पर्यावरण पर हावी होती आपदाएं June 4, 2020 / June 4, 2020 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment पर्यावरण प्रकृति का हिस्सा है|प्रकृति व पर्यावरण एक दूसरे के पूरक हैं |प्रकृति के बिना पर्यावरण की परिकल्पना नहीं की जा सकती|प्रकृति दो शब्दों से मिलकर बनी है – प्र और कृति|प्र अर्थात प्रकृष्टि (श्रेष्ठ/उत्तम) और कृति का अर्थ है रचना |ईश्वर की श्रेष्ठ रचना अर्थात सृष्टि|प्रकृति से सृष्टि का बोध होता है |प्रकृति अर्थात […] Read more » world environment day पर्यावरण
पर्यावरण पर्यावरण और बेपरवाह समाज June 6, 2019 / June 6, 2019 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमार कुछेक तारीखें हमारी छाती पीटने के लिए तय कर दी गई हैं. विलाप करने का मौका भी ये तारीखें हमें देती हैं. इन्हीं तारीखों में 5 जून भी एक ऐसी ही तारीख है जिस दिन पर्यावरण सुरक्षा के नाम पर सियापा करते हैं और दिन बीतते ना बीतते हम 5 जून को बिसरा […] Read more » Environment environment and ruthless society पर्यावरण
राजनीति समाज गाड़ियों के अतिक्रमण से कब मिलेगी सड़कों को मुक्ति ? September 8, 2018 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment बरुण कुमार सिंह हम बात सुव्यवस्थित शासन प्रणाली की बात करते हैं तो उसमें बहुत सारी बातें देखने को आती हैं जिसमें केवल सुधार शासन के स्तर पर नहीं की जा सकती, उनमें जनभागीदारी का बहुत बड़ा योगदान है। लेकिन सारी कुछ नियम कानून होने के बावजूद भी उसका परिणाम सतह पर नहीं दिखाई […] Read more » मुख्य सड़कों गाड़ियों टू-व्हीलर पर्यावरण पीएमओ
राजनीति नौकरशाही में नये प्रयोग की सार्थकता June 11, 2018 / June 11, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नया भारत निर्मित करना चाहते हैं, इसके लिये देश के प्रशासनिक क्षेत्र को सशक्त बनाने एवं नौकरशाही को दक्ष, प्रभावी एवं कार्यकारी बनाने की तीव्र आवश्यकता है। नौकरशाही को प्रभावी, सक्षम एवं कार्यक्षम बनाने और उसमें नए तौर-तरीकों को समाहित करने के इरादे से संयुक्त सचिव पद के स्तर पर […] Read more » Featured आर्थिक मामले की सार्थकता कृषि नवीकरणीय ऊर्जा नागरिक उड्डयन और वाणिज्य नौकरशाही में नये प्रयोग पर्यावरण पोत परिवहन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजस्व वित्तीय सेवा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सामाजिक व राष्ट्रीय ढांचे
राजनीति स्टरलाइट प्लांट पर तालेबंदी से जुड़े प्रश्न May 31, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग – चैदह लोगों की मौत के बाद तमिलनाडु की पलानीसामी सरकार ने वेदांता के थुथुकुड़ी स्थित स्टरलाइट प्लांट को बन्द करने के आदेश जारी कर दिये हैं। सरकार ने इसके विस्तार के लिए अधिगृहीत 342.22 एकड़ जमीन का आवंटन भी रद्द कर दिया और जमीन की कीमत वापस की जा रही है। इतने […] Read more » Featured चैदह लोगों तमिलनाडू तालेबंदी से जुड़े प्रश्न थुथुकुड़ी पर्यावरण मौत शोषण स्टरलाइट प्लांट
राजनीति समाज यूं ही कोई आदमखोर नहीं बनता May 15, 2018 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment बिपिन जोशी नौ साल का लड़का अपने आंगन में खेल रहा है। ढलते सूरज की किरणें सामने हिमालय पर पड़ रही हैं बालक हिमालय के बदलते रंगों को निहार रहा है, हिमालय के बदलते रंग उस लड़के को रोमांचित कर रहे हैं वह ध्यानमग्न हैं। अभी तो चांदी के समान चमक रहा था, अभी यह लाल हो […] Read more » Featured गांव गुलदार जानवर तेंदुआ पर्यावरण पेड़-पौधे मासूम बच्चे योजनाओं राष्ट्रीय नीतियों
उत्पाद समीक्षा पत्रकारिता के दार्शनिक आयाम का आधार है ‘आदि पत्रकार नारद का संचार दर्शन’ May 5, 2018 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment पत्रकारिता के दार्शनिक आयाम का आधार है ‘आदि पत्रकार नारद का संचार दर्शन’ – लोकेन्द्र सिंह (लेखक माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक हैं।) भारत में प्रत्येक विधा का कोई न कोई एक अधिष्ठाता है। प्रत्येक विधा का कल्याणकारी दर्शन है। पत्रकारिता या कहें संपूर्ण संचार विधा के संबंध में भी भारतीय दर्शन उपलब्ध […] Read more » Featured अनुसंधान आध्यात्मिक संचार कृषि पत्रकारिता तीर्थ वर्णन धार्मिक रिपोर्टिंग पर्यटन पर्यावरण प्रश्नोत्तरी यात्रा वृत्तांत साक्षात्कार सांस्कृतिक पत्रकारिता साहित्यिक पत्रकारिता
पर्यावरण विविधा पर्यावरण में युद्ध स्तरीय सुधार की जरुरत June 7, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment - पर्यावरण की अवहेलना के गंभीर दुष्परिणाम समूचे विश्व में परिलक्षित हो रहे हैं। अब सरकार जितने भी नियम-कानून लागू करें उसके साथ साथ जनता की जागरूकता से ही पर्यावरण की रक्षा संभव हो सकेगी। इसके लिए कुछ अत्यंत सामान्य बातों को जीवन में दृढ़ता-पूर्वक अपनाना आवश्यक है। जैसे -प्रत्येक व्यक्ति प्रति वर्ष यादगार अवसरों (जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ) पर अपने घर, मंदिर या ऐसे स्थल पर फलदार अथवा औषधीय पौधा-रोपण करे, जहाँ उसकी देखभाल हो सके। उपहार में भी सबको पौधो दें। शिक्षा संस्थानों व कार्यालयों में विद्यार्थी, शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारीगण राष्ट्रीय पर्व तथा महत्त्वपूर्ण तिथियों पर पौधों रोपे। Read more » पर्यावरण विश्व पर्यावरण दिवस