राजनीति हिन्दुत्व की ओर बढ़ती भारतीय राजनीति April 23, 2019 / April 23, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment बृजनन्दन राजू देश की राजनीति हिन्दुत्व की ओर बढ़ रही है। यह देश के लिए शुभ संकेत है। चूंकि भारत धर्मपरायण देश है। इसलिए यहां धर्मविहीन राजनीति की कल्पना करना व्यर्थ है। आजादी के बाद दुर्भाग्य से देश के तत्कालीन नेताओं के मन में भारत को भारत जैसा बनाने की कल्पना नहीं थी। वह भारत को […] Read more » indian politics moving towards hinduism भाजपा भारतीय राजनीति हिन्दुत्व की प्रचण्ड शक्ति का परिचय
राजनीति ये लोकतंत्र के राजाओं के इकतरफा भव्य शो हैं इन्हें खारिज कीजिए August 20, 2018 / August 20, 2018 by विवेक कुमार पाठक | Leave a Comment विवेक कुमार पाठक आजकल भारतीय राजनीति में रोड शो चर्चा का विषय बने हुए हैं। चुनाव के एक दो साल पहले तो रोड शो और उनकी महिमा तो देखते ही बनती है। सड़कों पर गाड़ियों के लंबे काफिले और सबसे आगे हाथ हिलाते हुए राजनेता पब्लिक के सामने ऐसे अवतारी रुप में आते दिख रहे […] Read more » Featured घोड़ों नरेश और सुल्तान बग्घी भारतीय राजनीति महाराजा ये पुकार राजा वो मन की पीड़ा हाथी
राजनीति भारतीय राजनीति में चर्च का अनुचित हस्तक्षेप May 23, 2018 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | 1 Comment on भारतीय राजनीति में चर्च का अनुचित हस्तक्षेप लोकेन्द्र सिंह यह विचार करने की बात है कि चर्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी की सरकार से क्या दिक्कत हो रही है कि पादरियों ने सियासी पत्राचार प्रारंभ कर दिया है। ईसाई संप्रदाय में प्रमुख स्थान रखने वाले आर्कबिशप (प्रधान पादरी) भाजपा सरकार के विरुद्ध खुलकर दुष्प्रचार कर रहे हैं। सबसे […] Read more » Featured अनुचित हस्तक्षेप धर्मनिरपेक्ष ध्रुवीकरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय राजनीति राष्ट्रवादी सर्वोच्च न्यायालय हिंदुओं हिंदू समाज
विश्ववार्ता मोदी की नेपाल यात्रा : बदलती दृष्टि का संकेत May 22, 2018 by कुमार सच्चिदानन्द | 1 Comment on मोदी की नेपाल यात्रा : बदलती दृष्टि का संकेत कुमार सच्चिदानन्द पिछले दिनों भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेपाल की महत्वपूर्ण यात्रा सम्पन्न हुई । प्रधानमंत्री के रूप में यह मोदीजी की तीसरी नेपाल यात्रा थी । यूँ तो नेपाल राजनैतिक संरचना ही ऐसी है कि यहाँ भारत का नाम लेते ही एक विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, इसलिए मोदीजी की […] Read more » Featured द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद नेपाल प्रधानमंत्री ओली बदलती दृष्टि का संकेत भारतीय राजनीति माओ माक्र्स मोदी की नेपाल यात्रा राष्ट्रवाद लेनिन वर्ग संघर्ष और सर्वहारा वामपंथी पार्टियाँ स्टालिन
राजनीति राहुल गांधी-कांग्रेस मुक्त भारत के ‘अनथक योद्धा’ October 13, 2017 by अतुल तारे | Leave a Comment देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब कांग्रेस मुक्त भारत का संकल्प मंच पर बार-बार दोहराते हैं, तब व्यक्तिगत रूप से मुझे ऐसा कई बार लगता है कि यह एक नकारात्मक विचार है। भाजपा स्वयं को सर्वव्यापी बनाने की बात करे, किसी को मिटाने की नहीं। एक लोकतांत्रिक देश में पक्ष के साथ विपक्ष की भी […] Read more » Featured rahul gandhi a crusador of congress mukt bharat Rahul Gandhi a mater of fun in politics भारतीय राजनीति मनोरंजन का विषय राहुल गांधी
आलोचना राजनीति विचार और व्यवहार के बीच झूलती भारतीय राजनीति January 29, 2017 by विजय कुमार | 1 Comment on विचार और व्यवहार के बीच झूलती भारतीय राजनीति भारतीय राजनीति और राजनेता अजीब असमंजस में हैं। विचार पर दृढ़ रहें या व्यावहारिक बनें। पांच राज्यों के चुनाव के बीच यह यक्षप्रश्न एक बार फिर सिर उठाकर खड़ा हो गया है। आजादी से पहले भारत में कांग्रेस ही एकमेव दल था। उसका मुख्य लक्ष्य आजादी प्राप्त करना था। इसलिए विभिन्न विचारों वाले नेता वहां […] Read more » dynasty politics in political parties dynasty principle in political parties Featured pariwarwad in BJP परिवारवाद भा.ज.पा. में परिवारवाद भारतीय राजनीति राजनेता विचार और व्यवहार
