विविधा भ्रष्टाचार, मंहगाई और व्यवस्था के खिलाफ विद्रोह का आगाज February 25, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on भ्रष्टाचार, मंहगाई और व्यवस्था के खिलाफ विद्रोह का आगाज गोपाल प्रसाद हमारे देश की सबसे बड़ी समस्या भ्रष्टाचार और मंहगाई है परन्तु इसके समाधान हेतु व्यवस्था परिवर्तन के जंग का आगाज़ करना होगा . दुःख की बात यह है कि इस क्रांति के लिए जनचेतना का अभाव है. सोनिया गाँधी ने भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए बड़े- बड़े वायदे किए, परन्तु वे वायदे […] Read more » Inflation भ्रष्टाचार महंगाई
विविधा पेट्रोल की बात पर बेबात उछलते लोग January 19, 2011 / December 16, 2011 by अनिल त्यागी | 3 Comments on पेट्रोल की बात पर बेबात उछलते लोग अनिल त्यागी खाद्य वस्तुओं की मंहगाई की मारा-मारी में पेट्रोल की कीमत बढ गई। आम लोगों को कोई नुकसान फायदा हो न हो विपक्षी दलों के प्रवक्ताओं को अपने चेहरे चमकाने का मौका सरकार ने दे ही दिया, सरकार सिर्फ कीमतें बढाती है तो क्यों उसके कारण जनता को समझाने का कोशिश नहीं करती। या […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा व्यंग्य/महंगाई डायन के नाम एक खुला खत January 16, 2011 / December 16, 2011 by गिरीश पंकज | 1 Comment on व्यंग्य/महंगाई डायन के नाम एक खुला खत गिरीश पंकज जन-जन जिसके नाम से खौफ खाता है। जिसका नाम सुनते ही भयंकर ठंडी में भी पसीना आ जाता है, ऐसी हे महंगाई डायन, तुमको तो दूर से ही प्रणाम। हमने सुना है, कि डायन कम से कम एक घर तो छोड़ ही देती है। तुमसे करबद्ध प्रार्थना है कि तुम इस देश को […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा महंगाई की सुनामी में फंसा देश January 16, 2011 / December 16, 2011 by सतीश सिंह | Leave a Comment सतीश सिंह पिछले साल के 25 दिसम्बर को मंहगाई साल के उच्चतम स्तर 18.32 फीसदी तक पहुँच गई थी। ‘करैला और नीमचढ़ा’ वाले कहावत को चरितार्थ करते हुए सरकारी तेल कंपनियों ने कच्चे तेल की कीमत में इजाफा होने का बहाना करते हुए नए साल के पहले महीने में फिर से पेट्रोल की कीमत में […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा महंगाई की मार January 15, 2011 / December 16, 2011 by अनिल त्यागी | Leave a Comment अनिल त्यागी महंगाई का शोर चीख पुकार में बदलने को है, पता नहीं किस दिन जनता मंहगाई के भूत से लड़ने के लिये अराजकता का रास्ता अपना ले, लेकिन इन सबसे बेफिकर केन्द्र की राजसत्ता विफल बैठकों के आयोजन भर कर रही है। विपक्ष सहयोग के स्थान पर सरकार की खिल्ली उड़ाने की मुद्रा में […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा हक़ीक़त और सियासत के मध्य मंहगाई का समाधान December 26, 2010 / December 18, 2011 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जा़फरी किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में मंहगाई का बढऩा एक सामान्य व साधारण प्रक्रिया है। महंगाई पूरे विश्व में हमेशा से ही बढ़ती रही है और भविष्य में भी बढ़ती रहेगी। उत्पादन में कमी तथा खपत में होने वाली अधिकता ही आमतौर पर मंहगाई का कारण बनती है। हमारे देश में भी महंगाई […] Read more » Inflation महंगाई
