राजनीति राजनीतिक सफलता के सूत्र June 18, 2011 / December 11, 2011 by विजय कुमार | 1 Comment on राजनीतिक सफलता के सूत्र विजय कुमार जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता के अलग-अलग सूत्र हैं। राजनीतिक क्षेत्र में सफलता का अर्थ चुनावी जीत है। चुनाव में सर्वाधिक महत्व मुद्दों का है। हर चुनाव में कोई एक मुद्दा जनता के मन में बैठ जाता है। इंदिरा गांधी ने ‘गरीबी हटाओ’ के नारे पर 1971 का चुनाव जीता था; पर […] Read more » Congress कांग्रेस भाजपा राजनीति
राजनीति संतों से परहेज क्यों? April 30, 2011 / December 13, 2011 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | 7 Comments on संतों से परहेज क्यों? लोकेन्द्र सिंह राजपूत अक्सर कहा जाता है कि साधु-सन्यासियों को राजनीति में दखल नहीं देना चाहिए। उनका काम धर्म-अध्यात्म के प्रचार तक ही सीमित रहे तो ठीक है, राजनीति में उनके द्वारा अतिक्रमण अच्छा नहीं। इस तरह की चर्चा अक्सर किसी भगवाधारी साधु/साध्वी के राजनीति में आने पर या आने की आहट पर जोर पकड़ती […] Read more » politics अध्यात्म राजनीति
राजनीति युवा और राजनीति March 29, 2011 / December 14, 2011 by विजय कुमार | 2 Comments on युवा और राजनीति विजय कुमार राजनीति में युवाओं की भूमिका कैसी हो, इस पर लोगों की अलग-अलग राय हो सकती है। पिछले दिनों राहुल गांधी ने विभिन्न माध्यमों से युवा पीढ़ी से सम्पर्क किया। विश्वविद्यालयों में जाकर उन्होंने युवाओं से राजनीति को अपनी आजीविका (कैरियर) बनाने को कहा; पर उनका यह विचार कितना समीचीन है, इस पर […] Read more » politics youth युवा राजनीति
प्रवक्ता न्यूज़ सर्वमान्य नेतृत्व का अभाव : एक दृष्टिकोण February 27, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment श्याम नारायण रंगा ‘अभिमन्यु’ वर्तमान में भारत का जो राजनैतिक दृश्य है उसे देखकर यह लगता है कि हमारे देश में एक केन्द्रीय नेतृत्व का अभाव है। एक ऐसा नेता जिसकी राष्ट्रव्यापी छवि हो और जिसे छ लाख गाँवों में भी वैसी ही पहचान मिली हो जैसी इस देश के गुने चुने महानगरों में। […] Read more » politics राजनीति
राजनीति काला-धन-काली कमाई और राजनीति February 1, 2011 / December 15, 2011 by विजय सोनी | 15 Comments on काला-धन-काली कमाई और राजनीति प्रवक्ता डाट काम बधाई का पात्र है , इस मंच के माध्यम से अपने विचारों और अभिव्यक्ति की इस शशक्त सार्थक पहल के लिए मैं आभार व्यक्त करते हुवे देश के एक अरब से ज्यादा देशवासियों से जिसमे मैं स्वयम भी शामिल हूँ जानना चाहता हूँ ,साथ ही सभी सहित अपनी अंतरात्मा से पूछना एक नैतिक दायित्व मानते हुवे प्रश्न करता हूँ ,की देश […] Read more » Black Money politics काला धन काली कमाई राजनीति
राजनीति राजनीति किस लिए? October 13, 2010 / December 21, 2011 by चैतन्य प्रकाश | 3 Comments on राजनीति किस लिए? -चैतन्य प्रकाश बहुत सारे व्यवसायियों, उद्यमियों के दफ्तरों में या निजी बैठकखानों में एक पोस्टर लगा दिख जाता है, जिसमें शेर के चित्र के नीचे अंग्रेजी में लिखा होता है- No Politics Please! बहुत बार मुद्दों के बारे में बात करते हुए लोग कहते हैं कि इसमें राजनीति हो रही है या अमुक मुद्दे का […] Read more » politics राजनीति
