राजनीति मनमोहन-चिदम्बरम को गुलाम बुद्धिजीवियों की तलाश May 11, 2010 / December 23, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on मनमोहन-चिदम्बरम को गुलाम बुद्धिजीवियों की तलाश -जगदीश्वर चतुर्वेदी कांग्रेस पार्टी को गुलाम बुद्धिजीवी अच्छे लगते हैं। बुद्धिजीवियों को पालतू बनाने में कांग्रेस माहिर है। भारत में बौद्धिक उत्थान की संभावनाओं को पंक्चर करने के लिए वह तरह-तरह के हथकंडे़ अपनाती रही है। इसके बावजूद बुद्धिजीवियों का एक समूह ऐसा भी पैदा हुआ है जो कांग्रेस के हाथों बिकने को तैयार नहीं […] Read more » Maoist कांग्रेस बुद्धिजीवी माओवाद
राजनीति सुनो जनता कुछ कहती है! May 5, 2010 / December 23, 2011 by पीयूष पंत | Leave a Comment – पीयूष पंत दंतेवाड़ा, लालगढ़, सिंगूर या फिर नियामगिरी- ये हैं कुछ ऐसे नाम जहां जनता अपनी आजीविका के प्रकृति प्रदत्त संसाधनों को देशी-विदेशी कंपनियों की गिद्ध-दृष्टि से बचाए रखने के लिए आर-पार की लउ़ाई लउ़ रही है। एक तरफ आंदोलनरत स्थानीय जनता है, तो दूसरी तरफ है उन्हें उनकी ही ज़मीन, उनके ही जंगलों […] Read more » Maoist नक्सलवाद माओवाद
राजनीति माओवादी अधिनायकों का विदा होना May 4, 2010 / December 23, 2011 by पीयूष पंत | 1 Comment on माओवादी अधिनायकों का विदा होना – पीयूष पंत मुझे अच्छी तरह याद है साठ के दशक के अंतिम चरण में बंगाल के नक्सलबाड़ी से उठी क्रांति के बिगुल की गूंज 80 के दशक तक सुनाई देती रही। ग़रीब व शोषित किसानों के इस क्रांतिकारी आंदोलन ने अचानक चारू मजूमदार, कानू सान्याल, जंगल संथाल और नागभूषण पटनायक जैसे चमत्कारी जन नेताओं […] Read more » Maoist नक्सलवाद माओवाद
राजनीति आस्तीनों में ना अपने सांप पालो दोस्तों / पंकज झा April 23, 2010 / June 6, 2012 by पंकज झा | 39 Comments on आस्तीनों में ना अपने सांप पालो दोस्तों / पंकज झा कथित माननीय अरूप जी और तथाकथित श्रीमान राष्ट्रवादी जी……! कथित इसलिए कि अगर आपको लगे कि आपके विचारों में दम है तो खुल कर हमारी तरह नाम और पते के साथ आना चाहिए. नक्सलियों की तरह आस्तीन में छुपकर वार करने वालों की सराहना नहीं होती आज-कल. अपन जब भी जो भी लिखते हैं पूरे […] Read more » Maoist नक्सलवाद माओवाद
राजनीति देश की सुरक्षा में सेंध लगाते नक्सलवादी-माओवादी April 23, 2010 / December 24, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 1 Comment on देश की सुरक्षा में सेंध लगाते नक्सलवादी-माओवादी नक्सलवाद की त्रिमूर्ती चारु मजूमदार, जंगल संथाल और कानू सान्याल में से केवल सान्याल ही जिंदा बचे थे। यह आंदोलन उन्होंने पिछली शताब्दी के मध्य में शुरु किया था और 21 वी शताब्दी के पहले दशक के बीतत-बीतते कानू सान्याल ने नक्सलवाद की वर्तमान स्थिति को देखते हुए आत्महत्या करना ही श्रेयस्कर समझा। कहा जाता […] Read more » Maoist नक्सलवाद माओवाद
राजनीति माओवादियों से लडने के लिए दोतरफा रणनीति की जरूरत April 16, 2010 / December 24, 2011 by गौतम चौधरी | Leave a Comment दंतेवाडा की घटना पर लगातार टेबुल टॉक जारी है। कोई माओवादियों को तो कोई केन्द्रीय गृहमंत्री चिदंबरम को मसीहा घोषित कर रहा है। इधर दंतेवाडा के मओवादी हमला में मारे गये केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों की वीरता पर पूरा देश नतमस्तक है, लेकिन चिदंबरम साहब के नाकट से यह साबित हो गया है […] Read more » Maoist Naxalism दंतेवाडा नक्सलवाद माओवाद
