
प्रतिनिधि को खारिज करने का अधिकार
Updated: December 6, 2011
प्रमोद भार्गव अनशन तोड़ने के साथ अन्ना हजारे ने चुनाव सुधारों को लेकर संघर्ष छेड़ने की बात कही है। उनकी मंशा निर्वाचन प्रणाणी में व्यापक…
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फिर आरंभ हुआ शिक्षा को लेकर नया प्रयोग
Updated: December 6, 2011
लिमटी खरे देश की नई पीढी की शिक्षा की दशा और दिशा निर्धारित करने के लिए पाबंद मानव संसाधन और विकास मंत्रालय जिस भी राजनैतिक…
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भारतीय शिक्षा में खामियों की बढ़ती खाई
Updated: September 3, 2011
राजकुमार साहू यह तो सही है कि भारत में न पहले प्रतिभाओं की कमी रही और न ही अब है। पुरातन समय से ही यहां…
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पत्रकारिता के एक संत का यूं ही चले जाना
Updated: December 6, 2011
जनसत्ता के पूर्व चीफ सब एडिटर हरीश पंत का निधन महेंद्र सिंह राठौड़ की रिपोर्ट. चंडीगढ़ जनसत्ता में पूर्व मुख्य उपसंपादक रहे हरीश पंत ने…
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संसदों के विशेषाधिकार ख़त्म करने का समय आ गया है!
Updated: December 6, 2011
इक़बाल हिंदुस्तानी भ्रष्टाचार के खिलाफ़ रामलीला ग्राउंड में अपने भाषणों में नेताओं और सांसदों के बारे में की गयी अभद्र टिप्पणियों को लेकर फिल्म कलाकार…
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धोखेबाज हैं स्वामी अग्निवेश
Updated: December 6, 2011
नीरज कुमार दुबे स्वामी अग्निवेश हालांकि सामाजिक कार्यकर्ता हैं लेकिन राजनीति में उनकी दिलचस्पी बनी हुई है। खुले तौर पर वह भले इसे न स्वीकारें…
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स्वामी अग्निवेश – एक रंगा सियार
Updated: December 6, 2011
विपिन किशोर सिन्हा दिनांक २८ अगस्त, २०११ को दिन के दो बजे न्यूज२४ चैनल से स्वामी अग्निवेश और केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से हुई बातचीत…
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अब आगे बढ़ा जाए….
Updated: December 6, 2011
नरेश भारतीय जो हुआ, अद्भुत हुआ. देश के लोगों को दिशा बोध हुआ है. १६ अगस्त २०११ को स्वतंत्रता की दूसरी लड़ाई की घोषणा करने…
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कहीं जनता के विश्वास का फिर चीरहरण तो नहीं होगा ?
Updated: December 6, 2011
राजीव गुप्ता वी.डी.सी. , प्रधानी , स्कूल , ईंट का भट्टा , और राशन – तेल का कोटा भी उन्ही के पास है ! उनकी…
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कॉरपोरेट्स को बैंकिंग लाइसेंस देना कितना जायज
Updated: December 6, 2011
सतीश सिंह कॉरपोरेट्स घरानों को बैंकिग लाइसेंस देने का रास्ता अब साफ हो गया है। इनको लाइसेंस देने के लिए जरुरी कवायद तकरीबन छह माह…
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नीम-हकीमी न्याय व्यवस्था
Updated: December 6, 2011
भ्रष्टाचार, अत्याचार, भेदभाव, मनमानी और गैर-बराबरी की जननी नीम-हकीमी न्याय व्यवस्था विधायिका और कार्यपालिका को तो नहीं दिखती, लेकिन न्यायपालिका क्यों चुप है? जबकि अपने…
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रन के अरण्य में रणनीति भी नगण्य
Updated: December 6, 2011
जगमोहन फुटेला शुरू में ही साफ़ कर दूं कि मैं प्रभाष नहीं हूँ. उनके आस पास भी नहीं हूँ. लेकिन क्रिकेट में जब हार होती…
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