राजनीति दिल्ली को कहां लेकर जाएगी मुफ्त की राजनीति? August 7, 2019 / August 7, 2019 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment योगेश कुमार गोयल दिल्ली विधानसभा चुनाव से चंद माह पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जिस प्रकार मुफ्त बिजली तथा बिजली मीटरों के फिक्स चार्ज में भारी गिरावट करके एक बहुत बड़ा चुनावी दांव खेला है, उससे दिल्ली की सियासत में हड़कंप मचा है। दिल्ली के लाखों बिजली उपभोक्ताओं को तत्काल प्रभाव से राहत दिए जाने […] Read more » cm arvind kejriwal Delhi plotics
राजनीति दिल्ली से सीखे सब सरकारें August 5, 2019 / August 5, 2019 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने ऐसा एतिहासिक काम कर दिखाया है, जिसका अनुकरण भारत की सभी प्रांतीय सरकारों को तो करना ही चाहिए, हमारे पड़ौसी देशों की सरकारें भी उससे प्रेरणा ले सकती है। ‘आप’ पार्टी की इस सरकार ने दिल्लीवासियों के लिए 200 यूनिट प्रति माह की बिजली का बिल माफ […] Read more » Delhi governments learn something
प्रवक्ता न्यूज़ दिल्ली के राजनीति का शिखर थी शीला दीक्षित July 29, 2019 / July 29, 2019 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग – सबसे लंबे समय तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहने एवं दिल्ली को विश्व के आधुनिकतम शहरों की श्रृंखला में खड़ा करने की क्षमता देने के लिये शीला दीक्षित के योगदान दिल्ली के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित रहेंगे। उनका 81 वर्ष की उम्र में निधन न केवल राजनीतिक जगत की अपूरणीय […] Read more » Delhi shiela dixit
समाज क्या मुरारी बापू द्वारा हिन्दू विवाह संस्कार के विरुद्ध किया गया कृत्य निंदनीय हैं ?? November 29, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | 4 Comments on क्या मुरारी बापू द्वारा हिन्दू विवाह संस्कार के विरुद्ध किया गया कृत्य निंदनीय हैं ?? प्रिय मित्रों/पाठों/विद्वान बंधुओं, पता नहीं क्यों, किन्तु सत्य हें की पूज्य मुरारी बापू ने बनारस के शमशान में फेरे करवा कर शादी करवाए | कल को तो मृत शरीर को भी श्मशान मे क्यो घर पर ही वेदी मे ही मुखाग्नि दे देगे | जब चिता अग्नि मे विवाह संस्कार हो सकता है तो घर […] Read more » Delhi Featured Marriage at crematorium Morari bapu ncr मोरारी बापू राष्ट्र की संत परंपरा विवाह शमशान में फेरे
राजनीति कपिल मिश्रा और अरविन्द केजरीवाल की कलंक कथा May 9, 2017 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on कपिल मिश्रा और अरविन्द केजरीवाल की कलंक कथा आज केजरीवाल की कलंक कथा और कपिल के आरोप चर्चा का विषय हैं। केजरीवाल मौन हैं। हो सकता है कि वह सोच रहे हैं कि धीरे-धीरे सब शांत हो जाएगा। हम भी मानते हैं कि सब धीरे-धीरे शांत हो जाएगा, पर सत्यनिष्ठा पर जो प्रश्नचिन्ह एक बार लग जाता है वह तो चरित्र पर लगे एक दाग की भांति होता है, जिसे धोने वाली कोई साबुन आज तक नही बनी है। समाचार पत्रों को चार दिन बाद हो सकता है कि लिखने पढऩे के लिए फिर कोई 'केजरीवाल ' का 'पिता' मिल जाए या और कोई ऐसा धमाका हो जाए कि सारी मीडिया आप की सडांध मारती लाश को छोडक़र उधर को भाग ले पर दिल्ली की जनता के हृदय में तो इतनी देर में गांठ लग चुकी होगी, जिसे खोलना अब केजरीवाल के वश की बात नहीं होगी। यह जनता है जो सब जानती है-यह भूलती नही है-अपितु हृदय में लगे एक एक शूल को उठा उठाकर सुरक्षित रखती जाती है। समय आने पर सबका हिसाब किताब गिन गिनकर पूरा कर देती है। अत: केजरीवाल ध्यान रखें कि पर्दे के पीछे के उनके कुकृत्यों को जनता अपने पर्दे (हृदय) के पीछे ले गयी है और अब पर्दे का हिसाब 'पर्दे' में ही होगा।.....राज को राज रहने दो। Read more » 2 crore bribe kejriwal Alegation on Arvind Kejriwal Arvind Kejriwal Delhi Featured Kapil Mishra अरविन्द केजरीवाल की कलंक कथा कपिल के आरोप कपिल मिश्रा
