समाज मजदूरों के लिए क्या आजादी और क्या गुलामी!

मजदूरों के लिए क्या आजादी और क्या गुलामी!

एक दिन बाद यानी 1 मई को देशभर में बड़ी-बड़ी सभाएं होगी, बड़े-बड़े सेमीनार आयोजित किए जाएंगे, जिनमें मजदूरों के हितों की बड़ी-बड़ी योजनाएं भी…

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कविता प्रिय अपनी बाहों में भर लो।

प्रिय अपनी बाहों में भर लो।

विप्रलम्ब    तन शीतल मन शीतल कर दो, प्रिय अपनी बाहों में भर लो। ————————————— मंद हवाओं का ये झौंका, आंचल को सहलाता हैं। —————————————…

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आलोचना पुलिस टेनिंग स्कूल में सेक्स ट्रेनिंग

पुलिस टेनिंग स्कूल में सेक्स ट्रेनिंग

महाराष्ट्र के कोल्हापुर में पुलिस टेनिंग स्कूल में महिला कांस्टेबल यौन शौषण। पुलिस टेनिंग स्कूल में महिला कांस्टेबल यौन उत्पीड़न की इस घटना ने देश…

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बच्चों का पन्ना खतरों से खेलते बचपन पर अंकुश

खतरों से खेलते बचपन पर अंकुश

खतरों से खेलते बचपन पर सर्वोच्च न्यायालय की अंकुश लगाने की पहल एक अच्छी शुरूआत है। क्योंकि करतब दिखाने वाले नाबालिग बच्चों को प्रदर्शन के…

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विविधा अकेला अन्ना बेचारा क्या कर सकेगा?

अकेला अन्ना बेचारा क्या कर सकेगा?

पवन कुमार अरविंद भ्रष्टाचार के उन्मूलन के लिए अकेला बेचारा बूढ़ा अन्ना क्या कर सकेगा। क्योंकि यह भ्रष्टाचार अत्र, तत्र, अन्यत्र और सर्वत्र विराजमान है,…

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धर्म-अध्यात्म प्रकृति ईश्वर ही तो है…

प्रकृति ईश्वर ही तो है…

दिवस दिनेश गौड़   मित्रों अभी कुछ दिन पहले किसी ने मुझसे कहा कि भाई आज से मैं मंदिरों में भगवान की पूजा नहीं करूँगा,…

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राजनीति संतों से परहेज क्यों?

संतों से परहेज क्यों?

लोकेन्द्र सिंह राजपूत अक्सर कहा जाता है कि साधु-सन्यासियों को राजनीति में दखल नहीं देना चाहिए। उनका काम धर्म-अध्यात्म के प्रचार तक ही सीमित रहे…

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विविधा भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी क्यों?

भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी क्यों?

डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ इस बात से कोई भी इनकार नहीं कर सकता कि इन दिनों भारत में हर क्षेत्र में, भ्रष्टाचार चरम पर है|…

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विविधा अन्ना के माध्यम से जनता का संदेश

अन्ना के माध्यम से जनता का संदेश

सुरेश बरनवाल यदि अन्ना कोई विदेशी सेलिब्रिटी होते और फेसबुक पर होते तो उन्हें क्लिक करने वालों की संख्या भी मीडिया के लिए एक समाचार…

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विविधा अब 26 लाख करोड़ का महाघोटाला

अब 26 लाख करोड़ का महाघोटाला

साप्‍ताहिक चौथी दुनिया ने अपने 25–—01 मई, 2011 के अपने अंक में ”26 लाख करोड् का महाघोटाला” शीर्षक से मुख्‍य पृष्‍ठ पर एक रिपोर्ट छापी…

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राजनीति टेलीविजन और वामपंथी बचकानापन

टेलीविजन और वामपंथी बचकानापन

जगदीश्‍वर चतुर्वेदी   टेलीविजन में बड़बोलापन महंगा पड़ता है। यहां जो ज्यादा बोलता है टीवी उसी को पीटता है। विधानसभा कवरेज पर आने वाली खबरों…

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विविधा रामदेव Vs अण्णा = “भगवा” Vs “गाँधीटोपी सेकुलरिज़्म”?? (भाग-2)

रामदेव Vs अण्णा = “भगवा” Vs “गाँधीटोपी सेकुलरिज़्म”?? (भाग-2)

(भाग-1 से जारी…https://www.pravakta.com/story/22198) पेश है दूसरा और अन्तिम भाग… सुरेश चिपलूनकर यह कहना मुश्किल है कि “झोलाछाप” सेकुलर NGO इंडस्ट्री के इस खेल में अण्णा हजारे खुद…

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