राजनीति अंतिमजन के हितचिंतक पंडित दीनदयाल February 12, 2018 by मनोज कुमार | Leave a Comment -मनोज कुमार एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय सही अर्थों में अंतिमजन के हितचिंतक थे. उनका मानना था कि न्याय और समाजवाद तभी सार्थक हो सकता है जब अंतिम छोर पर बैठे आम आदमी को उसका बुनियादी अधिकार मिल सके. वे अंतिमजन को सुपात्र मानते थे और कहते थे कि उनके हिस्से की रोटी, […] Read more » deendayal Featured pandit deen dayal पंडित दीनदयाल
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द ने आर्यसमाज की स्थापना क्यों की? February 12, 2018 / February 12, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य आर्यसमाज एक सामाजिक एवं धार्मिक आन्दोलन है। यह वैदिक सिद्धान्तों से देश की राजनीति को भी दिशा देने में समर्थ है। वेद, मनुस्मृति, रामायण एवं महाभारत आदि ग्रन्थों में राजा के कर्तव्यों सहित एवं समाज एवं देश की सुव्यवस्था संबंधी वैदिक विधानों की भी चर्चा है। आर्यसमाज की सभी गतिविधियों का मुख्य […] Read more » Arya Samaj Featured Rishi Dayanand Why did Rishi Dayanand establish Arya Samaj आर्यसमाज की स्थापना ऋषि दयानन्द
महिला-जगत विविधा मातृत्व स्वास्थ्य का लक्ष्य और चुनौतियां February 12, 2018 by उपासना बेहार | Leave a Comment उपासना बेहार न्यूयार्क में 24 सितम्बर 2015 को 193 देशों के नेताओं की बैठक हुई जिसे यू. एन. सस्टेनेबल डेवलपमेंट समिट कहा गया। समिट में 2030 तक के लिए एजेंडा तय किया गया है. ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल (सतत विकास लक्ष्य) में 17 मुख्य विकास लक्ष्यों तथा 169 सहायकलक्ष्यों को निर्धारित किया गया है. जो P5 (People, Planet, Peace, Prosperous और Partnership पर जोर देता है, इसे ग्लोबल गोल भी कहा जाता है। इसे “हमारी दुनिया का रूपांतरण : सतत विकास के लिए 2030 का एजेंडा” (Transforming Our World : The 2030 Agenda for Sustainable Development) नाम दिया गया है, जिसका आधार सहस्त्राब्दी विकास लक्ष्य(Millinum Development Goal) है और इसकी समयसीमा 2015-30 तक है। सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल के 17 गोल में से गोल 3 का उद्देश्य सभी आयु के लोगों में स्वास्थ्य सुरक्षा और स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देना है जिसमें मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना प्रमुख लक्ष्य हैं। दुनिया के परिदृश्य में मातृत्व स्वास्थ्य वर्तमान में पूरी दुनिया के परिदृश्य में मातृत्व स्वास्थ्य की स्थिति को देखें तो मातृ मृत्यु दर में 45 प्रतिशत की कमी आई है.। साऊथ एशिया में मातृ मृत्यु दर 1990 से 2013 में 64 प्रतिशत कम हुआ है। इसी दौरान सब सहारन अफ्रीका में मातृ मृत्यु दर 49 प्रतिशत कम हुआहै। नार्थ अफ्रीका में गर्भवती महिला का प्रसव पूर्व जाँच (कम से कम 4 बार) जहाँ 1990 में 50 प्रतिशत था वो 2014 तक 89 प्रतिशत हुआ है। गर्भनिरोधक का उपयोग पूरी दुनिया में बढ़ा है और 2014 में 64 प्रतिशत महिलायें इसका उपयोग कर रही हैं. भारत में मातृत्व स्वास्थ्य 2015 में आई सयुंक्त राष्ट्र एजेंसी और वर्ल्ड बैंक की सांझा रिपोर्ट के अनुसार देश में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से होने वाली गर्भवती महिलाओं की मृत्यु 1 लाख 36 हजार है। रिपोर्ट के अनुसार देश में 20 प्रतिशत महिलाओं की मृत्यु खून की कमी से और 10 प्रतिशत मौतेंगर्भपात से सम्बंधित जटिलताओं के कारण होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी आकंड़ों के अनुसार भारत में 1 घंटे में 5 महिलाओं की मौत हो जाती है इसका सबसे बड़ा कारण प्रसव के बाद रक्तस्राव और इस पर नियत्रंण न होना है. ग्लोबल न्यूट्रीशन रिपोर्ट, 2017 (जीएनआर) की रिपोर्ट के अनुसार एनीमिया से जूझ रही महिलाओं की लिस्ट में भारत सबसे ऊपर है। प्रजनन उम्र में पहुंचने वाली महिलाओं में से आधी से ज्यादा महिलाओं में (51 प्रतिशत) खून की कमी (एनीमिया) है। ऐसी महिलाएं जबगर्भवती होती हैं, तब जच्चा-बच्चा दोनों के लिए खतरनाक होता है. वही प्रिंस्टन विश्वविद्यालय के रुडो विल्सन स्कूल ऑफ पब्लिक एंड इंटरनेशनल अफेयर्स के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया कि भारतीय महिलाएं जब गर्भवती होती हैं तो उनमें से 40 फीसदी से अधिक गर्भवती महिलाऐं सामान्य से कम वजन (औसतन 7 कि.