राजनीति सत्तर फीसदी हिस्से में फैल चुका है नक्सलवाद का कैंसर April 13, 2010 / December 24, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment नक्सलवाद पर जारी बहस में सरकार का पक्ष चाहे जो भी हो मीडिया पर्सन की हैसियत से जनता जनार्दन के समक्ष सच्चाई रखना और सरकार को जगाने का प्रयास करना निश्चित तौर पर हमारी नैतिकता का अंग है। इसी लिहाज से हम नक्सलवाद के जहर के बारे में जितनी तफ्तीश कर चुके हैं, उसे जनता […] Read more » Maoist नक्सलवाद माओवाद
विविधा कोई क्यों बन जाता है नक्सली March 18, 2010 / December 24, 2011 by संजय द्विवेदी | 12 Comments on कोई क्यों बन जाता है नक्सली नक्सली समस्या जिस विकराल रूप में आज हमारे सामने है उसने देश की व्यवस्था के सामने कई प्रश्न खड़े कर दिए हैं। यह सोचना बहुत रोमांचक है कि आखिर ऐसे कौन से हालात हैं जिनमें कोई व्यक्ति किसी अतिवादी विचार से प्रभावित होकर नक्सली बन जाता है। वो कौन से हालात है जिनमें एक सहज-सरल […] Read more » Maoist Naxalism आतंकवाद नक्सलवाद माओवाद
राजनीति नए अभिजातों के हथकंडे February 27, 2010 / December 24, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on नए अभिजातों के हथकंडे मनुष्य ख़ुद से अनजान उन चीजों का सृजन करता है, जिनकी मांग उसके वर्ग हित करते हैं। ऐसा सृजन वह क्रांति के नाम पर भी करता है। क्रांतिकारी आंदोलन के संसाधन उसके हाथ आए नहीं कि भूमिगत रहने के नाम पर, गुप्त कार्यों को अंजाम देने के नाम पर, वह अपने लिए एक ऐसी जीवन […] Read more » Maoist कम्युनिस्ट क्रांतिकारी माओवादी मार्क्सवाद
विविधा बस्तर में सिमट रहा है माओवादियों का दायरा February 8, 2010 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 17 Comments on बस्तर में सिमट रहा है माओवादियों का दायरा हाल में बस्तर के घनघोर जंगल में जाकर जनसत्ता रायपुर के स्थानीय संपादक अनिल विभाकर और वहीँ के सलाहकार संपादक सुजीत कुमार (आईएएनएस एवं रायटर के प्रदेश प्रतिनिधि) ने फोटो सहित यह रिपोर्ट छापी है। जनसत्ता के रायपुर संस्करण में पहले पेज पर चित्र सहित अविकल प्रकाशित यह रिपोर्ट उनकी अनुमति से ‘प्रवक्ता’ के पाठकों […] Read more » Maoist बस्तर माओवाद
राजनीति उम्मीद जगाता ओडिशा का सलवा जुडूम January 3, 2010 / December 25, 2011 by समन्वय नंद | 1 Comment on उम्मीद जगाता ओडिशा का सलवा जुडूम सुंदरगढ जिले के बणेई सबडिविजन के पांच गांव के ग्रामीणों ने माओवाद के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। यह छत्तीसगढ के दक्षिण बस्तर में नक्सलवादियों के खिलाफ शुरु हुआ जन आंदोलन सलवा जुडूम की याद दिलाता है। इन ग्रामीणों ने माओवादियों द्वारा किये जा रहे अत्याचार के विरोध में और प्रशासन द्वारा सुरक्षा मुहैया कराने […] Read more » Maoist उडीसा माओवाद सुंदरगढ
विश्ववार्ता माओवादियों के निशाने पर मीडिया December 21, 2009 / December 25, 2011 by गौतम चौधरी | 1 Comment on माओवादियों के निशाने पर मीडिया नेपाल के रूकुम जिले में माओवादियों ने एक महिला पत्रकार को बुरी तरह घायल कर दिया। बड़ी बेरहमी से माओवादी उस महिला पत्रकार के शरीर पर ब्लेड से चीरे लगाते रहे और वह महिला तड़पती रही, छटपटाती रही। माओवादी उस समय तक महिला पत्रकार को नोचते-खसोटते रहे जब तक वह लहुलुहान न हो गई। महिला […] Read more » Maoist चीन नक्सलवाद नेपाल भारत माओवाद साम्यवाद