विविधा दिल्ली को दिल नहीं मानोगे तो कैसे चलेगा ? February 5, 2016 by अतुल गौड़ | 1 Comment on दिल्ली को दिल नहीं मानोगे तो कैसे चलेगा ? दिल्ली की जो सूरत आज दिखाई दे रही है वह सूरत दिल्ली को दिलदार कहने लायक बिलकुल भी नहीं है और सवाल यही खड़ा होता है कि हम दिल्ली को अगर अपना दिल नहीं मानेगे तो कैसे चलेगा काम? दिल्ली यूं तो अपने आप में एक प्रदेश है, लेकिन महज इसे एक प्रदेश मानकर राजनीतिक […] Read more » Delhi Featured दिल्ली को दिल नहीं मानोगे तो कैसे चलेगा
जन-जागरण क्या दिल्ली एक दीर्घकालिक (सस्टेनेबल) शहर है? March 18, 2015 by डॉ. मुनीश रायजादा | Leave a Comment डॉ. मुनीश कुमार रायजादा जब हम दीर्घकालिक या स्थायी शहरों की बात करते हैं, तो हाल ही में जारी हुए एक सर्वे के नतीजे हमें दिल्ली पर चर्चा करने पर मजबूर कर देते हैं। हॉलैंड के एक समूह द्वारा हाल ही में जारी किये गये “आर्केडिस सस्टेनिबल सिटीज इन्डेक्स” में भारत की राजधानी दिल्ली शर्मनाक […] Read more » Delhi is Delhi a sustainable city? दिल्ली दिल्ली एक दीर्घकालिक (सस्टेनेबल) शहर
राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान October 31, 2011 / December 5, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे घोटाला पुरूष बने शरद पवार! कोई विकास पुरूष बनता है तो कोई युग पुरूष पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार तो घोटाला पुरूष की अघोषित संज्ञा पा गए हैं। इंटरनेट पर इन दिनों शरद पंवार के घोटालों की चर्चाएं जोरों पर हैं। शरद पंवार कांड के नाम से एक फोटो फेसबुक […] Read more » Delhi
राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान October 24, 2011 / December 5, 2011 by लिमटी खरे | 1 Comment on ये है दिल्ली मेरी जान लिमटी खरे शिंदे या मीरा हो सकती हैं मन की उत्तराधिकारी सियासी गलियारों में प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह की बिदाई की उल्टी गिनती आरंभ हो चुकी है। अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि सोनिया गांधी के लिए मनमोहन के स्थान पर कौन सा चेहरा मुफीद होगा। एक तीर से कई शिकार करने के आदी कांग्रेस […] Read more » Delhi दिल्ली मेरी जान
राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान October 4, 2011 / December 5, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे आवाणी की रथयात्रा को तलाश है फायनेंसर की भाजपा के पीएम इन वेटिंग की दौड़ से अपने आप को बाहर करने वाले एल.के.आड़वाणी की रथयात्रा होगी या नहीं अभी यह सुनिश्चित नहीं हो पा रहा है। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के बाद भी कुहासा छट नहीं सका है। आड़वाणी जुंडाली परेशान है। उनकी […] Read more » Delhi दिल्ली मेरी जान
राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान February 28, 2011 / December 15, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment भरी भीड़ में अकेले खड़े हैं मनमोहन कांग्रेस के अंदर अब यह चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि अब वक्त आ गया है और वजीरे आजम डाॅ.मनमोहन को सेवानिवृत्ति ले लेनी चाहिए। मतलब साफ है कि इस साल देश को नया प्रधानमंत्री तो अगले साल देश को नया महामहिम राष्ट्रपति मिलने वाला है। ईमानदार […] Read more » Delhi
राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान February 22, 2011 / December 15, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे ड्यूरेबल हैं गांधी परिवार के वादे! देश पर आधी सदी से ज्यादा राज करने वाली कांग्रेस में नेहरू गांधी परिवार की अपनी अहमियत है। इस परिवार के पंडित जवाहर लाल नेहरू, श्रीमति इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने लगभग चालीस साल देश पर शासन किया है। इनके बाद सत्ता की धुरी कहीं न […] Read more » Delhi