जरूर पढ़ें टॉप स्टोरी ऐतिहासिक उपलब्धि से भरा मोदी का बांग्लादेश दौरा June 8, 2015 / June 8, 2015 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment -सिद्धार्थ शंकर गौतम- २६ मई २०१४ को जब नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी तो सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों को शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित कर उन्होंने अपनी विदेश नीति और पड़ोसी देशों के साथ अपने आगामी संबंधों का खाका खींच लिया था। हालांकि एक वर्ष में २० राष्ट्रों की यात्रा ने […] Read more » Featured ऐतिहासिक उपलब्धि ऐतिहासिक उपलब्धि से भरा मोदी का बांग्लादेश दौरा नरेंद्र मोदी बांग्लादेश दौरा शेख हसीना
परिचर्चा इस्लाम में नैतिक मान्यताओं की अवधारणा June 8, 2015 / June 8, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment -शैलेन्द्र चौहान- मानवीय नैतिकताएं वास्तव में ऐसी सर्वमान्य अवधारणाएँ हैं जिन्हें सभी लोग जानते हैं और सदियों से मानते चले आ रहे हैं। अच्छाई और बुराई रहस्यमय वस्तुएं नहीं हैं कि उन्हें कहीं से ढूँढ़कर निकालने की आवश्यकता हो। वे तो मनुष्य मात्र की चिरपरिचित चीज़ें हैं जिनकी चेतना मानव प्रकृति में पूर्णरूपेण समाहित कर […] Read more » Featured इस्लाम इस्लाम में नैतिक मान्यताओं की अवधारणा मुस्लिम
परिचर्चा मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना June 8, 2015 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment -तनवीर जाफरी- ‘नरेंद्र मोदी सरकार के एक वर्ष के शासनकाल में देश का अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय भय, आतंक, उपेक्षा तथा भेदभाव के वातावरण में रह रहा है’ -देश के अनेक राजनैतिक व सामाजिक विश्लेषकों के उक्त कथन को एक बार फिर उस समय बल मिला जबकि पिछले दिनों मुंबई के एक प्रतिष्ठित हीरा उद्योग से जुड़ा यह […] Read more » Featured एनडीए सरकार मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना मोदी सरकार
विश्ववार्ता वेनेजुएला के खिलाफ अमेरिकी फरमान June 8, 2015 / June 8, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment -शैलेन्द्र चौहान – मानवाधिकारों की आड़ में प्रभुतासम्पन्न देशों को युद्ध थोपकर उन्हें तबाह करने का अमरीका का इतिहास जघन्य बर्बरता और अनेक सोची समझी क्रूर हरकतों से भरा पड़ा है। एशियाई अफ्रीकी और लातिनी अमरीकी देश उसके आसान शिकार होते हैं। वह उन्हें लगातार अपमानित करता रहा है। जापान, वियतनाम, ईरान, ईराक, अफगानिस्तान, सीरिया, लीबिया आदि […] Read more » Featured अमेरिका मानवाधिकार वेनेजुएला वेनेजुएला के खिलाफ अमेरिकी फरमान
महत्वपूर्ण लेख आदिवासी समाज के क्रन्तिकारी नायक और समाज सुधारक June 8, 2015 / June 8, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment -शैलेन्द्र चौहान- -बिरसा मुंडा (15 नवम्बर 1875 – 9 जून 1900)- भारत के इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे आदिवासी नायक हैं जिन्होंने झारखंड में अपने क्रांतिकारी विचारों से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया। अंग्रेजों द्वारा थोपे गए काले कानूनों को चुनौती देकर […] Read more » Featured आदिवासी समाज के क्रन्तिकारी नायक और समाज सुधारक बिरसा मुंडा
कविता मां June 8, 2015 by विजय कुमार सप्पाती | Leave a Comment -विजय कुमार सप्पाती- “माँ / तलाश” माँ को मुझे कभी तलाशना नहीं पड़ा; वो हमेशा ही मेरे पास थी और है अब भी .. ! लेकिन अपने गाँव/छोटे शहर की गलियों में , मैं अक्सर छुप जाया करता था ; और माँ ही हमेशा मुझे ढूंढ़ती थी ..! और मैं छुपता भी इसलिए था […] Read more » Featured कविता मां मां कविता मां पर कविता
