कविता अगर 19 का चुनाव जीतना है प्रिये ! April 9, 2018 / April 9, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment तुम चली आ आना मेरे पास प्रिये भले ही दुश्मनी रही हो कभी हमारी पार्टी के दर खुले है हमेशा तुम्हारे लिए भले ही साईकिल में पंचर हो जाये प्रिये ! पक्का पंचर लगवा दूंगा, सुनो तो प्रिये ! गददी पर बैठा कर संसद ले जाऊँगा तुझे ये साईकिल तुम्हारी है तुम्हारी रहेगी प्रिये ! […] Read more » Featured गठबंधन पंक्चर प्रधानमंत्री मोदी साईकिल हाथी
राजनीति भूख का इतिहास – भूगोल … !! April 9, 2018 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा क्या पता जब न्यूज चैनल नहीं थे तब हमारे सेलिब्रिटीज जेल जाते थे या नहीं… लेकिन हाल – फिलहाल उनसे जुड़ी तमाम अपडेट सूचनाएं लगातार मिलती रहती है। जब भी कोई सेलेब्रिटीज जेल जाता है तो मेरी निगाह उस पहले समाचार पर टिक जाती है जिसमें बताया जाता है कि फलां अब […] Read more » Featured अन्ना हजारे तामिलनाडू भूख हड़ताल भ्रष्टाचार राजनेताओं सेलिब्रिटीज
समाज साहित्य साहित्य समाज का दर्पण है April 9, 2018 by आर के रस्तोगी | 2 Comments on साहित्य समाज का दर्पण है आर के रस्तोगी “साहित्य समाज का दर्पण है” वो कैसे ?जिस तरह से आप दर्पण या शीशे (Miror) में अपने आप को देखते हो या निहारते हो तो आप उसी तरह से दिखाई देते हो जैसे आप हो| ठीक उसी तरह से साहित्य भी ऐसे देखने को मिलेगा जैसा समाज है क्योकि कोई लेखक या […] Read more » "कफ़न" "निर्मला" "मंगल सूत्र" Featured इतिहास गोदान दर्पण समाज साहित्य
लेख गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-86 April 9, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   गीता का सत्रहवां अध्याय मनुष्य के पतन का कारण कामवासना होती है। बड़े-बड़े सन्त महात्मा और सम्राटों का आत्मिक पतन इसी कामवासना के कारण हो गया। जिसने काम को जीत लिया वह ‘जगजीत’ हो जाता है। सारा जग उसके चरणों में आ जाता है। ऐसे उदाहरण भी हमारे इतिहास में […] Read more » Featured geeta karmayoga of geeta आज का विश्व गीता गीता का कर्मयोग गीता का सत्रहवां अध्याय
लेख साहित्य गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-85 April 9, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   गीता का सोलहवां अध्याय काम, क्रोध और लोभ इन तीनों को गीता नरक के द्वार रहती है। आज के संसार को गीता से यह शिक्षा लेनी चाहिए कि वह जिन तीन विकारों (काम, क्रोध और लोभ) में जल रहा है-इनसे शीघ्र मुक्ति पाएगा। आज के संससार में गीता से दूरी […] Read more » Featured karmayoga of geeta आज का विश्व गीता गीता का कर्मयोग गीता का सोलहवां अध्याय
समाज नशे से पतन की ओर बढ़ता देश और समाज April 9, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य इस संसार की सबसे श्रेष्ठ कृति है जिसे सर्वोत्कृष्ट, ज्ञानवान, पवित्र व धार्मिक स्वभाव वाले परमेश्वर ने अपने सर्वज्ञ व परमोत्कृष्ट ज्ञान से बनाया है। मनुष्य को परमात्मा ने क्यों बनाया? इस प्रश्न का उत्तर हमें वेद और ऋषियों द्वारा वेदों के व्याख्यान रूप में लिखे गये शास्त्रों व ग्रन्थों से […] Read more » Alcoholism decline due to alcoholism Featured नशे से पतन