ग्रा.) कीहोती हैं, जो गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ-साथ मां के स्वास्थ्य के लिए भी खतरा होता है। इसी प्रकार यूनिसेफ की रिर्पोट ‘एंडिंग चाइल्ड मैरिज-प्रोग्रेस एंड प्रोस्पेक्ट 2014’ के अनुसार दुनिया की हर तीसरी बालिका वधू भारत में है। बाल विवाह के कारण बच्चियां कम उम्र में गर्भवती हो जाती हैं जिससे उनकी मृत्यु, गर्भपात में वृद्धि, कुपोषित बच्चों का जन्म, मातामें कुपोषण, खून की कमी होना, शिशु मृत्यु दर, माता में प्रजनन मार्ग संक्रमण यौन संचारित बीमारिया बढ़ती हैं। स्वास्थ सुविधाओं की कमी देश में शहरों की तुलना में गावों में स्वास्थ सुविधाएं अच्छी नही है। 2011 के ग्रामीण स्वास्थ्य आंकड़ों को देखें तो गावों में 88 फीसदी विशेषज्ञ डाक्टरों तथा 53 फीसदी नर्सों की कमी है। शहरों में 6 डाक्टर प्रति दस हजार जनसंख्या में हैं वही ग्रामीण में यह 3 डाक्टर प्रतिदस हजार जनसंख्या में है। संस्थागत डिलेवरी की स्थिति देखें तो एन.एफ.एच.एस.-4 के अनुसार 78.9 गर्भवती महिलाओं की संस्थागत डिलेवरी हुई है। […] Read more » Featured Goals and Challenges of maternal health Maternal Health जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम जननी सुरक्षा योजना प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना मातृत्व स्वास्थ्य
धर्म-अध्यात्म सत्संग का उत्तम साधन वेद, सत्यार्थप्रकाश आदि का स्वाध्याय February 10, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य को अपने जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए सत्संग की आवश्यकता होती है। सत्संग का अभिप्राय है कि हम जीवन को सुख, समृद्धि व सफलता आदि प्राप्त करने के लिए सत्य को जानें। यदि हमें सत्य का ज्ञान नहीं होगा तो हम सही निर्णय नहीं ले सकेंगे। हो […] Read more » Featured knowledge of Vedas Satyartha Prakash The best means of satsang वेद सत्यार्थप्रकाश सत्संग का उत्तम साधन
विविधा भारत के पुनरुत्थान की सुबुगाहट का आख्यान February 10, 2018 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला खबर है कि आगामी अप्रेल महीने में महाकाल की नगरी उज्जैन में एक ऐसा अद्भूत कार्यक्रम सम्पन्न होने जा रहा है, जिससे देश-दुनिया के लोग पृथवी के सर्वाधिक पुरातन-सनातन राष्ट्र ‘भारतवर्ष’ को ‘परम वैभव’ का अभीष्ट सिद्ध करने के निमित्त भारतीय पैरों पर पुनः खडा हो उठने का बौद्धिक उद्यम करते देख सकेंगे […] Read more » Featured India India's Resurrection Saga Sublimation of India's Resurrection Saga भारत भारत के पुनरुत्थान भारत के पुनरुत्थान की सुबुगाहट
विविधा शिव हैं निर्माण एवं नव-जीवन के प्रेरक February 10, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment महाशिवरात्रि- 13 फरवरी 2018 पर विशेष -ः ललित गर्ग:- भगवान शिव आदिदेव है, देवों के देव है, महादेव हैं। सभी देवताओं में वे सर्वोच्च हैं , महानतम हैं , दुःखों को हरने वाले हैं । वे कल्याणकारी हंै तो संहारकर्ता भी हैं। प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुण मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है, जो शिवत्व का जन्म […] Read more » Creation Featured new life.शिव हैं निर्माण Shiva is the inspiration Shiva is the inspiration for creation and new life शिव शिव हैं नव-जीवन के प्रेरक
