समाज दुनिया को बचाना है तो बच्चों को बचाइए March 27, 2018 by अनिल पांडेय | Leave a Comment अनिल पांडेय इक्कीसवीं सदी में विकास और आधुनिकता के तमाम दावों के बावजूद बच्चे सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं। जबकि दुनिया का भविष्य इन्हीं के कंधों पर है। बच्चों के लिए एक ऐसी दुनिया का निर्माण होना चाहिए जहां हर बच्चा आजादी के साथ एक गरिमापूर्ण जीवन जी सके। स्वतंत्र, सुरक्षित, स्वस्थ और शिक्षित होकर बच्चों […] Read more » 100 मिलियन फॉर 100 मिलियन child labour Featured save the children save the world कैलाश सत्यार्थी दुनिया को बचाना है बच्चों को बचाइए बाल हिंसा लॉरीअट्स एंड लीडर्स सम्मिट फॉर चिल्ड्रेन
समाज जोखिमभरा बचपन सभ्य समाज की त्रासदी March 22, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- इक्कीसवीं सदी का सफर करते हुए तमाम तरह के विकास के वायदें तब खोखले साबित हो रहे हैं जब हम अपने बचपन को उपेक्षित होते एवं कई तरह के खतरों से जूझते देखते हैं। निश्चित रूप से यह चिंताजनक है और हमारी विकास-नीतियों पर सवाल भी उठाती है। बड़ा सवाल तो तब खड़ा […] Read more » child labour Civil Society The Tragedy of Childhood जोखिमभरा बचपन सभ्य समाज की त्रासदी
समाज चर्चा से बाहर होते जा रहे बाल श्रमिक बच्चे November 13, 2017 by राजू पाण्डेय | Leave a Comment स्वतंत्रता के 70 वर्षों के बाद भी हम अपने बालक बालिकाओं के लिए ऐसा कुछ उल्लेखनीय कर पाने में विफल रहे हैं जिस पर गर्व किया जा सके। इंडियन लेबर आर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट बताती है कि देश में 1 करोड़ 30 लाख बाल श्रमिक हैं। इनमें से सत्तर प्रतिशत लड़कियाँ हैं। यह आंकड़े शर्मनाक और […] Read more » child labour child labourers going out of discussion Featured बाल श्रमिक
समाज देश में बालश्रम, केंद्र सरकार और हमारी मानसिकता September 26, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी आज के बच्चे कल के होनहार नागरिक हैं जोकि किसी भी देश को गढ़ने का कार्य करते हैं, इसलिए ही बच्चों को देश की अमूल्य निधि माना जाता है। इस दृष्टि से दुनिया के तमाम देश अपने भविष्य को लेकर बेहद संवेदनशील रहते हैं। फिर भी कुछ देश ऐसे भी हैं जो अपने […] Read more » child labour Child Labour in India Featured बाल श्रम राष्ट्रीय बाल श्रम परियोजना 1988
समाज बाल श्रम समाज के मुंह पर शर्मनाक थप्पड़ December 28, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment -अनिल अनूप माँ के आँचल तले संतुष्टि से सोना की चाहे दुनिया की कोई ताकत आए में महफूज़ हूँ. पर बाल श्रमिक के लिए शायद ये सब सोचना भी फ़िज़ूल हैं. भोपाल के रेल्वे प्लेटफॉर्म पर पॉपकार्न बेचने वाला विनोद अब यह भी नहीं जानता कि उसका घर कहां है ? विनोद अभी सात साल […] Read more » child labour बाल श्रम
बच्चों का पन्ना समाज बाल श्रम के कलंक से मुक्ति कब? January 6, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment स्निग्धा श्रीवास्तव मैं उसका नाम नहीं जानती। लेकिन अकसर अपने घर से मेट्रो तक आने-जाने के दौरान उसे सड़कों से पालीथिन, कागज, प्लास्टिक और लोहे के टुकड़ों को बीनते देखती हूं। अगर हम अपने आसपास नजर दौड़ाएं, तो रेस्टोरेंट, ढाबों, दुकानों और अन्य जगहों पर बच्चे काम करते हुए मिल जाएंगे। चौदह साल से कम […] Read more » child labour Featured when to end child labour बाल श्रम के कलंक से मुक्ति
समाज बाल श्रम प्रतिबंधित करना अच्छा कदम मगर इससे जुड़े दूसरे पक्ष का क्या..? August 30, 2012 / August 30, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment सिद्धार्थ शंकर गौतम अब किसी चाय के ठेले पर छोटू नहीं दिखेगा या कोई बच्चा आपकी गाड़ी की सफाई नहीं करेगा| दरअसल केंद्र सरकार ने चौदह साल से कम उम्र के बच्चों से काम करवाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध को हरी झंडी दे दी है। ऐसा करने वाले को अब अधिकतम तीन साल की […] Read more » child labour बाल श्रम बाल श्रम प्रतिबंधित करना