राजनीति किसान आंदोलन :: जातिवाद और राजनैतिक महत्वकांक्षा की पूर्ति का जरिया बना आंदोलन July 16, 2021 / July 16, 2021 by भगवत कौशिक | 1 Comment on किसान आंदोलन :: जातिवाद और राजनैतिक महत्वकांक्षा की पूर्ति का जरिया बना आंदोलन भगवत कौशिक। पिछले आठ महीने से देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर तीन कृषि कानूनों के विरोध मे चल रहा किसान आंदोलन अब पूरी तरह से राजनैतिक व जातिवाद से प्रेरित हो चुका है।शुरुआत मे जहां सरकार की तरफ से बारह दौर की वार्ता करने के बाद भी किसान नेताओं का अडियल रूख नहीं […] Read more » : The movement became a means of fulfillment of casteism and political ambition kisan andolan kisan Movement किसान आंदोलन गुरनाम सिंह चढुनी
राजनीति किसान आंदोलन :: बंजर हो चुकी राजनैतिक जमीन पर सत्ता की फसल उगाने के लिए अर्थहीन व स्वार्थ की लडाई लड रहे है वांमपंथी व राजनैतिक दल February 28, 2021 / February 28, 2021 by भगवत कौशिक | Leave a Comment भगवत कौशिक – पंजाब से निकलकर दिल्ली की सीमाओं तक पहुंचा किसान आंदोलन अब केवल किसान आंदोलन ना होकर राजनैतिक आंदोलन बन गया है।एक तरफ सरकार ने जहां अंतिम वार्ता के दौरान पेश किए समझोते पर ही दोबारा बातचीत करने का फैसला कर कृषि कानूनों को वापस ना लेने का अपना फैसला जता दिया है,वही […] Read more » kisan andolan peasant movement The right wing and political parties are fighting for meaningless and selfish interests to grow power crops on barren political land किसान आंदोलन
राजनीति ‘राजतंत्र’ को खुली चुनौती से कम नहीं 26 की ट्रैक्टर रैली…. January 19, 2021 / January 19, 2021 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment पिछले दो माह से कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर किसान लगातार आंदोलित हैं। दांत किटकिटाने वाली ठंड का इन पर कोई असर नहीं है। जिद है खाली हाथ नहीं जाएंगे। जनसमूह और राजतंत्र के बीच जारी बातचीतों में कोई हल अब तक निकल नहीं पाया है। शांतिपूर्वक चल रहा आंदोलन अब भरे […] Read more » 26 की ट्रैक्टर रैली kisan andolan tractor rally on 26th jan
राजनीति अपने-अपने खातिर कूदे मैदान में January 4, 2021 / January 4, 2021 by इ. राजेश पाठक | Leave a Comment Read more » kisan kisan andolan MSP अपने-अपने खातिर कूदे मैदान में
राजनीति सरकार बनाम किसान December 27, 2020 / December 27, 2020 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment भारत में मिश्रित अर्थव्यवस्था है|इस व्यवस्था में सरकारी और निजी क्षेत्र की सहभागिता होती है|मिश्रित अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान होता है|किसान भारत की अर्थव्यवस्था की धुरी है|किसान के बिना कृषि शब्द का कोई महत्व नहीं है|किसान और कृषि एक दूसरे के पूरक हैं|कृषि क्षेत्र में पैदावार बढ़ने से किसानों को उनकी फसलों […] Read more » government versus farmers government versus kisan andolan kisan andolan सरकार बनाम किसान
राजनीति किसान आंदोलन और आंदोलनों के पांच ठेकेदार December 19, 2020 / December 19, 2020 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment दीपक उपाध्याय देश में आंदोलनों की इतिहास बहुत ही पुराना है, लेकिन पिछले कुछ सालों आंदोलन करने के ठेके दिए जाने लगे हैं। नर्मदा बचाओ से अन्ना आंदोलन, जेएनयू आंदोलन, सीएए आंदोलन और अब किसान आंदोलन जैसे प्रमुख इन सभी आंदोलनों में कुछ किरदार ऐसे हैं जोकि पिछले 25 सालों से आंदोलनों के काम पर […] Read more » 5 contractors of kisan andolan contractors of kisan andolan kisan andolan आंदोलनों के पांच ठेकेदार
राजनीति किसानों को बरगलाने में लगे विपक्षी दल December 17, 2020 / December 17, 2020 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर यह जता दिया है कि ये दल किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। जो राहुल गांधी इन कानूनों को किसान विरोधी बता रहे हैं, वही इन कृषि सुधारों को 2012 में […] Read more » kisan andolan Opposition parties engaged in tricking farmers तीनों कृषि कानून
व्यंग्य आंदोलन में ‘उत्सव’ जैसा रसास्वादन, पिज्जा-बर्गर, चाय-कॉफी सब हाजिर December 10, 2020 / December 10, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार’नवीन’ खाने को पिज्जा, लच्छा परांठा, तंदूरी नान,तवा नान, चिल्ला, डोसा वो सब हैं, जो मसालेदार खाने वालों को चाहिए। देसी चटखारे के लिए मक्के की रोटी, सरसों का साग, दाल तड़का, कढ़ी,चावल, राजमा जितना चाहो उतना छक लो। मीठे में देसी घी का हलवा, गर्म जलेबी, लड्डू, बूंदी तो हैं ही। हरियाणवीं तड़का […] Read more » food in kisan andolan kisan andolan tea-coffee all present सहयोग का लंगर
आलोचना राजनीति किसानों की गलतफहमियां दूर क्यों नहीं करती सरकार December 2, 2020 / December 2, 2020 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिककिसान नेताओं और केंद्र सरकार के नेताओं की बीच आज बात शुरु हो गई है। यह अच्छी बात है लेकिन यह बात कब शुरु हुई ? जब पंजाब और हरयाणा के हजारों किसानों ने सीधे दिल्ली पर धावा बोल दिया? मैं पूछता हूं कि संसद में कानून बनाने के पहले किसान नेताओं से […] Read more » kisan andolan Why does the government not remove the misconceptions of farmers किसानों की गलतफहमियां