कविता अलग थलग दुनियाँ से फिर भी इस दुनियाँ में रहता हूँ

अलग थलग दुनियाँ से फिर भी इस दुनियाँ में रहता हूँ

श्यामल सुमन भावना अलग थलग दुनियाँ से फिर भी इस दुनियाँ में रहता हूँ अनुभव से उपजे चिन्तन की नव-धारा संग बहता हूँ   पद…

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लेख अराजकता के इस‌ दौर में देश में सैनिक शासन की संभावनायें

अराजकता के इस‌ दौर में देश में सैनिक शासन की संभावनायें

मेरा बड़ा बेटा स्टेशनरी की दुकान चलाता है|वहीं पर कम्प्यूटर फोटो कापी इत्यादि भी उप‌लब्ध हैं सेवा निवृति के बाद मैं भी इस दुकान में…

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कला-संस्कृति सांस्कृतिक साम्राज्यवाद

सांस्कृतिक साम्राज्यवाद

कैलाश बुधवार देश को स्वतंत्र हुए इतने वर्ष हो जाने के बाद भी अक्सर यह दुख दुहराया जाता है कि हमारी दास मानसिकता नहीं गई…

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कला-संस्कृति संस्कृति के हत्यारे

संस्कृति के हत्यारे

राजेन्द्र जोशी (विनियोग परिवार) पांच सौ साल पहले यह दुनिया आज की तुलना में सुखी और हिंसा रहित थी। लेकिन 1492 में एक ऐसी घटना…

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विविधा भारतीय सनातन परंपरा के रचनाकार धर्मपाल

भारतीय सनातन परंपरा के रचनाकार धर्मपाल

डा. अमित शर्मा एक सनातनी कर्मवादी के रूप में श्री धर्मपाल ने एक भरपूर जिन्दगी जी और एक गरिमामय मृत्यु को प्राप्त हुए। 1919 में…

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धर्म-अध्यात्म श्रीमद्भगवद्गीता और छद्म धर्मनिरपेक्षवादी – चर्चा-१

श्रीमद्भगवद्गीता और छद्म धर्मनिरपेक्षवादी – चर्चा-१

विपिन किशोर सिन्हा जबसे मध्य प्रदेश की सरकार ने गीता के अध्ययन की विद्यालयों में व्यवस्था की है, स्वयं को प्रगतिशील और धर्म निरपेक्ष कहने…

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राजनीति पहले जनता को जगाने की क्रांति हो

पहले जनता को जगाने की क्रांति हो

संजय स्वदेश सरकार के चतुर मंत्री पहले से ही किसी न किसी तरह से लोकपाल को कमजोर करने जुगत में थे। प्रधानमंत्री और जजों के…

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विविधा मीणा जी, ब्राह्मणों के मूल देश के बारे में जरा बताएँगे!

मीणा जी, ब्राह्मणों के मूल देश के बारे में जरा बताएँगे!

कौशलेन्द्र प्रिय भारतीय अनार्य ……..एवं …..विदेशी आर्य बंधुओ !  सादर नमन ! ! ! निवेदन है कि मीणा जी के विचारों पर आक्रोशित होने की…

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व्यंग्य Default Post Thumbnail

भ्रष्टाचार है कि मुरब्बा

राजकुमार साहू देखो भाई, यदि आपने भ्रष्टाचार नहीं किया हो तो लगे हाथ यह सौभाग्य पा लो और बहती गंगा में हाथ धो लो। फिर…

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लेख गणतंत्र पर हावी होता भ्रष्टतंत्र

गणतंत्र पर हावी होता भ्रष्टतंत्र

शादाब जफर “शादाब’’ 15 अगस्त बहुत ही करीब है। में सोच रहा हॅू कि आखिर हमारे भोले भाले नादान प्रधानमंत्री जी लाल किले की प्राचीर…

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धर्म-अध्यात्म ये हैं हिंदुओं के वास्‍तविक दुश्‍मन

ये हैं हिंदुओं के वास्‍तविक दुश्‍मन

डॉ. राजेश कपूर डॉ. मीणा जी ने जो मुद्दे उठाए हैं वे सारे तो ठीक से स्पष्ट नहीं होते पर जितने भी मुद्दे समझ आने वाले…

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विश्ववार्ता यात्रा संस्मरण : मेरी नेपाल यात्रा

यात्रा संस्मरण : मेरी नेपाल यात्रा

नेपाल एक हिंदू राष्ट्र है नेपाल एक  हिंदू राष्ट्र है हिमालय पर्वतमाला की वादियों में बसे प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण पावन धरा नेपाल  में 9…

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