हिंदी दिवस हिंदी की फुल स्पीड…!! September 1, 2015 / September 1, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | 1 Comment on हिंदी की फुल स्पीड…!! तारकेश कुमार ओझा जब मैने होश संभाला तो देश में हिंदी – विरोध और समर्थन दोनों का मिला – जुला माहौल था। बड़ी संख्या में लोग हिंदी प्रेमी थे, जो लोगों से हिंदी अपनाने की अपील किया करते थे। वहीं दक्षिण भारत के राज्यों खास कर तामिलनाडु में इसके हिंसक विरोध की खबरें भी जब […] Read more » Featured हिंदी
राजनीति आतंक के मामले में पाक का एक और सबूत September 1, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment पाकिस्तान का आतंकी रूपी चेहरा एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने उजागर हो गया है। भारत की सीमा में घुसपैठ करने का प्रयास करते हुए एक और आतंकी भारत के सैन्य बल ने पकड़ लिया है। जिसने स्वयं इस बात को स्वीकार किया है कि वह पाकिस्तान का रहने वाला है। इसके बाद पाकिस्तान […] Read more » Featured
जन-जागरण समाज मृतक श्राद्ध विषयक भ्रान्तियां: विचार और समाधान September 1, 2015 / September 1, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment हिन्दू समाज आज कल अन्धविश्वासों का पर्याय बन गया है। श्राद्ध शब्द को पढ़कर धर्म-कर्म में रूचि न रखने वाला एक अल्प ज्ञानी सामान्य व्यक्ति भी समझता है कि श्राद्ध अवश्य ही श्रद्धा से सम्बन्ध रखता है। जिस प्रकार से देव से देवता शब्द बनता है उसी प्रकार से श्रद्धा से श्राद्ध बनता है। श्रद्धा […] Read more » Featured मृतक श्राद्ध
टॉप स्टोरी श्रमिक आन्दोलन के कारण गीता प्रेस बंद होने के कगार पर September 1, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” पुरातन भारतीय साहित्य के अध्येताओं के लिए गीता प्रेस गोरखपुर के परिचय की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि गीता प्रेस गोरखपुर अपनी भारतीय आध्यात्मिक ग्रन्थों के प्रकाशन के लिए विश्वविख्यात है। रामायण, पुराण, उपनिषद आदि ग्रन्थों के साथ ही अनेक दुलर्भ ग्रन्थों और प्राचीन भारत के ऋषियों -मुनियों की कथाओं के संरक्षक […] Read more » Featured
जन-जागरण जनसंख्या वृद्धि धर्म से नहीं अशिक्षा से जुड़ी समस्या September 1, 2015 / September 1, 2015 by तनवीर जाफरी | 3 Comments on जनसंख्या वृद्धि धर्म से नहीं अशिक्षा से जुड़ी समस्या तनवीर जाफ़री केंद्र सरकार द्वारा पिछले दिनों देश की जनगणना के धर्म आधारित आंकड़े जारी किए गए। यह आंकड़े पिछली यूपीए सरकार के पास मार्च 2014 में भी मौजूद थे परंतु उस समय यूपीए सरकार ने इन आंकड़ों को किन्हीं कारणों से जारी करना मुनासिब न समझा। परंतु निकट भविष्य में बिहार में होने वाले […] Read more » Featured
धर्म-अध्यात्म अंधविश्वासों का खण्डन समाज की उन्नति के लिए परम आवश्यक August 31, 2015 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on अंधविश्वासों का खण्डन समाज की उन्नति के लिए परम आवश्यक जिस प्रकार से मनुष्य शरीर में कुपथ्य के कारण समय-समय पर रोगादि हो जाया करते हैं, इसी प्रकार समाज में भी ज्ञान प्राप्ति की समुचित व्यवस्था न होने के कारण सामाजिक रोग मुख्यतः अन्धविश्वास, अपसंस्कृति एवं किंकर्तव्यविमूढ़ता आदि हो जाया करते हैं। अज्ञान, असत्य व अन्धविश्वास का पर्याय है। जहां अज्ञान होगा वहां अन्धविश्वास वर्षा […] Read more » Featured अंधविश्वासों का खण्डन