शख्सियत समाज महर्षि दयानन्द ! तुझे प्रणाम, कोटिश: नमन February 10, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज की 194वीं जयन्ती महर्षि दयानन्द के व्यक्तित्व को किसी एक आलेख में आबद्घ किया जाना सर्वथा असम्भव है। जो व्यक्ति सम्पूर्ण क्रान्ति का अग्रदूत बनकर अपने देश में आया और सम्पूर्ण मानवता के उद्घार व कल्याण का मार्ग अज्ञानान्धकार में भटकते विश्व समुदाय को देकर […] Read more » 'स्वराज्य' के उपासक महर्षि दयानन्द Featured आध्यात्मिक विभूति महर्षि दयानन्द दयानन्द महर्षि दयानन्द महर्षि दयानन्द सरस्वती संस्कृति रक्षक महर्षि दयानन्द सामाजिक क्रान्ति के अग्रदूत महर्षि
विविधा मेरी नदी यात्रा February 10, 2018 by अरुण तिवारी | Leave a Comment मेेरी जङें, उत्तर प्रदेश के जिला-अमेठी के एक गांव में हैं। मेरे गांव के दक्षिण से घूमकर उत्तर में फिर दर्शन देने वाली मालती नाम की नदी बहती है। जब भी गांव जाता हूं, इससे मुलाकात होती ही है। बचपन से हो रही है। दिल्ली में पैदा हुआ। पांचवीं के बाद सिविल लाइन्स में आई पी काॅलेज के […] Read more » Featured नदी यात्रा
राजनीति मालदीव में यामीन पर सख्त कार्रवाई करे भारत February 10, 2018 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन किसी की नहीं सुन रहे हैं। उनसे संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा और श्रीलंका ने अनुरोध किया है कि वे अपने संविधान और सर्वोच्च न्यायालय का सम्मान करें। मालदीव के सबसे बड़े पड़ोसी और शुभेच्छु राष्ट्र भारत के अनुरोध को वे ठुकरा चुके हैं। मालदीव […] Read more » Featured India India to take tough action India to take tough action on Yemen in Maldives Maldives Yemen भारत मालदीव मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन यामीन
विविधा अब निर्माणाधीन फिल्म रानी लक्ष्मीबाई पर विवाद February 8, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भ: झांसी की रानी लक्ष्मी बाई पर निर्माणाधीन फिल्म ‘मणिकर्णिका-द क्वीन आॅफ झांसी‘ पर विवाद- प्रमोद भार्गव अभी पदमावती बनाम ‘पद्मावत‘ फिल्म पर चला विवाद पूरी तरह खत्म भी नहीं हुआ है कि देश के 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की नायिका रहीं झांसी की रानी लक्ष्मीबाई पर निर्माणाधीन फिल्म ‘मणिकर्णिका- द क्वीन आॅफ झांसी‘ […] Read more » ‘मणिकर्णिका-द क्वीन आॅफ झांसी‘ Featured झांसी की रानी निर्माणाधीन फिल्म मणिकर्णिका लक्ष्मी बाई
राजनीति संसद में तकरार नहीं, संवाद होना चाहिए : मोदी February 8, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग:- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक राष्ट्रीय यौद्धा का आक्रामक स्वरूप राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापन पर संसद में हुई चर्चा के दौरान देखने को मिला। अक्सर उनके इस तरह के आक्रामक एवं जोशीले स्वर चुनावी सभाओं में होने वाले भाषणों में सुनते और देखते मिलते रहे हैं, पहली बार उनका संसद के […] Read more » Featured pm modi प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा
राजनीति मैडम महबूबा ! राजनीति नहीँ कश्मीर की सोचिए February 8, 2018 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल राजनीति क्यों और किसके लिए होनी चाहिए। उसका उद्देश्य क्या होना चाहिए । राजनीति में नीति के साथ उसका धर्म और समावेशी सामाजिक विकास के साथ राष्ट्रीयहित शामिल होना चाहिए। लेकिन आज़ की राजनीति वैचारिक अकाल से जूझ रही है । उसकी सार्वभौमिकता सिकुड़ गई है । दृष्टिकोण सामरिक होने के बजाय दल, जाति […] Read more » Featured कश्मीर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती महबूबा महबूबा मुफ़्ती मैडम महबूबा राजनीति