राजनीति विकल्पों और आलोचनाओं के आभावों में डूबती भारतीय राजनीति! October 21, 2016 / October 21, 2016 by कीर्ति दीक्षित | Leave a Comment इस देश ने एक और सशक्त विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी को देखा था जिसका परिणाम दिल्ली प्रदेश में इस बालपार्टी को कुर्सी पर आसीन कर दिया लेकिन यहाँ लोगों के भरोसे को जिस तरह मारा गया उसकी शायद किसी ने उम्मीद नहीं की होगी, आम जनमानस ने सोचा कि चलिए ये दल विरोध और आरोपों की परिपाटी से हटकर कुछ करने आया है, Read more » Featured भारतीय राजनीति विकल्पों और आलोचनाओं के आभावों में डूबती
राजनीति एक और डान क्विकजोट: केजरीवाल August 5, 2016 by वीरेंदर परिहार | Leave a Comment वीरेन्द्र सिंह परिहार अरविंद केजरीवाल भारतीय राजनीति में एक ऐसा नाम है, जिसके बारे में लोगों में ऐसी उम्मीद जगी थी कि जो प्रचलित राजनीति से हटकर नई किस्म की राजनीति व्यवस्था परिवर्तन का पक्षधर है। इसी के चलते जब दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी अर्थात ‘आप’ पहली बार चुनावों में उतरी […] Read more » Arvind Kejriwal Featured अरविंद केजरीवाल एक और डान क्विकजोट केजरीवाल भारतीय राजनीति
राजनीति भारतीय राजनीति में तीसरे मोर्चे की उपादेयता June 23, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी अवसरवादी गठजोड़:- तीसरा मोर्चा का भारत की राष्ट्रीय राजनीति में एक विलक्षण सा अस्तित्व है। भारत में मुख्यतः दो ही प्रमुख राजनीतिक पार्टियां रही हैं। समय- समय पर बाकी दलों ने इकट्ठे होकर मजबूत रूप से एक तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश करते हैं ।कई बार सफल हुआ और कई बार असफल। […] Read more » Featured importance of third front third front in indian politics भारतीय राजनीति भारतीय राजनीति में तीसरे मोर्चे
राजनीति भारतीय राजनीति में साम्प्रदायिकता को उत्प्रेरक के रूप में उपयोग किया जाता है May 19, 2016 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान भारत में जब भी साम्प्रदायिकता की बात चलती है तो उसका आशय हिन्दू मुस्लिम सम्बंधों में आपसी द्वेष से लिया जाता है। यदि साम्प्रदायिक समस्या के समाधान की भी बात की जाती है तो भी हिन्दू मुस्लिम विरोध को समाप्त करने का ही अर्थ लिया जाता है। असल में भारत में सम्प्रदाय का […] Read more » communal riots in Indian Politics Featured भारतीय राजनीति भारतीय राजनीति में साम्प्रदायिकता साम्प्रदायिकता
राजनीति विधानसभा चुनाव : कहीं समर्थन, कहीं विरोध March 17, 2016 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिंदुस्थानी भारतीय राजनीति में कब क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। समय की धारा के अनुसार भारतीय राजनीतिक दल किस प्रकार से रंग बदलते हैं, इसका प्रत्यक्ष अनुभव हम सभी ने पिछले विधानसभा के चुनावों में तो किया ही है। इसके अलावा आगामी माह में देश के पांच राज्यों में होने वाले […] Read more » Featured state elections in India vidhan sabha chunav in Indian politics कांशीराम को भारत रत्न भारतीय राजनीति विधानसभा चुनाव विरोध समर्थन
जन-जागरण जरूर पढ़ें यह लोकतंत्र नहीं, यह तो ‘शोकतंत्र’ है April 22, 2015 / April 22, 2015 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment -राकेश कुमार आर्य- लोकतंत्र को सभी शासन प्रणालियों में सर्वोत्तम शासन प्रणाली के रूप में दर्शित किया जाता है। वैसे लोकतंत्र का अर्थ लोक की लोक के द्वारा लोक के लिए अपनायी गयी शासन व्यवस्था है। जिसमें हमें अपने सर्वांगीण विकास के सभी अवसर उपलब्ध होते हैं। वेद ने ऐसी व्यवस्था को ‘स्वराज्यम्’ कहा है। […] Read more » Featured भारतीय राजनीति यह तो ‘शोकतंत्र’ है यह लोकतंत्र नहीं राजनीति लोकतंत्र शोकतंत्र