आर्थिकी क्या इस मंदी का अंदाजा है आपको August 31, 2015 by अंकुर विजयवर्गीय | 1 Comment on क्या इस मंदी का अंदाजा है आपको कुछ साल पीछे जाइये। 2007-08 की वैश्विक मंदी याद है न आपको। विश्व अर्थव्यवस्था अभी भी उससे पूरी तरह उभर नहीं पाई है। और अब उससे भी बड़ी वैश्विक मंदी की दस्तक पड़ने लगी है। आशंका है कि अक्टूबर 2015 में दुनिया की अर्थव्यवस्था के संकटग्रस्त होने की खबरें खुले आम हो जायेंगी। पूंजी का […] Read more » Featured मंदी का अंदाजा
समाज समग्र जनसंख्या नीति की जरूरत – प्रमोद भार्गव August 31, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment 2011 की जनसंख्या के धर्म आधारित आंकड़े आ गए हैं । आंकड़ों के मुताबिक हिंदुओं की आबादी सर्वाधिक 96.63 करोड़ है। बावजूद इसके यह पहला अवसर है जब उनकी जनसंख्या का प्रतिशत कुल आबादी में 80 प्रतिशत से कम हुआ है। 2001 की तुलना में उनकी वृद्धि दर भी 0.7 प्रतिशत घटी है। दूसरी तरफ […] Read more » Featured
राजनीति औचित्यहीन आरक्षण की मांग और सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देश August 31, 2015 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on औचित्यहीन आरक्षण की मांग और सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देश आखिरकार पटेल समुदाय भी आरक्षण की मांग को लेकर हिंसा,आगजनी और तोड़-फोड़ की उसी राह पर चल पड़ा,जिसकी मांग करते गुर्जर और जाट समुदाय के लोग चल रहे थे। पटेल जाति के युवा नेता हार्दिक पटेल ने तो एक बयान में साफ कर दिया कि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे गांधी और सरदार […] Read more » Featured औचित्यहीन आरक्षण की मांग सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देश
कहानी कहानी : दीदी मां August 31, 2015 / August 31, 2015 by विजय कुमार | 1 Comment on कहानी : दीदी मां जीवन में कई बार ऐसी जटिल समस्याएं सामने आकर खड़ी हो जाती हैं कि पूरे परिवार और खानदान की प्रतिष्ठा दांव पर लग जाती है। बुजुर्गों ने ‘जर, जोरू और जमीन’ को झगड़े की जड़ कहा है। जोरू अर्थात पत्नी या महिला के कारण तो राज्यों और साम्राज्यों में बड़े भीषण युद्ध हुए हैं, जबकि […] Read more » Featured
राजनीति महागठबंधन की स्वाभिमान रैली : “ रैली एक , मायने अनेक ” August 31, 2015 / August 31, 2015 by आलोक कुमार | Leave a Comment अगर जुटी हुई ‘भीड़’ चुनावी नतीजों के आक्लन का पैमाना है तो कल दिनांक ३०.०८.२०१५ को पटना में महागठबंधन(राजद –काँग्रेस – जदयू ) के द्वारा आयोजित स्वाभिमान रैली की भीड़ आसन्न विधानसभा चुनावों के संदर्भ में एनडीए ,विशेषकर भाजपा , के लिए कुछ अच्छे संकेत देती हुई नहीं दिखती है l संख्या के लिहाज से देखा जाए तो गाँधी मैदान के अंदर […] Read more » Featured महागठबंधन की स्वाभिमान रैली रैली
धर्म-अध्यात्म सच्चे तीर्थ माता-पिता-आचार्य व आप्त विद्वानों के सदुपदेश आदि हैं। August 31, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment आजकल कुछ स्थानों अथवा नदी व सरोवरों को तीर्थ कहा जाता है। किसी से कोई पूछे कि इन तीर्थ स्थानों से इतर देश के अन्य सभी स्थान सच्चे तीर्थ क्यों नहीं है, तो इसका उत्तर शायद कोई नहीं दे सकेगा। तीर्थ शब्द संस्कृत भाषा का है और इसका प्रयोग वेद व वैदिक साहित्य […] Read more » Featured