राजनीति सनातन जीवन पद्धति औऱ कांग्रेस का थिंकटैंक April 7, 2018 by डॉ अजय खेमरिया | Leave a Comment डॉ अजय खेमरिया कभी नाज था जिस पर कहाँ गया वो चिंतन समूह ?। अच्छा ही हुआ कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एलानिया अंदाज में लिंगायत समुदाय को अलग धर्म का दर्जा देने की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया,उन्होंने लिंगायतों औऱ हिन्दू धर्म के विभाजन से जोड़कर इसे काँग्रेस का खतरनाक खेल […] Read more » Featured politics of vote अलग धर्म का दर्जा कांग्रेस का थिंकटैंक लिंगायत समुदाय लिंगायत समुदाय को अलग धर्म का दर्जा वोट की राजनीति सनातन जीवन पद्धति
धर्म-अध्यात्म महर्षि दयानन्द का जीवनोत्थान करने वाला एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ व्यवहारभानुः April 7, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य महर्षि दयानन्द जी समग्र क्रान्ति के प्रणेता थे। वह अद्वितीय समाज सुधारक हुए हैं जिनका प्रभाव न केवल भारत में ही हुआ अपितु संसार के सभी मत-पन्थों व उनके धर्म के ग्रन्थों पर भी हुआ। एक उदाहरण यह है कि ‘रामचरितमानस’ में एक वाक्य मिलता था ‘ढोल गंवार शूद्र पशु नारी, ये […] Read more » Featured व्यवहारभानुः
राजनीति भाजपा – 02 से 282 तक का सफ़र April 7, 2018 by अब्दुल रशीद | 1 Comment on भाजपा – 02 से 282 तक का सफ़र अब्दुल रशीद 6 अप्रैल 1980 को बीजेपी की स्थापना हुई थी। अर्थात भारतीय जनता पार्टी की आयु आज 38 साल की हो गई। 38 साल का युवा राजनैतिक पार्टी भाजपा आज अपने कामयाबी के चरम पर है और नेतृत्व चमत्कारी नेता नरेंद्र मोदी ने पूरी शिद्दत से सम्भाल रखा है।यह भी सच है के जन […] Read more » Featured journey of bjp भाजपा
विविधा बदकिस्मती से आज भी प्रासंगिक है चंपारण सत्याग्रह April 7, 2018 by राजू पाण्डेय | Leave a Comment यह हमारा दुर्भाग्य है कि चंपारण सत्याग्रह एक शताब्दी बाद भी अपनी प्रत्येक वर्षगाँठ पर पहले से अधिक प्रासंगिक होता जा रहा है। चंपारण सत्याग्रह नील की खेती करने वाले किसानों के अधिकारों के लिए संगठित संघर्ष के रूप में विख्यात है। इसके एक सदी बाद भी देश का किसान आज बदहाल है। 2010-11 के […] Read more » Champaran satyagraha Featured चंपारण सत्याग्रह
लेख गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-84 April 7, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   गीता का सोलहवां अध्याय श्रीकृष्णजी की यह सोच वर्तमान विश्व के लिए हजारों वर्ष पूर्व की गयी उनकी भविष्यवाणी कही जा सकती है जो कि आज अक्षरश: चरितार्थ हो रही है। स्वार्थपूर्ण मनोवृत्ति के लोगों ने जगत के शत्रु बनकर इसके सारे सम्बन्धों को ही विनाशकारी और विषयुक्त बना दिया […] Read more » Featured geeta karmayoga of geeta आज का विश्व गीता गीता का कर्मयोग गीता का सोलहवां अध्याय
लेख साहित्य गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-83 April 7, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   गीता का सोलहवां अध्याय माना कि अर्जुन तू और तेरे अन्य चार भाई दुर्योधन और उसके भाइयों के रक्त के प्यासे नहीं हो, पर तुम्हारा यह कत्र्तव्य है कि संसार में ‘दैवीय सम्पद’ लोगों की सुरक्षा की जाए और ‘आसुरी सम्पद’ लोगों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए उनके […] Read more » Featured geeta karmayoga of geeta आज का विश्व गीता गीता का कर्मयोग गीता का सोलहवां अध्याय