खेत-खलिहान विविधतापूर्ण खेती से कम हो सकती है मंहगाई September 29, 2010 / December 22, 2011 by सतीश सिंह | 1 Comment on विविधतापूर्ण खेती से कम हो सकती है मंहगाई -सतीश सिंह सुशासन बाबू के नाम से विख्यात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के हिलसा प्रखंड के गांवों में आजकल पारंपरिक पद्धति की जगह अधतन एवं विविधतापूर्ण तरीके से खेती करने का चलन जोर पकड़ता चला जा रहा है। आय में वृध्दि के लिए इस प्रखंड के किसान पारंपरिक फसलों धान […] Read more » Inflation मंहगाई
विविधा अनाज नहीं, लोकतंत्र सड़ रहा है प्रधान मंत्री जी September 11, 2010 / December 22, 2011 by पंकज झा | 13 Comments on अनाज नहीं, लोकतंत्र सड़ रहा है प्रधान मंत्री जी – पंकज झा सामान्यतः जब कोई शालीन माना जाने वाला व्यक्ति अपना आपा खो दे तो समझिए कि उसके मर्म पर कोई जबरदस्त चोट पहुची है. उसे किसी व्यक्तिगत क्षति की आशंका या अंदाजा है. या फिर अपनी अक्षमता के प्रति जबरदस्त बौखलाहट. जैसे गृह मंत्री के ‘भगवा आतंकवाद’ वाले बयान को याद करें. आश्चर्यजनक […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा शक्कर के विनियंत्रण से मँहगाई के तेवर और भी तीखे होंगे September 11, 2010 / December 22, 2011 by सतीश सिंह | 1 Comment on शक्कर के विनियंत्रण से मँहगाई के तेवर और भी तीखे होंगे -सतीश सिंह एक बार फिर खाद्य व कृषि मंत्री श्री शरद पवार चर्चा में हैं। अब श्री पवार शक्कर के क्षेत्र को विनियंत्रित करने की जुगाड़ में हैं। श्री पवार ने 3 सितम्बर को प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह के समक्ष शक्कर के क्षेत्र को विनियंत्रित करने की योजना प्रस्तुत की है। इस खाके को अन्य […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा और अब देश के भावी कर्णधारों ने चलाई ‘महंगाई विरोधी मिसाईल’ September 10, 2010 / December 22, 2011 by निर्मल रानी | 5 Comments on और अब देश के भावी कर्णधारों ने चलाई ‘महंगाई विरोधी मिसाईल’ -निर्मल रानी केवल हमारे देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में महंगाई को लेकर किया जाने वाला विरोध तथा शोर-शराबा कोई नई बात नहीं है। मुंबई फिल्म उद्योग के प्रसिद्ध नायक एंव निर्देशक मनोज कुमार ने 1974 में बनाई गई अपनी एक सुपरहिट फिल्म ‘रोटी, कपड़ा और मकान’ में भी ‘महंगाई मार गई’ शीर्षक […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा सखी सइयां कहां कमात हैं! September 8, 2010 / December 22, 2011 by राकेश उपाध्याय | 2 Comments on सखी सइयां कहां कमात हैं! -राकेश उपाध्याय महंगाई डायन खाय जात है, गीत उनके लिए तो ठीक है जो सचमुच कुछ अच्छा कमाते हैं। उनकी बीवियां तो अपनी पड़ोसन को कह सकती हैं कि उनके श्रीमान जी अच्छा कमाते हैं, खूब कमाते हैं लेकिन विकराल और कमर तोड़ महंगाई घर में कुछ बचने नहीं देती। लेकिन उन महिलाओं के मुंह […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा खाद्यान्न महंगाई और विषम होती परिस्तिथियाँ August 19, 2010 / December 22, 2011 by पंकज चतुर्वेदी | 6 Comments on खाद्यान्न महंगाई और विषम होती परिस्तिथियाँ -पंकज चतुर्वेदी सन २००८ में आयी आर्थिक मंदी के बाद से विश्व भर में तमाम देशों की आर्थिक सेहत खराब बनी हुई है, कभी ऐसा लगता है कि अब हालत ठीक है तो कभी स्तिथि खराब लगने लगती है। इस बड़े आर्थिक प्रहार के बाद से दो वित्तीय वर्ष पूर्ण होने के उपरांत भी आर्थिक […] Read more » Inflation महंगाई