सिनेमा फिल्म समीक्षा: दिल धड़कने दो June 8, 2015 / June 8, 2015 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment -सिद्धार्थ शंकर गौतम- -बड़ी नाव पर लदा बेकार सामान- कलाकार: प्रियंका चोपड़ा, रणवीर सिंह, अनुष्का शर्मा, फरहान अख्तर, अनिल कपूर, शेफाली शाह, राहुल बोस, रिदिमा सूद, परमीत सेठी, जरीना वहाब, विक्रम मैसी, मनोज पाहवा निर्देशन: जोया अख्तर निर्माता: फरहान अख्तर, रितेश सिधवानी संवाद: फरहान अख्तर संगीत: शंकर-एहसान-लॉय कहानी-पटकथा: रीमा कागती, जोया अख्तर गीत: जावेद अख्तर रेटिंग: ३ स्टार युवा निर्देशक जोया अख्तर […] Read more » Featured अनिल कपूर अनुष्का शर्मा जरीना वहाब परमीत सेठी प्रियंका चोपड़ा फरहान अख्तर फिल्म समीक्षा: दिल धड़कने दो मनोज पाहवा रणवीर सिंह राहुल बोस रिदिमा सूद विक्रम मैसी शेफाली शाह
कविता सबसे खूबसूरत हो तुम June 8, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -मनीष सिंह- बाहर से जितनी मासूम , मन से भी उतनी खूबसूरत हो तुम , एक कलाकार की पूरी मेहनत से तराशी गयी जैसे मूरत हो तुम। एक कवि की सबसे प्यारी कल्पना , चित्रकार की सबसे बड़ी रचना , कभी सबसे अच्छा ख़्वाब और कभी सबसे प्यारी हकीकत हो तुम। जैसे खिलता […] Read more » Featured कविता सबसे खूबसूरत हो तुम
साहित्य भाषा और समाज June 6, 2015 / June 6, 2015 by गंगानन्द झा | 1 Comment on भाषा और समाज -गंगानंद झा- बात सन् 1989 की है, ‘बाबरी मस्जिद-राम मन्दिर’ का हंगामा चल रहा था, तभी कुछ दोस्तों ने शहर की दीवालों पर जगह-जगह चिपके बहुत सारे पोस्टर्स की ओर ध्यान दिलाया । ये पोस्टर्स उर्दू में थे, इनके मज़मून के बारे में कहा जा रहा था कि मुसलमानों को बाबरी मस्जिद के नाम पर […] Read more » Featured उर्दू देश भाषा भाषा और समाज समाज हिन्दी
कला-संस्कृति खोने लगे हैं मूल्य और संस्कार June 6, 2015 by डॉ. दीपक आचार्य | 1 Comment on खोने लगे हैं मूल्य और संस्कार -डॉ. दीपक आचार्य- जब तक मूल्यों का दबदबा था तब तक सभी प्रकार की अच्छाइयों का मूल्य था। जब से मूल्यहीनता का दौर आरंभ हुआ है सभी प्रकार के मूल्यों में गिरावट आयी है। मूल्यों में जब एक बार गिरावट आ जाती है तब यकायक इसका पारा ऊपर नहीं चढ़ पाता। यह कोई सेंसेक्स […] Read more » Featured खोने लगे हैं मूल्य और संस्कार जिंदगी जीवन संस्कार
पर्यावरण पर्यावरण संरक्षणः चिन्ता नहीं चिंतन करें June 5, 2015 / June 5, 2015 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment -डॉ. दीपक आचार्य- आज विश्व पर्यावरण दिवस पर सभी स्थानों पर पर्यावरण के संरक्षण-संवर्धन की धूम है। कार्यक्रमों के आयोजन से लेकर भाषणों तक में पर्यावरण ही पर्यावरण के लिए चिन्ता जाहिर की जा रही है। खूब सारे लोग बरसों से पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन की रट लगाए हुए हैं, आतिथ्य पाकर सम्मान, अभिनंदन और […] Read more » Featured पर्यावरण पर्यावरण संरक्षणः चिन्ता नहीं चिंतन करें
परिचर्चा विविधा संघ शिक्षा वर्गः एक अनूठा व पावन संदर्भ June 5, 2015 / June 5, 2015 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment -प्रवीण गुगनानी- ग्रीष्म की छुट्टियों में जब कि सामान्यतः लोग किसी पहाड़, पठार या ठंडे स्थान पर जाकर आराम करना पसंद करते हैं, तब देश का एक बड़ा वर्ग अपनी स्वरुचि से संघ के अभ्यास वर्गों में जाकर कड़ा श्रम करता है और अपना स्वेद बहाता है. किसी गुरुकूल के विद्यार्थी की भांति, यहां व्यक्ति, […] Read more » Featured आरएसएस राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ संघ शिक्षा वर्गः एक अनूठा व पावन संदर्भ