राजनीति अयोध्या की चिनगारी को हवा न दें September 15, 2010 / December 22, 2011 by डॉ. सुभाष राय | 4 Comments on अयोध्या की चिनगारी को हवा न दें आम लोगों के जेहन में यह सवाल तैर रहा है कि अगर किसी के पक्ष में कोई भी फैसला हुआ तो क्या होगा? महत्वपूर्ण बात यही है कि दोनों पक्षों के हठधर्मी रवैये की पृष्ठभूमि में इस विषय पर किसी भी फैसले का परिणाम क्या होगा। ऐसा कोई फैसला हो नहीं सकता जो दोनों पक्षों को खुश कर सके और अगर फैसला किसी एक के पक्ष में जाता है तो दूसरा पक्ष अदालत की अवमानना से चूकेगा नहीं। Read more » politics राजनीति
राजनीति प्रधानमंत्री की नसीहत : गरीबों की फज़ीहत September 8, 2010 / December 22, 2011 by अशोक बजाज | 6 Comments on प्रधानमंत्री की नसीहत : गरीबों की फज़ीहत सड़ता अनाज और न्यायालय का फैसला प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने सुप्रीमकोर्ट को नीतिगत मामलो में हस्तक्षेप न करने की नसीहत देकर एक नये विवाद को जन्म दे दिया है । न्यायालय के आदेश, निर्देश या इच्छा को न मानने या उसे लंबित रखने का वाक्या तो पहले भी हुआ है लेकिन यह पहली बार […] Read more » politics राजनीति
राजनीति प्रतिबंध की मांग की नई राजनीति July 29, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on प्रतिबंध की मांग की नई राजनीति – हरिकृष्ण निगम आज से लगभग चार वर्ष पूर्व मुंबई विद्यापीठ के कालीना परिसर में वर्षीय वयोवृद्ध एवं वरिष्ठ अधिवक्ता की अस्वतंत्रता पर इस लेखक को उनका संवैधानिक प्रावधानों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर इस लेखक को उनका तर्कपूर्ण एवं विवेचनात्मक भाषण सुनने का अवसर मिला था। इस बात का उस समय अनुमान नहीं था […] Read more » politics राजनीति
कविता कविता : राजनीति May 19, 2010 / December 23, 2011 by अमल कुमार श्रीवास्तव | 1 Comment on कविता : राजनीति कुर्सी की लालसा में बढ रहा अब राजनीति का खेल हर नेता पाने को लोलुप कर रहा एक दूसरे से मेल। बुद्धिजीवी बनाकर बैठा घर को अपने जेल सत्ताधारियों के नंगे नाच की चल पडी अब रेल। आम आदमी करवा रहा है खुद से खुद का शोषण जनप्रतिनिधि के कुर्सी पर बैठा रहा विभीषण। जन्म […] Read more » politics राजनीति
मीडिया राजनीति मीडिया और राजनीति- अंतर्सम्बन्ध March 15, 2010 / December 24, 2011 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment मीडिया में प्रिंट हो या इलेक्टनॅनिक दोनों के विषय में जन मानस के बीच अनेक प्रकार के विचार सुनने को मिलते हैं, कोई इसे वर्तमान और भविष्य की दिशा तय करने वाला सशक्त माध्यम मानता है तो कुछ इसके बारे में ऐसी भी धारणा रखते हैं कि आजादी के बाद इसने अपना नैतिक स्तर खो […] Read more » media मीडिया राजनीति
मीडिया राजनीति और मीडिया-लेनदेन पर टिका संबंध March 6, 2010 / December 24, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment राजनीति और मीडिया के आपसी संबंधों पर लिखना बड़ा ही पेचीदा मसला है। आज जैसा की राजनीति तथा मीडिया के बारे में हम जानते हैं उस सबसे यह दोनों ही काफी आगे (?) निकल गए हैं। अब न वह राजनीति है और स्वाभाविक रूप से न ही वह मीडिया ही रही है। समय के साथ […] Read more » politics राजनीति